नई दिल्ली: एअर इंडिया ने सोमवार को घोषणा की कि कंपनी के पात्र कर्मचारियों की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 मई, 2023 तक बढ़ा दी गई है. विमानन कंपनी ने यह भी कहा कि आवेदन की स्वीकृति और रिलीज की तारीख प्रबंधन के विवेक के अधीन रहेगी. प्रश्नों या चिंताओं के मामले में, एयरलाइन ने कर्मचारियों को अपनी शंकाओं को दूर करने के लिए एचआर प्रतिनिधियों तक पहुंचने के लिए कहा है.
टाटा संस, जिसने पिछले साल अक्टूबर में एअर इंडिया का अधिग्रहण करने के लिए बोली जीती थी, उसने कहा था कि वह सभी कर्मचारियों को एक साल के लिए बनाए रखेगी और अगर समूह इस अवधि के बाद छंटनी का फैसला करता है तो उसे स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना की पेशकश करनी होगी. नागरिक उड्डयन सचिव राजीव बंसल ने नई दिल्ली में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि विजेता बोलीदाता (टाटा संस) सभी कर्मचारियों को एक वर्ष की अवधि के लिए बनाए रखेगा.
बंसल ने कहा कि दूसरे वर्ष में, यदि उन्हें बनाए नहीं रखा जाता है, तो उन्हें विजेता बोलीदाताओं द्वारा वीआरएस की पेशकश की जाएगी. उन्होंने कहा कि विजेता बोलीदाताओं द्वारा ग्रेच्युटी, पेंशन फंड और सेवानिवृत्ति के बाद के चिकित्सा लाभ भी दिए जाएंगे. सरकार ने तब कहा था कि विनिवेश प्रक्रिया में कर्मचारियों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के हितों का ध्यान रखा जाएगा. बता दें कि मार्च माह में एअर इंडिया और नेपाल एयरलाइंस के विमानों के बीच एक बड़ा हादसा टला था.
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ये दोनों ही विमान हवा में एक-दूसरे से टकराने वाले थे. हालांकि इसी दौरान चेतावनी प्रणाली ने पायलटों को सतर्क कर दिया और उनके तुरंत प्रतिक्रिया करने से एक बड़ा हादसा टल गया. नेपाल के नागर विमानन प्राधिकरण (सीएएएन) ने लापरवाही के आरोप में हवाई यातायात नियंत्रण विभाग के दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था.