नई दिल्ली : देश के बिजनेस टायकून गौतम अडाणी आने वाले समय में अपनी फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज की हिस्सेदारी बेच सकते हैं. इस मामले से संबंध रखने वाले व्यक्ति ने इस बात का खुलासा किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार Adani Enterprises विल्मर में अपनी 44 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकते हैं. इसके साथ ही अडाणी एंटरप्राइजेज सिंगापुर के जॉइंट वेंचर विल्मर इंटरनेशनल लिमिटेड से भी अलग हो सकती है. Wilmar International की अडाणी विल्मर में 44 फीसदी हिस्सेदारी है.
2.7 अरब डॉलर फंड जुटाने का प्लान!
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अडाणी समूह हिस्सेदारी बेच कर फंड जुटाना चाहती है. अडाणी एंटप्राइजेज के 44 फीसदी हिस्से के शेयर की स्टॉक मार्केट में कीमत लगभग 2.7 अरब डॉलर है. यानी 44 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर समूह 270 करोड़ रुपये का फंड जुटा सकती है.
मामले की जानकारी रखने वाले व्यक्तियों के अनुसार Gautam Adani और उनका परिवार अपनी पर्सनल क्षमता के हिसाब से कुछ हिस्सेदारी बरकरार रख सकता है. वहीं, सिंगापुर में विल्मर इंटरनेशनल के को-फाउंडर कुओक खून होंग अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे या रखेंगे इस बारे में वह आने वाले दिनों में निर्णय लेंगे. हालांकि हिस्सेदारी बेचने के मामले में Adani Group और विल्मर की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
विल्मर के मार्केट कैप घटकर 6.2 अरब डॉलर
अडाणी ग्रुप पर इस साल की शुरुआत में (24 जनवरी) हिंडनबर्ग ने नाकारात्मक रिपोर्ट जारी की थी, जिसके बाद से गौतम अडाणी का साम्राज्य ढह सा गया है. जिससे अडाणी विल्मर भी अछूता नहीं है. साल भर में इस कंपनी के शेयरों में लगभग 36 फीसदी की गिरावट आई है. जिसके चलते इसकी मार्केट वैल्यू घटकर 6.2 अरब डॉलर रह गई है. वहीं, अडाणी ग्रुप की ओवरऑल मार्केट वैल्यू में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है.
बता दें कि Adani Vilmar Limited ने साल 2022 में अपने IPO के जरिए भारतीय शेयर बाजार में प्रवेश किया था और इस पब्लिक इश्यू के जरिए कंपनी ने कुल 36 अरब या 435 मिलियन डॉलर जुटाए थे. अडाणी विल्मर वही कंपनी है जो फार्च्यून ब्रांड से खाद्य तेल जैसे प्रोडक्ट का उत्पादन करती है.