नई दिल्ली: फेमस ओरल केयर प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग कोलगेट-पामोलिव (इंडिया) को इनकम टैक्स ऑफिसर से 170 करोड़ रुपये का ट्रांसफर प्राइसिंग ऑर्डर मिला है. इसमें कुछ अंतरराष्ट्रीय लेनदेन की अनुमति नहीं दी गई है. ये ट्रांसफर प्राइसिंग ऑर्डर वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए है. ट्रांसफर प्राइसिंग से मतलब दो संबंधित संस्थाओं के बीच सीमा पार लेनदेन के मूल्य निर्धारण से है.
कोलगेट-पामोलिव (इंडिया) लिमिटेड ने सोमवार शाम नियामक अपडेट में कहा कि कंपनी इसे 'विवाद समाधान पैनल' के समक्ष ले जाएगी और मूल्यांकन कार्यवाही पूरी होने का इंतजार कर रही है. इसमें कहा गया है कि कंपनी मसौदा मूल्यांकन कार्यवाही के पूरा होने का इंतजार कर रही है. इसके बाद विवाद समाधान पैनल (डीआरपी) के समक्ष एक आवेदन किया जाएगा.
कोलगेट को अंतरराष्ट्रीय लेनदेन की अनुमति नहीं
इसमें कहा गया है कि मूल्यांकन प्राधिकारी ने कंपनी के कुछ अंतरराष्ट्रीय लेनदेन की अनुमति नहीं दी है. हालांकि, कोलगेट-पामोलिव (इंडिया) ने यह भी कहा कि इस ट्रांसफर प्राइसिंग ऑर्डर के कारण कंपनी की वित्तीय, संचालन या अन्य गतिविधियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. डीआरपी अंतरराष्ट्रीय लेनदेन में ट्रांसफर प्राइसिंग से संबंधित विवादों को हल करने के लिए एक वैकल्पिक विवाद समाधान (एडीआर) तरीका है. पिछले सप्ताह, कोलगेट-पामोलिव इंडिया ने सितंबर तिमाही के लिए नेट पॉफिट में 22.31 फीसदी की वृद्धि के साथ 340.05 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की है. इसकी बिक्री 6.09 फीसदी बढ़कर 1,462.38 करोड़ रुपये रही.