नई दिल्ली : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के बढ़ते इस्तेमाल से इस सेक्टर में निवेश करने से भारतीय कंपनियां भी कहां पीछे रहने वाली हैं. इसी कड़ी में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अमेरिकी चिप कंपनी एनवीडिया के साथ एक एआई डील की है. इसके बाद अब टाटा ग्रुप ने भी इस फर्म में निवेश करने का ऐलान किया है. टाटा कम्युनिकेशंस और एनवाडिया मिलकर भारत में AI क्लाउड विकसित करेंगे. जिसका मकसद महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा उपलब्ध करवाना है, जो कम्प्यूटिंग के अगले जीवनचक्र को सक्षम बनाएगा.
रिलायंस और एनवीडिया सुपरकंप्यूटर पर करेंगे काम
Reliance Industries ने अमेरिकी टेक कंपनी एनवीडिया के साथ मिलकर भारत में एआई आधारित सुपरकंप्यूटर बनाने की घोषणा की है. ये सुपरकंप्यूटर भारत के मौजूदा सुपरकंप्यूटर से भी काफी तेज होगा. रिलायंस और एनवीडिया मिलकर नए सुपरकंप्यूटर के लिए AI बेस्ड इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने का काम करेंगे. बता दें, इस ऐलान से पहले एनवीडिया के संस्थापक और चीफ एग्जक्यूटिव ऑफिसर (सीईओ) जेनसेन हुआंग भारत दौरे पर आए थे और उस दौरान पीएम मोदी से मुलाकात भी की थी.
एनवीडिया GH200 ग्रेस हॉपर सुपरचिप पर करेगा काम
एनवीडिया टाट के साथ मिलकर सबसे अपग्रेडेड GH200 ग्रेस हॉपर सुपरचिप पर काम करेगा. इसके अलावा एआई क्लाउड सुपरकंप्यूटिंग सेवा DGX क्लाउड तक भी पहुंच प्रदान करेगा. GH200 कंप्यूटिंग आर्किटेक्चर में एक मौलिक बदलाव का प्रतीक है, जो असाधारण प्रदर्शन और बड़ी मेमोरी बैंडविड्थ प्रोवाइड करता है.
एनवीडिया कंपनी के बारे में
एनवीडिया अमेरिका की एक मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी है. जिसकी स्थापना आज से 30 साल पहले 5 अप्रैल 1993 को जेनसेन हुआंग ने की. इस कंपनी ने भारत में अपना परिचालन साल 2004 में शुरू किया था. भारत में इस कंपनी के चार इंजीनियरिंग डेवलपमेंट सेंटर है, जो गुरुग्राम, हैदराबाद, पुणे और बेंगलुरु में स्थित हैं. इन सेंटरों में करीब 3800 कर्मचारी काम करते हैं.