नई दिल्ली : रिलायंस इंडस्ट्रीज और ब्रुकफील्ड एसेट मैनेजमेंट ने मंगलवार (1 अगस्त) को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है. जिसके अनुसार दोनों कंपनियां मिलकर ऑस्ट्रेलिया में रिन्यूएबल एनर्जी और कार्बन उत्सर्जन को कम करने वाले समान बनाने पर काम करेंगी. साथ ही सस्टेनबल एनर्जी पर भी जोर दिया जाएगा. इससे ऑस्ट्रेलिया को अपने नेट जीरो एमिशन की ओर आगे बढ़ने में मदद मिलेगा.
ऑस्ट्रेलिया में ब्रुकफील्ड रिन्यूएबल के हेड ल्यूक एडवर्ड्स ने कहा कि कंपनी अब मैन्युफैक्चरिंग में इस हिसाब से ग्लोबल पार्टनरशिप्स कर रही है, जिससे ऑस्ट्रेलिया को 2030 में अपने पहले उत्सर्जन-कटौती लक्ष्य तक पहुंचने में मदद मिल सके. उधर, रिलायंस न्यू एनर्जी के डायरेक्टर अनंत अंबानी को विश्वास है कि दोनों कंपनियां वैश्विक ग्रीन एनर्जी मूवमेंट को बढ़ावा देंगी.
ब्रुकफील्ड कंपनी के बारे में
ब्रुकफील्ड एसेट्स मैनेजमेंट दुनिया की बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में से एक है. इसके पास नवीकरणीय ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, रियल स्टेट प्राइवेट इक्विटी, क्रेडिट और अन्य क्षेत्रों में प्रबंधन के तहत लगभग 825 बिलियन अमरीकी डालर की संपत्ति है. कंपनी ऐसे प्रोजेक्ट्स में निवेश करती है, जो लॉन्ग टर्म रिटर्न दें. साथ ही जो ग्लोबल इकोनॉमी को बूस्ट करे.
रिलायंस इंडस्ट्री के बारे में
Reliance Industries देश की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर की कंपनी है. इसका व्यापार पेट्रोलियम से लेकर रिनेवल एनर्जी, रिटेल और टेलीकम्यूनिकेशन तक फैला हुआ है. 31 मार्च 2023 के अंत तक, 74,088 करोड़ रुपये की नेट प्रॉफिट के साथ कंपनी का रेवेन्यू 976,524 करोड़ रुपये है. Fortune's Global 500 के 'वर्ल्ड लारजेस्ट कंपनी' की लिस्ट में रिलायंस इंडस्ट्री का 104वां रैंक था. इसके अलावा काम करने के तौर पर यह कंपनी दुनिया में 20वें नबंर पर है.