मुंबई: डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन सॉल्यूशंस कंपनी यूएसटी ने हैदराबाद के इंटरनेशनल टेक पार्क में एक नई उन्नत सुविधा खोली है. कंपनी की योजना अगले तीन वर्षों में अपने कर्मचारियों की संख्या दोगुनी कर चार हजार करने की है. यूएसटी की ओर से बुधवार को जारी एक बयान के अनुसार, अमेरिका केंद्रित कंपनी के कमर्चारियों की संख्या अभी 2,000 है. उसकी योजना अगले दो-तीन वर्षों में इसे दोगुना करने की है.
हैदराबाद के इंटरनेशनल टेक पार्क में 1,18,000 वर्ग फुट में फैली इस सुविधा में दूरसंचार, हाईटेक, खुदरा तथा बीमा सहित कई क्षेत्रों में अनुसंधान संबंधी काम किए जाएंगे. यह देश में इसका चौथा विकास केंद्र है.मुख्य कार्यकारी कृष्ण सुधींद्र ने कहा कि नया केंद्र कृत्रिम बुद्धिमत्ता, मशीन लर्निंग और 'इंटरनेट ऑफ थिंग्स' पर भी ध्यान केंद्रित करेगा.
'इंटरनेट ऑफ थिंग्स' से तात्पर्य ऐसी तकनीक से है, जिसके जरिए सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को इंटरनेट के जरिए आपस में जोड़ा जाता है. मुख्य परिचालन अधिकारी अलेक्जेंडर वर्गीस ने कहा कि तिरुवनंतपुरम, कोच्चि और चेन्नई के बाद यूएसटी की देश में यह (हैदराबार स्थित) चौथी प्रयोगशाला है.कंपनी के बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, पुणे, कोयंबटूर, होसूर और दिल्ली-एनसीआर में सॉफ्टवेयर डिलीवरी और विकास केंद्र हैं.
वर्तमान में, कंपनी देश में लगभग 15,000 लोगों को रोजगार देती है और वैश्विक स्तर पर भी इतनी ही संख्या में लोग कार्यरत हैं. यूएसटी ने 2018 में केवल 250 कर्मचारियों के साथ हैदराबाद में प्रवेश किया और तब से इसका तेजी से विस्तार हुआ, और 2021 तक इसमें 1,000 से अधिक कर्मचारी थे और यह इसके सबसे तेजी से बढ़ते विकास केंद्रों में से एक बन गया है.