नई दिल्ली : माल एवं सेवा कर (GST) संग्रह फरवरी में सालाना आधार पर 12 प्रतिशत बढ़कर 1.49 लाख करोड़ रुपये हो गया. वित्त मंत्रालय ने बुधवार को फरवरी, 2023 के जीएसटी संग्रह आंकड़े जारी करते हुए कहा कि इस महीने में उपकर के तौर पर 11,931 करोड़ रुपये का संग्रह हुआ जो जीएसटी लागू होने के बाद का सर्वाधिक स्तर है. हालांकि, जनवरी की तुलना में फरवरी में जीएसटी राजस्व में गिरावट आई है. जनवरी, 2023 में 1.57 लाख करोड़ रुपये का कर संग्रह हुआ था जो अब तक का दूसरा सर्वोच्च स्तर है. अप्रैल, 2022 में एकत्रित 1.68 लाख करोड़ रुपये जीएसटी का सर्वोच्च स्तर है.
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा, 'फरवरी, 2023 में कुल जीएसटी संग्रह 1,49,577 करोड़ रुपये रहा है. इसमें केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) 27,662 करोड़ रुपये है जबकि राज्य जीएसटी (एसजीएसटी) संग्रह 34,915 करोड़ रुपये है. वहीं एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) के मद में 75,069 करोड़ रुपये इकट्ठा हुए हैं. इसके अलावा 11,931 करोड़ रुपये का उपकर भी शामिल है.'
एक साल पहले के समान महीने में जीएसटी संग्रह 1.33 लाख करोड़ रुपये रहा था. इस तरह फरवरी, 2023 में जीएसटी संग्रह सालाना आधार पर 12 प्रतिशत बढ़ा है. मंत्रालय ने कहा कि फरवरी के महीने में 28 दिनों के ही होने से अमूमन जीएसटी संग्रह अन्य महीनों की तुलना में कम ही होता है. इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि जून 2022 के लिए जीएसटी क्षतिपूर्ति (कंपनसेशन) उपकर 16,982 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा. जीएसटी परिषद की 49वीं बैठक के बाद निर्मला सीतारमण ने बताया था कि एकाउंटेंट जनरल (एजी) प्रमाण पत्र जमा करने वाले छह राज्यों को 16,524 करोड़ रुपये भी जारी किए जाएंगे. दिल्ली, तमिलनाडु और तेलंगाना उन छह राज्यों में शामिल हैं, जिन्होंने एजी प्रमाणपत्र जमा किए हैं.
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(पीटीआई-भाषा)