नई दिल्ली: मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वालमार्ट के ओनरशिप वाली ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट बड़े पैमाने पर छंटनी की तैयारी कर रही है. फ्लिपकार्ट अपनी कंपनी में से लगभग 5-7 प्रतिशत कर्मचारियों को नौकरी से निकाल सकती है. जानकारी के अनुसार, यह छटनी मार्च से अप्रैल महीने तक हो सकती है. यह छटनी कर्मचारियों के वार्षिक प्रदर्शन की समीक्षा पर आधारित होगी.
पुनर्गठन फेज से गुजर रही कंपनी
गौरतलब है कि फ्लिपकार्ट देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी है. वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली कंपनी अपने रिसोर्सेज और आपरेशन को कस्टमाइज करने के लिए पुनर्गठन फेज से गुजरने के लिए तैयार है. बता दें, फैशन पोर्टल Myntra को छोड़कर वर्तमान में इस कंपनी में 22,000 लोग कार्यरत हैं.
कंपनी दो सालों से कर रही छटनी
फ्लिपकार्ट द्वारा प्रदर्शन-आधारित नौकरी में कटौती लागू करने का यह पहला उदाहरण नहीं है. बता दें, फ्लिपकार्ट पिछले 2 वर्षों से प्रदर्शन के आधार पर लगातार कंपनी से कर्मचारियों छंटनी कर रही है. इसके अलावा, कंपनी अपनी लागत कम करने के लिए पिछले वर्ष नई वैकेंसी भी नहीं निकाली थी. दरअसल, कंपनी $1 बिलियन के वित्तपोषण दौर को अंतिम रूप दे रही है, जिसमें वॉलमार्ट और अन्य निवेशकों का योगदान भी शामिल है.
भविष्य में कंपनी को लेकर है बड़ा प्लान
सूत्रों ने के मुताबिक फ्लिपकार्ट मौजूदा और नए बिजनेस इंटरप्राइजेज में अपने संसाधनों का उपयोग बढ़ाने के लिए कमर कस रहा है. आने वाले महीने में बड़े अधिकारियों की एक बैठक में पुनर्गठन योजनाओं और 2024 रोडमैप के संबंध में चर्चा और निर्णय लिए जाने की योजना है. सूत्रों ने कहा कि चल रहे पुनर्गठन के बावजूद, फ्लिपकार्ट ने अपनी आरंभिक सार्वजनिक पेशकश को 2024 तक स्थगित करने के अपने फैसले को बरकरार रखा है. 2022-23 में आईपीओ की पिछली योजनाओं को अस्थायी रूप से रोक दिया गया था.