मुबंई : हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के बाद से ही अडाणी साम्राज्य में हलचल जारी है. शेयर बाजार के शुरुआती कारोबार में अडाणी समूह के सभी 10 शेयरों में बड़ी गिरावट आई है. अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड 9.50 प्रतिशत तक लुढ़क गया. बीएसई पर अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 1,597.95 रुपये पर कमजोर खुलने के बाद और गिरकर 1,433.60 रुपये पर आ गया, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 9.50 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है. बाद में यह 6.54 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1480.65 रुपये पर कारोबार कर रहा था.
अडाणी के शेयरो का हाल
अडाणी टोटल गैस, अडाणी पावर, अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी विल्मर के शेयर बीएसई पर पांच प्रतिशत के नुकसान में कारोबार कर रहे थे. वहीं, अडाणी ट्रांसमिशन 10 प्रतिशत नीचे आ गया. दूसरी ओर, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनमिक जोन 0.53 प्रतिशत की बढ़त के साथ 501.50 रुपये पर कारोबार कर रहा था. इसके अलावा अडाणी समूह से जुड़ी अन्य कंपनियों...अंबुजा सीमेंट्स में 3.28 प्रतिशत, एसीसी में 0.82 प्रतिशत और एनडीटीवी में 4.98 प्रतिशत की गिरावट आई. हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से Adani Group को लगभग 118 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है. या फिर यूं कहे कि इस रिपोर्ट के कारण कंपनी का बाजार मूल्य, आधे से अधिक का सफाया हो गया है.
अडाणी को लेकर संसद में हंगामा
वित्तीय संस्थानों और निवेशकों के समूह के जोखिम के बारे में चिंताएं बढ़ने के साथ-साथ लगातार बिकवाली के प्रभाव दूर-दूर तक फैल रहे हैं. हंगामे ने संसद को बाधित कर दिया है और भारत की मुख्य विपक्षी पार्टी इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दबाव बढ़ा रही है. इसने छोटे निवेशकों के जोखिम को उजागर करने के लिए सोमवार को देशव्यापी विरोध की योजना बनाई है.
FPO के बाद BOND भी रद्द
24 जनवरी को आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद से ही Adani Group को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं. आडाणी ग्रुप को पहले 20 हजार करोड़ का एफपीओ रद्द करना पड़ा. फिर 10 अरब रुपये (122 मिलियन डॉलर) का बॉन्ड भी रद्द कर दिया. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्केट में भारी नुकसान के बाद कंपनी ने बॉन्ड को वापस लेने का फैसला लिया. हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद से अब तक कंपनी का बाजार मूल्य आधे से भी कम रह गया है.
ब्लूमबर्ग ने अपने दिसंबर की रिपोर्ट में जानकारी दी थी कि भारतीय अरबपति Gautam Adani की फ्लैगशिप फर्म ने जनवरी में एक पब्लिक नोट जारी करने का प्लान किया था, जिसके लिए कंपनी एडलवाइस फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड, एके कैपिटल, जेएम फाइनेंशियल और ट्रस्ट कैपिटल के साथ मिलकर काम कर रहा थी, अब इसे कैंसिल कर दिया गया है.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के आरोप
अमेरिका की शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में गौतम अडाणी की अगुवाई वाले समूह पर धोखाधड़ी वाले लेनदेन और शेयर की कीमतों में हेरफेर का आरोप लगाया गया था. उसके बाद से समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया. इसके बाद ही अडाणी ग्रुप ने 20 हजार करोड़ के Adani Enterprises FPO को वापस ले लिया था. अब हालिया रिपोर्ट के मुताबिक बॉन्ड भी रद्द कर लिया गया है. हालांकि, Adani Group ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए कहा है कि वह सभी कानूनों और खुलासा अनिवार्यताओं को पूरा करता रहा है.
(एकस्ट्रा इनपुट-भाषा)
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