ETV Bharat / business

Gold- Silver Price : इस साल सोने- चांदी की कीमतों में 10 फीसदी का उछाल, जानें वजह

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने सोने- चांदी की कीमत को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है. जिसके अनुसार सोने और चांदी की कीमतों में इस साल 10 फीसदी की वृद्धि देखी गई है. इसकी कीमतों में इस साल इतना उछाल क्यों आया जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर....

Gold- Silver Price
सोने- चांदी की कीमतों में 10 फीसदी का उछाल
author img

By

Published : Apr 20, 2023, 4:22 PM IST

नई दिल्ली : सुरक्षित माने जाने वाले निवेश, विशेष रूप से सोने और चांदी में इस साल की शुरूआत से शानदार तेजी देखी गई है, जिसमें 10 फीसदी की वृद्धि हुई है. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने एक रिपोर्ट में ये बात कही है. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह साल सुरक्षित निवेश का साल है. मांग और आपूर्ति के कारकों ने ऐतिहासिक रूप से सोने की कीमतों पर सीधे तौर पर बड़ा प्रभाव नहीं डाला है, खास कर ऐसे हालात में जहां बाजार में अनिश्चितताएं मौजूद हैं.

इन वजहों से बढ़ी सोने- चांदी की कीमत
वैश्विक मंदी, भू-राजनीतिक अनिश्चितता के साथ-साथ ब्याज दरों में धीमी बढ़ोतरी की वजह से सोने की कीमतें बढ़ी हैं. पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतों में तेज वृद्धि देखी गई है, इसलिए इसमें अब थोड़ी नरमी आने की संभावना है. सोने की मांग बाजार को कभी निराश नहीं करती है, हालांकि बाजार में कुछ मंदी के कारण इस बार घरेलू मोर्चे पर चीजें थोड़ी अलग हैं, खास कर पिछले साल सोने के लिए सीमा शुल्क 15 फीसदी (उपकर सहित) और इस बार चांदी के लिए हालिया बदलाव के बीच.

पिछले दो साल में सोने- चांदी का आयात इतना रहा
भारत ने 2021 में 1,050 टन सोने का आयात किया, 2022 में उसने 705 टन सोने का आयात किया था. दूसरी ओर, चांदी के आयात ने 2022 में सब को चौंका दिया, जो कि 9,500 टन था. उच्च कीमतों के बीच, सोने की खरीददारी में बाजार में कुछ मजबूती है. घरेलू मोर्चे पर, गोल्ड ETF में प्रमुख फंड हाउसों के कुल एयूएम के साथ 17,000 करोड़ रुपये से ऊपर जाने के साथ अच्छा ट्रैक्शन देखा गया है.

पढ़ें : Gold Silver Sensex News : आज निवेश करने से पहले जानिए क्या रहा सोने-चांदी का भाव और शेयर बाजार का हाल

आरबीआई सबसे बड़ा खरीदार
मांग में वृद्धि का एक कारण RBI की सोने की खरीददारी है, जो लगातार बढ़ रही है. पिछले 10 वर्षों से सेंट्रल बैंक बड़ा खरीददार रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि डब्ल्यूजीसी के अनुसार, केंद्रीय बैंक की खरीद का मौजूदा पैमाना बहुत बड़ा है - पिछले एक दशक में औसतन 512 टन. सोने के बाजार को जो समर्थन मिल रहा है उसकी बड़ी वजह रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन-ताइवान भू-राजनीतिक तनाव है.

इन कारणों से सोने- चांदी में बढ़ा निवेश
रूस-यूक्रेन युद्ध की चिंता लोगों को सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ा रही है. ऊपर से, फिनलैंड को नाटो में प्रवेश दिया गया, जिसके बाद नाटो रूस की सीमा तक आ गया, जिसने दुनिया में और अनिश्चितता बढ़ा दी. रिपोर्ट में कहा गया है कि एक और अनिश्चितता जो शायद अल्पकालिक हो, वह अमेरिकी बैंकिंग चिंताएं हैं, जिसमें एसवीबी और क्रेडिट सुइस के पतने से घबराहट पैदा हुई और सोने और चांदी में निवेश बढ़ गया.

