नई दिल्ली: भले ही देश में महंगाई परेशानी का सबब बनी हुई है, लेकिन त्योहारों के समय पूरे भारत में जमकर खरीदारी की जाती है. हर साल की तरह इस साल भी फेस्टिवल में की गई खरीदारी अपना रिकॉर्ड तोड़ने को तैयार है. पिछले साल की बात करें तो पूरे देश में दुकानदारों ने 1.25 लाख करोड़ रुपये के उत्पाद खरीदे थे, जो पिछले 10 सालों में एक रिकॉर्ड व्यापार आंकड़ा था. वैसे तो व्यापार मंडल का अनुमान था कि इस साल दिवाली पर कुल मिलाकर 2 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होगा. लेकिन ये आकंड़ा साफ तौर पर पार होते दिखाई दे रहा है.
साल के अंत तक उपभोक्ताओं द्वारा खर्च के रूप में लगभग 3 लाख करोड़ रुपये का निवेश होने का अनुमान है. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के डेटा से पता चलता है कि दिवाली 2020 में लगभग 72,000 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की गई, 2019 में यह 60,000 करोड़ रुपये और 2018 में 50,000 करोड़ रुपये और 2017 में 43,000 करोड़ रुपये थी. अकेले दिल्ली में करीब 25,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था. खुदरा विक्रेता अब शादी के मौसम के लिए कमर कस रहे हैं, जो 21 नवंबर से शुरू हो रहा है.
मांग में क्या है?
मिट्टी के दीये, मोमबत्तियां और पेपर माचे लैंप जैसी वस्तुएं, जिनसे छोटे कुम्हारों, शिल्पकारों और हस्तशिल्पियों को पर्याप्त मुनाफा कमाने में मदद मिली. मिठाइयां, सूखे मेवे, जूते, घड़ियां, खिलौने, घरेलू साज-सज्जा और फैशन के कपड़ों की भी भारी मांग देखी गई, एफएमसीजी सामान, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और सफेद सामान, रसोई के सामान और सफेद सामान, रसोई के सामान और सहायक उपकरण, मिठाई, होम फर्निशिंग जैसे प्रमुख खुदरा क्षेत्रों ने अच्छा प्रदर्शन करेंगे.
शॉपिंग ऐप में आई तेजी
वहीं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारत में दिवाली के त्यौहारी सीजन के दौरान ऐप डाउनलोडिंग के रुझानों पर गौर करती है. पहले दस सबसे अधिक डाउनलोड किए गए ऐप्स में से इंस्टाग्राम, फ्लिपकार्ट और स्नैपचैट शीर्ष तीन पर थे. पिछले दो महीनों की तुलना में त्योहारी सीजन के दौरान डाउनलोड के मामले में फ्लिपकार्ट चार स्थान की छलांग लगाकर दूसरे नंबर पर पहुंच गया.
वहीं, ऑनलाइन बिक्री की बात करें तो पहले सप्ताह में एक साल पहले की तुलना में लगभग 20 फीसदी अधिक हुई है. केंद्रीय बैंक के गवर्नर का कहना है कि त्यौहारी सीजन में हो रहे खरीदारी के कारण विकास आश्चर्यजनक रूप से ऊपर की ओर जाएगा. त्योहारी सीजन की बिक्री पर भारतीयों ने जमकर पैसा खर्च कर रहे है, जिससे अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा.