नई दिल्ली: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के कारण अडाणी समूह को काफी नुकसान हुआ. इस रिपोर्ट के आने के बाद से ही निवेशकों का भरोसा अडाणी एंटरप्राइजेज में कम होने लगा. परिणाम: इसके शेयर धराधर गिरने लगे. इन समस्याओं से पार पाने के लिए अडाणी ग्रुप कई बड़े फैसला ले रहा है. जिसके माध्यम से निवेशकों का भरोसा फिर से जीता जाएं. इसी कड़ी में अब Adani Group ने गुजरात के मुद्रा में 34,500 करोड़ रुपये के पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्ट का काम बंद कर दिया है. इसकी जगह ग्रुप अपने ऑपरेशन को कंसोलिडेट करने और निवेशकों की चिंता दूर करने पर फोकस कर रहा है. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले अपनी एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है.
मुंद्रा पेट्रोकेम प्रोजेक्ट क्या है : अडाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज ने साल 2021 में सब्सिडियरी Mundra Petrochem को शुरू किया ताकि Adani Ports & SEZ की जमीन पर Coal to PVC प्लांट लगाया जाए. ये प्लांट गुजरात के कच्छ में लगने वाला था. लेकिन Hindenburg Report के कारण अडाणी समूह को अपना ये प्रोजेक्ट कैंसिल करना पड़ रहा है.
प्रोजेक्ट्स का आंकलन कर रहा ग्रुप : अडाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग के सभी आरोपों को खारिज कर दिया है. और फिलहाल निवेशकों का पैसा लौटाने, ऑपरेशन को कंसोलिडेट करने पर जोर दे रहा है. इसी प्रक्रिया के तहत कैशफ्लो और मौजूदा फाइनेंस का आंकलन किया जा रहा है. यही कारण है कि ये ग्रुप अब Munra Project को आगे बढ़ाने के मूड में नहीं है. ग्रुप ने एक मेल भेजकर मुंद्रा पेट्रोकेम लिमिटेड के ग्रीन पीवीसी प्रोजेक्ट से जुड़े सभी काम को अगले नोटिस तक तुरंत प्रभाव से बंद करने को कहा है. कंपनी आंकलन कर ये देख रही है कि किस प्रोजेक्ट को जारी रखना है और किसके टाइमलाइन को रिवाइज करने की जरुरत है.
अडाणी समूह ने कहा है कि वित्त का प्रबंध नहीं होने की वजह से उसे गुजरात के मुंद्रा में 34,900 करोड़ रुपये की पेट्रोरसायन परियोजना का काम रोकना पड़ा है. समूह अमेरिकी निवेश कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से हुए नुकसान के बाद अपने परिचालन को मजबूत करने और निवेशकों की चिंताओं को दूर करने के लिए संसाधनों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. हम आने वाले महीनों में ग्रोथ प्रोजेक्ट्स की स्टेटस का प्राइमरी इंडस्ट्री स्तर पर आंकलन करेंगे. ग्रुप के एक प्रवक्ता ने कहा, "हमारी स्वतंत्र पोर्टफोलियो कंपनियों की बैलेंसशीट बहुत मजबूत हैं. हमारे पास इंडस्ट्री लीडिंग प्रोजेक्ट डेवलपमेंट और उन्हें लागू करने की क्षमता है. हमारा कॉरपोरेट गवर्नेंस मजबूत है, एसेट्स सुरक्षित होने के साथ-साथ कैशफ्लो में भी मजबूती बरकरार है. हमारे बिजनेस प्लान पूरी तरह से फंडेड हैं. हम पहले से तैयार की गई रणनीति को पूरा करने पर फोकस कर रहे हैं.
हिंडनबर्ग के आरोप : इस साल 24 जनवरी को अमेरिकी शॉर्ट सेलर Hindenburg ने अपनी एक रिपोर्ट में Adani Group में अकाउंटिंग फ्रॉड, स्टॉक में हेरफेर समेत कॉरपोरेट गवर्नेंस में गड़बड़ी का आरोप लगाया था. इसके बाद Gautam Adani को अब तक करीब 140 अरब डॉलर का झटका लग चुका है. इस रिपोर्ट के बाद से ही ये ग्रुप निवेशकों और बैंकों की चिंता दूर करने की रणनीति पर काम कर रहा है.
(पीटीआई के इनपुट के साथ)
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