नई दिल्ली : अमूल देश का सबसे बड़ा एफएमसीजी ब्रांड बन गया है. इसका टर्नओवर 72000 करोड़ रुपये पहुंच गया है. गुजरात को-ओपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (GCMMF) ने अपने 49वें एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में शनिवार को इस बात को घोषणा की. बता दें, GCMMF गुजरात के सभी डेयरी को-ऑपरेटेवि की सर्वोच्च संस्था है. और इस साल वह अपना गोल्डेन जुबली ईयर मना रहा है.
जीसीएमएमएफ ने 1973 में 6 सदस्यों के साथ शुरुआत की थी, तब इसका टर्नओवर 121 करोड़ रुपये था. लेकिन आज 18 सदस्यों वाला GCMMF गुजरात में प्रतिदिन 3 करोड़ लीटर दूध इकट्ठा करता है. इसका टर्नओवर 72000 करोड़ रुपये (लगभग 9 बिलियन डॉलर) पहुंच गया है और इसी के साथ यह देश का सबसे बड़ा एफएमसीजी ब्रांड बन गया है. वर्तमान में अमूल दुनिया का आठवां सबसे बड़ा डेयरी संगठन है. इसने 2022-23 में समूह के कारोबार में 11,000 करोड़ रुपये और जोड़े. बता दें, टर्नओवर का मतलब है एक फिक्सड टाइमपिरियड में किसी कंपनी द्वारा की गई कुल बिक्री.
2022-23 में 18.5 फीसदी रही ग्रोथ
49वें AGM बैठक के दौरान GCMMF के चेयरमैन शामलभाई पटेल ने बताया कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि इस सहकारी संगठन ने वर्ष 2022-23 में कारोबार में 18.5 फीसदी की ग्रोथ हासिल की है. उन्होंने कहा कि बीते 50 वर्षों में हम डेयरी किसानों और उपभोक्ताओं के बीच एक सेतु बनने के सिद्धांत पर खरा उतरने में सफल रहे हैं. जिस विजन के साथ हमारे छह संस्थापकों- त्रिभुवनदास पटेल, मोतीभाई चौधरी, गलबाभाई पटेल, भूराभाई पटेल, जगजीवनदास पटेल, जशवंतलाल शाह और डॉ. वर्गीस कुरियन द्वारा GCMMF की स्थापना की गई थी, उसने अमूल को पीढ़ियों से प्रत्येक भारतीय का सबसे अधिक पसंदीदा ब्रांड बनाया है.
50 देशों में फैला है अमूल का व्यापार
शामलभाई पटेल ने बताया कि आने वाले दो से तीन सालों में कंपनी का टर्नओवर 1 लाख करोड़ रुपये करने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं, जीसीएमएमएफ के वाइस प्रेसिडेंट वालामजी होनबल ने कहा कि भारत की आबादी बढ़ रही है, प्रति व्यक्ति आय (Per Capital Income) बढ़ रहा है उसी अनुरुप आने वाले सालों में संगठन का ग्रोथ भी बढ़ेगा. उन्होंने आगे कहा हम देश के हर शहर, गांव में अपनी पहुंच बनाने की स्ट्रेटर्जी पर काम कर रहे हैं. इसके अलावा वर्ल्ड डेयरी मार्केट में भी अपनी और संभावनाएं तलाश रहे हैं. वर्तमान में हमारा व्यापार 50 देशों में फैला हुआ है.