(आईएएनएस)

पढ़ें : Sensex Silver Gold News : आज बाजार खुलने से पहले जानिए क्या रहा सोने-चांदी का भाव और शेयर बाजार का हाल

नई दिल्ली : सुरक्षित माने जाने वाले निवेश, विशेष रूप से सोने और चांदी में इस साल की शुरूआत से शानदार तेजी देखी गई है, जिसमें 10 फीसदी की वृद्धि हुई है. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने एक रिपोर्ट में ये बात कही है. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह साल सुरक्षित निवेश का साल है. मांग और आपूर्ति के कारकों ने ऐतिहासिक रूप से सोने की कीमतों पर सीधे तौर पर बड़ा प्रभाव नहीं डाला है, खास कर ऐसे हालात में जहां बाजार में अनिश्चितताएं मौजूद हैं.

इन वजहों से बढ़ी सोने- चांदी की कीमत
वैश्विक मंदी, भू-राजनीतिक अनिश्चितता के साथ-साथ ब्याज दरों में धीमी बढ़ोतरी की वजह से सोने की कीमतें बढ़ी हैं. पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतों में तेज वृद्धि देखी गई है, इसलिए इसमें अब थोड़ी नरमी आने की संभावना है. सोने की मांग बाजार को कभी निराश नहीं करती है, हालांकि बाजार में कुछ मंदी के कारण इस बार घरेलू मोर्चे पर चीजें थोड़ी अलग हैं, खास कर पिछले साल सोने के लिए सीमा शुल्क 15 फीसदी (उपकर सहित) और इस बार चांदी के लिए हालिया बदलाव के बीच.

पिछले दो साल में सोने- चांदी का आयात इतना रहा
भारत ने 2021 में 1,050 टन सोने का आयात किया, 2022 में उसने 705 टन सोने का आयात किया था. दूसरी ओर, चांदी के आयात ने 2022 में सब को चौंका दिया, जो कि 9,500 टन था. उच्च कीमतों के बीच, सोने की खरीददारी में बाजार में कुछ मजबूती है. घरेलू मोर्चे पर, गोल्ड ETF में प्रमुख फंड हाउसों के कुल एयूएम के साथ 17,000 करोड़ रुपये से ऊपर जाने के साथ अच्छा ट्रैक्शन देखा गया है.

पढ़ें : Gold Silver Sensex News : आज निवेश करने से पहले जानिए क्या रहा सोने-चांदी का भाव और शेयर बाजार का हाल

आरबीआई सबसे बड़ा खरीदार
मांग में वृद्धि का एक कारण RBI की सोने की खरीददारी है, जो लगातार बढ़ रही है. पिछले 10 वर्षों से सेंट्रल बैंक बड़ा खरीददार रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि डब्ल्यूजीसी के अनुसार, केंद्रीय बैंक की खरीद का मौजूदा पैमाना बहुत बड़ा है - पिछले एक दशक में औसतन 512 टन. सोने के बाजार को जो समर्थन मिल रहा है उसकी बड़ी वजह रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन-ताइवान भू-राजनीतिक तनाव है.

इन कारणों से सोने- चांदी में बढ़ा निवेश
रूस-यूक्रेन युद्ध की चिंता लोगों को सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ा रही है. ऊपर से, फिनलैंड को नाटो में प्रवेश दिया गया, जिसके बाद नाटो रूस की सीमा तक आ गया, जिसने दुनिया में और अनिश्चितता बढ़ा दी. रिपोर्ट में कहा गया है कि एक और अनिश्चितता जो शायद अल्पकालिक हो, वह अमेरिकी बैंकिंग चिंताएं हैं, जिसमें एसवीबी और क्रेडिट सुइस के पतने से घबराहट पैदा हुई और सोने और चांदी में निवेश बढ़ गया.

(आईएएनएस)

पढ़ें : Sensex Silver Gold News : आज बाजार खुलने से पहले जानिए क्या रहा सोने-चांदी का भाव और शेयर बाजार का हाल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.