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Business Insurances : इंश्योरेंस प्लान से करें बिजनेस को कवर, जानें क्या हैं इसके फायदे

आज के समय में लोग कई तरह के इंश्योरेंस ले रहे हैं मसलन लाइफ इंश्योरेंस, हेल्थ इंश्योरेंस, कार इंश्योरेंस और होम इंश्योरेंस. इन सब के अलावा एक और इंश्योरेंस है Business Insurances. आज इस रिपोर्ट में हम बात करेंगे बिजनेस इंश्योरेंस की. जानेंगे कि कंपनी को इंश्योरेंस की जरुरत क्यों है और इसके फायदें क्या हैं. साथ ही कौन सा ब्रोकरेज इस मामले में आपकी मदद कर सकता है.

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Published : Feb 18, 2023, 4:53 PM IST

Updated : Feb 18, 2023, 5:01 PM IST

Business Insurances
बिजनेस इंश्योरेंस

नई दिल्ली : पिछले कुछ वक्त से भारत समेत पूरी दुनिया में इंश्योरेंस प्रोडक्ट की डिमांड बहुत तेजी से बढ़ रही है. लोग लाइफ इंश्योरेंस, हेल्थ इंश्योरेंस, कार इंश्योरेंस और घर का इंश्योरेंस जैसे कई तरह के इंश्योरेंस ले रहे हैं. आज इस रिपोर्ट में हम जानेंगे बिजनेस इंश्योरेंस के बारे में. जिसे कामर्शियल बीमा भी कहा जाता है. ये बीमा कंपनियों को मौद्रिक नुकसान, कार्यस्थल के खतरों, कानूनी खर्चों जैसे बहुत से आवश्यक सुरक्षा प्रदान करता है. आपके काम करने की जगह में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इंश्योरेंस बहुत जरुरी है. क्योंकि इंश्योरेंस में एक निवेश का अर्थ कानूनी, आंतरिक और रखरखाव लागत में हजारों रुपये बचाया जा सकता है. आइए देखें कि बिजनेस के लिए वास्तव में इंश्योरेंस क्यों जरुरी हैं.

1. नेचुरल डिजास्टर से होने वाले नुकसान को कवर करता है : आपके अच्छे खासे चल रहे बिजनेस पर ब्रेक लगाने के लिए नेचुरल डिजास्टर काफी है. ऐसे में बिजनेस इंश्योरेंस के फायदें पता चलते हैं. इंश्योरेंस होने का मतलब है कि अनियोजित डाउनटाइम के कारण होने वाली लागतों की भरपाई इंश्योरेंस कंपनी द्वारा की जाएगी. नेचुरल डिजास्टर की चपेट में आने के बाद ये उपाय बिजनेस को अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद करते हैं.

2. बिजनेस इंश्योरेंस का फायदा : बिजनेस इंश्योरेंस का एक फायदा ये है कि अगर आप बीमार पड़ गए या आपको कुछ हो गया. या फिर बिजनेस में किसी तरह का नुकसान हो गया तो भी आपके पास फाइनेंशियल रिसोर्स रहेगा. इसकी मदद से आप अपने बिजनेस का आउटस्टैडिंग लोन चुका सकते है.

3. बिजनेस इंश्योरेंस से लागत में कटौती : जैसा कि पहले बताया गया है कि 'बिजनेस इंश्योरेंस स्कीम' आपको संसाधनों से जुड़ी बहुत सी लागत बचा सकती हैं. इसका मतलब किसी दुर्घटना के कानूनी खर्च, काम से संबंधित खतरे के लिए मुआवजा, संपत्ति के रखरखाव की लागत आदि हो सकता है. सही इंश्योरेंस इंवेस्टमेंट के साथ, बिजनेस इन घटनाओं के दौरान महत्वपूर्ण लागतों में कटौती कर सकता है. बीमा के साथ जोड़ा गया रिस्क मैनेजमेंट बिजनेस ऑनर को आने वाली चुनौतियों को देखने और उनके निवारक उपायों को अपग्रेड करने में मदद कर सकता है.

