मुंबई : भारत के दिग्गज उद्योगपति और महिंद्रा समूह के पूर्व चेयरमैन केशब महिंद्रा का आज यानी 12 अप्रैल 2023 को उनके आवास पर निधन हो गया. उन्होंने 99 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. वह भारत के सबसे उम्रदराज बिजनेसमैन थे. हाल ही में जारी हुए फोर्ब्स बिलेनियर लिस्ट 2023 में उनका नाम 16 अरबपतियों के साथ पहली बार शामिल हुआ था. इस लिस्ट के अनुसार उनकी कुल संपत्ति 1.2 बिलियन डॉलर (Keshub Mahindra Net Worth) है.
इनसपैक (INSPACe) के अध्यक्ष पवन के गोयनका ने ट्वीट कर केशब महिंद्रा के निधन की जानकारी दी. उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा, बिजनेस जगत ने आज अपने सबसे महान व्यक्तित्व में से एक केशव महिंद्रा को खो दिया है. उन्होंने आगे लिखा है कि उनसे मुलाकात हमेशा शानदार रहती थी. केशब महिंद्रा को याद करते हुए गोयनका ने लिखा कि वह हमेशा बिजनेस, इकोनॉमिक्स और सोशल चीजों को शानदार तरीके से जोड़ने की प्रतिभा रखते थे.
-
The industrial world has lost one of the tallest personalities today. Shri Keshub Mahindra had no match; the nicest person I had the privilege of knowing. I always looked forward to mtgs with him and inspired by how he connected business, economics and social matters. Om Shanti.
— Pawan K Goenka (@GoenkaPk) April 12, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">The industrial world has lost one of the tallest personalities today. Shri Keshub Mahindra had no match; the nicest person I had the privilege of knowing. I always looked forward to mtgs with him and inspired by how he connected business, economics and social matters. Om Shanti.
— Pawan K Goenka (@GoenkaPk) April 12, 2023The industrial world has lost one of the tallest personalities today. Shri Keshub Mahindra had no match; the nicest person I had the privilege of knowing. I always looked forward to mtgs with him and inspired by how he connected business, economics and social matters. Om Shanti.
— Pawan K Goenka (@GoenkaPk) April 12, 2023
केशब महिंद्रा के बारे में : केशब महिंद्रा का ग्रेजुएशन पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी से हुआ है. इसके बाद साल 1947 से ही वह महिंद्रा ग्रुप से जुड़ गए. 1963 में इस ग्रुप के चैयरमैन बनें. 48 सालों तक महिंद्रा ग्रुप के साथ काम करने के बाद साल 2012 में वह चैयरमैन के पद से रिटायर्ड हो गए. उन्होंने अपनी जगह अपने भतीजे को कंपनी की कमान सौंप दी. गौरतलब है कि केशब महिंद्रा के नेतृत्व में Mahindra Group ने नई ऊचाइयों को छूआ था. उनके 5 दशक के लंबे कार्यकाल में महिंद्रा ग्रुप न केवल देश का बल्कि दुनिया की एक बड़ी कंपनी के रुप में उभरी. केशब महिंद्रा को साल 2007 में अर्न्स्ट एंड यंग (Ernst and Young) द्वारा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया था.