मुंबई : देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) राजेश गोपीनाथन का कुल पारिश्रमिक या वेतन बीते वित्त वर्ष 2022-23 में 13.17 प्रतिशत बढ़कर 29.16 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. कंपनी की 2022-23 की वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.
गोपीनाथन ने मई तक सीईओ का पदाभार संभाला
टीसीएस ने कहा कि बीते वित्त वर्ष में गोपीनाथन को कमीशन के रूप में 25 करोड़ रुपये, वेतन में 1.73 करोड़ रुपये और अन्य लाभ के रूप में 2.43 करोड़ रुपये मिले. गोपीनाथन 31 मई तक कंपनी के सीईओ थे. उन्होंने छह साल तक यह जिम्मेदारी संभाली उसके बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया. वहीं, बात करें वित्त वर्ष 2021-22 की तो उन्हें कुल 25.76 करोड़ रुपये का वेतन और अन्य लाभ मिले थे.
कंपनी के पूर्ववर्ती सीईओ से सैलरी कम
सबसे बड़ी कंपनी का नेतृत्व करने के बावजूद गोपीनाथन का वेतन अन्य समकक्षों के अलावा कंपनी में उनके पूर्ववर्ती एन चंद्रशेखरन को 2016-17 में मिले वेतन तुलना में कम है. टाटा संस का चेयरमैन बनने से पहले चंद्रशखरन टीसीएस के सीईओ थे. मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) से प्रमोशन होने के बाद चंद्रशेखरन का वेतन 2016-17 के 6.22 करोड़ रुपये से बढ़कर 2017-18 में 12.5 करोड़ रुपये हो गया था.
नए सीईओ को मिलेगी ये सुविधाएं
गोपीनाथन के उत्तराधिकारी के. कृतिवासन को प्रति माह 10 लाख रुपये का मूल वेतन मिलेगा, जो 16 लाख रुपये तक जा सकता है. इसके अलावा उन्हें निदेशक मंडल द्वारा तय कमीशन और नि:शुल्क आवास सुविधा भी मिलेगी. कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) एन जी सुब्रमण्यम को वित्त वर्ष 2022-23 में कुल 23.60 करोड़ रुपये का वेतन मिला, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में लगभग 20 करोड़ रुपये था।
(पीटीआई- भाषा)