Business Insurances
Business Insurances से दें बिजनेस को मजबूती

4. बिजनेस में कैसे मदद करते हैं ब्रोकरेज : बिजनेस इंश्योरेंस में मदद के लिए भारत में कई तरह के ब्रोकरेज हैं जैसे MIBL or Mahindra Insurance Brokers Ltd. ACME Insurance Broking Services Pvt. Ltd.और First Policy Insurance Brokers Pvt. Ltd. लेकिन प्रूडेंट की एग्जाम्पल से इमके मदद को समझते हैं. प्रूडेंट का बाजार 120 से अधिक देशों में फैला हुआ है. जब भी इंश्योरेंस कंपनी के साथ आपके क्लेम को लेकर बात बिगड़े ऐसे में ब्रोकरेज उनका सही समाधान करते है. प्रूडेंट अपने काम के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है. इसलिए प्रूडेंट प्लस फ्लेक्स पोर्टल कई उपकरणों पर कर्मचारियों के लिए एक बढ़िया समाधान है. प्रूडेंट 360 कामर्शियल लाइनों के लिए एक सरल लेकिन कुशल और व्यापक इंटरैक्टिव पोर्टल है.

5. अच्छे से विवादों का निपटान करना : भारत में बीमा ब्रोकर्स के बीच सबसे बड़े P&C दावा विभागों में से एक होने के कारण, प्रूडेंट्स क्लेम्स टीम अपने बीमाकर्ताओं के दावों को सबसे अच्छी स्थिति में रखती है. प्रूडेंट्स अपने क्लाइंट को सलाह देती है कि उनके वह किस तरह से अपने एग्रीमेंट के तहत अपना क्लेम पा सकते हैं. प्रूडेंट इंश्योरेंस ब्रोकर्स के साथ, टेक्सटाइल, एविएशन, सॉफ्टवेयर एंड टेक्नोलॉजी, एजुकेशनल, फार्मास्युटिकल आदि जैसे कई क्षेत्रों में इंश्योरेंस का लाभ उठाना काफी आसान है. प्रूडेंट के अलावा भी कई ब्रोकरेज कंपनियां है Excellent Insurance Broking Services Limited, K.M. Dastur Reinsurance Brokers Pvt. Ltd और Unicorn Insurance Brokers Pvt. Ltd.

(डिस्कलेमर : यह आर्टिकल केवल जानकारी के लिए है. किसी भी इंश्योरेंस प्लान को लेने से पहले या सब्सक्राइब करने से पहले अपने स्तर से जांच लें)

पढ़ें : ULIP Hybrid Schemes लेने का है विचार, इन बातों का रखें खास ख्याल

पढ़ें : No Claim Bonus : एनसीबी से मोटर इंश्योरेंस प्रीमियम पर मिल सकता है भारी डिस्काउंट, जानें कैसे

नई दिल्ली : पिछले कुछ वक्त से भारत समेत पूरी दुनिया में इंश्योरेंस प्रोडक्ट की डिमांड बहुत तेजी से बढ़ रही है. लोग लाइफ इंश्योरेंस, हेल्थ इंश्योरेंस, कार इंश्योरेंस और घर का इंश्योरेंस जैसे कई तरह के इंश्योरेंस ले रहे हैं. आज इस रिपोर्ट में हम जानेंगे बिजनेस इंश्योरेंस के बारे में. जिसे कामर्शियल बीमा भी कहा जाता है. ये बीमा कंपनियों को मौद्रिक नुकसान, कार्यस्थल के खतरों, कानूनी खर्चों जैसे बहुत से आवश्यक सुरक्षा प्रदान करता है. आपके काम करने की जगह में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इंश्योरेंस बहुत जरुरी है. क्योंकि इंश्योरेंस में एक निवेश का अर्थ कानूनी, आंतरिक और रखरखाव लागत में हजारों रुपये बचाया जा सकता है. आइए देखें कि बिजनेस के लिए वास्तव में इंश्योरेंस क्यों जरुरी हैं.

1. नेचुरल डिजास्टर से होने वाले नुकसान को कवर करता है : आपके अच्छे खासे चल रहे बिजनेस पर ब्रेक लगाने के लिए नेचुरल डिजास्टर काफी है. ऐसे में बिजनेस इंश्योरेंस के फायदें पता चलते हैं. इंश्योरेंस होने का मतलब है कि अनियोजित डाउनटाइम के कारण होने वाली लागतों की भरपाई इंश्योरेंस कंपनी द्वारा की जाएगी. नेचुरल डिजास्टर की चपेट में आने के बाद ये उपाय बिजनेस को अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद करते हैं.

2. बिजनेस इंश्योरेंस का फायदा : बिजनेस इंश्योरेंस का एक फायदा ये है कि अगर आप बीमार पड़ गए या आपको कुछ हो गया. या फिर बिजनेस में किसी तरह का नुकसान हो गया तो भी आपके पास फाइनेंशियल रिसोर्स रहेगा. इसकी मदद से आप अपने बिजनेस का आउटस्टैडिंग लोन चुका सकते है.

3. बिजनेस इंश्योरेंस से लागत में कटौती : जैसा कि पहले बताया गया है कि 'बिजनेस इंश्योरेंस स्कीम' आपको संसाधनों से जुड़ी बहुत सी लागत बचा सकती हैं. इसका मतलब किसी दुर्घटना के कानूनी खर्च, काम से संबंधित खतरे के लिए मुआवजा, संपत्ति के रखरखाव की लागत आदि हो सकता है. सही इंश्योरेंस इंवेस्टमेंट के साथ, बिजनेस इन घटनाओं के दौरान महत्वपूर्ण लागतों में कटौती कर सकता है. बीमा के साथ जोड़ा गया रिस्क मैनेजमेंट बिजनेस ऑनर को आने वाली चुनौतियों को देखने और उनके निवारक उपायों को अपग्रेड करने में मदद कर सकता है.

Business Insurances
Business Insurances से दें बिजनेस को मजबूती

4. बिजनेस में कैसे मदद करते हैं ब्रोकरेज : बिजनेस इंश्योरेंस में मदद के लिए भारत में कई तरह के ब्रोकरेज हैं जैसे MIBL or Mahindra Insurance Brokers Ltd. ACME Insurance Broking Services Pvt. Ltd.और First Policy Insurance Brokers Pvt. Ltd. लेकिन प्रूडेंट की एग्जाम्पल से इमके मदद को समझते हैं. प्रूडेंट का बाजार 120 से अधिक देशों में फैला हुआ है. जब भी इंश्योरेंस कंपनी के साथ आपके क्लेम को लेकर बात बिगड़े ऐसे में ब्रोकरेज उनका सही समाधान करते है. प्रूडेंट अपने काम के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है. इसलिए प्रूडेंट प्लस फ्लेक्स पोर्टल कई उपकरणों पर कर्मचारियों के लिए एक बढ़िया समाधान है. प्रूडेंट 360 कामर्शियल लाइनों के लिए एक सरल लेकिन कुशल और व्यापक इंटरैक्टिव पोर्टल है.

5. अच्छे से विवादों का निपटान करना : भारत में बीमा ब्रोकर्स के बीच सबसे बड़े P&C दावा विभागों में से एक होने के कारण, प्रूडेंट्स क्लेम्स टीम अपने बीमाकर्ताओं के दावों को सबसे अच्छी स्थिति में रखती है. प्रूडेंट्स अपने क्लाइंट को सलाह देती है कि उनके वह किस तरह से अपने एग्रीमेंट के तहत अपना क्लेम पा सकते हैं. प्रूडेंट इंश्योरेंस ब्रोकर्स के साथ, टेक्सटाइल, एविएशन, सॉफ्टवेयर एंड टेक्नोलॉजी, एजुकेशनल, फार्मास्युटिकल आदि जैसे कई क्षेत्रों में इंश्योरेंस का लाभ उठाना काफी आसान है. प्रूडेंट के अलावा भी कई ब्रोकरेज कंपनियां है Excellent Insurance Broking Services Limited, K.M. Dastur Reinsurance Brokers Pvt. Ltd और Unicorn Insurance Brokers Pvt. Ltd.

(डिस्कलेमर : यह आर्टिकल केवल जानकारी के लिए है. किसी भी इंश्योरेंस प्लान को लेने से पहले या सब्सक्राइब करने से पहले अपने स्तर से जांच लें)

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पढ़ें : No Claim Bonus : एनसीबी से मोटर इंश्योरेंस प्रीमियम पर मिल सकता है भारी डिस्काउंट, जानें कैसे

Last Updated : Feb 18, 2023, 5:01 PM IST
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