ETV Bharat / business

एशिया के सबसे बड़ी प्याज मंडी में गिरे थोक मूल्य - प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी

राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एनएचआरडीएफ) के आंकड़ों के अनुसार, नासिक जिले में स्थित लासलगांव मंडी में सितंबर के मध्य में प्याज 51 रुपये प्रति किलोग्राम के उच्चस्तर पर पहुंच गया था

एशिया के सबसे बड़े प्याज मंडी में गिरे थोक मूल्य
author img

By

Published : Oct 3, 2019, 4:29 PM IST

Updated : Oct 3, 2019, 5:07 PM IST

मुंबई: महाराष्ट्र के लासलगांव में प्याज के दाम घटकर 30 रुपये प्रति किलोग्राम से नीचे आ गए हैं. सरकार द्वारा प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध तथा व्यापारियों पर इसके स्टॉक की सीमा लागू किए जाने के बाद एशिया की सबसे बड़ी थोक प्याज मंडी में कीमतों में खासी गिरावट आई है.

राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एनएचआरडीएफ) के आंकड़ों के अनुसार, नासिक जिले में स्थित लासलगांव मंडी में सितंबर के मध्य में प्याज 51 रुपये प्रति किलोग्राम के उच्चस्तर पर पहुंच गया था.

यहां उल्लेखनीय है कि लासलगांव मंडी से ही देशभर में प्याज की कीमतों का रुख तय होता है. इस मंडी में प्याज कीमतों में किसी तरह के उतार-चढ़ाव का असर देशभर में पड़ता है.

लासलगांव कृषि उपज विपणन समिति में गुरुवार को प्याज का औसत थोक भाव घटकर 26 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया.

ये भी पढ़ें: विकासशील देशों का ऋण 2018 में 7,800 अरब डॉलर पहुंच गया: विश्वबैंक

प्याज का अधिकतम भाव 30.20 रुपये किलोग्राम और न्यूनतम भाव 15 रुपये प्रति किलोग्राम रहा.

प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र और कर्नाटक में बाढ़ की वजह से प्याज की आपूर्ति प्रभावित हुई है. इसके चलते अगस्त से ही प्याज कीमतों में लगातार उछाल आ रहा है. खरीफ के प्याज की कम बुवाई की वजह से भी इसकी कीमतों पर दबाव बना है.

अभी पिछले साल की रबी फसल का भंडार किया हुआ प्याज बाजार में बिक रहा है. खरीफ की नई फसल की आवक नवंबर से शुरू होने की उम्मीद है.

मुंबई: महाराष्ट्र के लासलगांव में प्याज के दाम घटकर 30 रुपये प्रति किलोग्राम से नीचे आ गए हैं. सरकार द्वारा प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध तथा व्यापारियों पर इसके स्टॉक की सीमा लागू किए जाने के बाद एशिया की सबसे बड़ी थोक प्याज मंडी में कीमतों में खासी गिरावट आई है.

राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एनएचआरडीएफ) के आंकड़ों के अनुसार, नासिक जिले में स्थित लासलगांव मंडी में सितंबर के मध्य में प्याज 51 रुपये प्रति किलोग्राम के उच्चस्तर पर पहुंच गया था.

यहां उल्लेखनीय है कि लासलगांव मंडी से ही देशभर में प्याज की कीमतों का रुख तय होता है. इस मंडी में प्याज कीमतों में किसी तरह के उतार-चढ़ाव का असर देशभर में पड़ता है.

लासलगांव कृषि उपज विपणन समिति में गुरुवार को प्याज का औसत थोक भाव घटकर 26 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया.

ये भी पढ़ें: विकासशील देशों का ऋण 2018 में 7,800 अरब डॉलर पहुंच गया: विश्वबैंक

प्याज का अधिकतम भाव 30.20 रुपये किलोग्राम और न्यूनतम भाव 15 रुपये प्रति किलोग्राम रहा.

प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र और कर्नाटक में बाढ़ की वजह से प्याज की आपूर्ति प्रभावित हुई है. इसके चलते अगस्त से ही प्याज कीमतों में लगातार उछाल आ रहा है. खरीफ के प्याज की कम बुवाई की वजह से भी इसकी कीमतों पर दबाव बना है.

अभी पिछले साल की रबी फसल का भंडार किया हुआ प्याज बाजार में बिक रहा है. खरीफ की नई फसल की आवक नवंबर से शुरू होने की उम्मीद है.

Intro:Body:

मुंबई: महाराष्ट्र के लासलगांव में प्याज के दाम घटकर 30 रुपये प्रति किलोग्राम से नीचे आ गए हैं. सरकार द्वारा प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध तथा व्यापारियों पर इसके स्टॉक की सीमा लागू किए जाने के बाद एशिया की सबसे बड़ी थोक प्याज मंडी में कीमतों में खासी गिरावट आई है.

राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एनएचआरडीएफ) के आंकड़ों के अनुसार, नासिक जिले में स्थित लासलगांव मंडी में सितंबर के मध्य में प्याज 51 रुपये प्रति किलोग्राम के उच्चस्तर पर पहुंच गया था

यहां उल्लेखनीय है कि लासलगांव मंडी से ही देशभर में प्याज की कीमतों का रुख तय होता है. इस मंडी में प्याज कीमतों में किसी तरह के उतार-चढ़ाव का असर देशभर में पड़ता है.

लासलगांव कृषि उपज विपणन समिति में गुरुवार को प्याज का औसत थोक भाव घटकर 26 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया.

प्याज का अधिकतम भाव 30.20 रुपये किलोग्राम और न्यूनतम भाव 15 रुपये प्रति किलोग्राम रहा.

प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र और कर्नाटक में बाढ़ की वजह से प्याज की आपूर्ति प्रभावित हुई है. इसके चलते अगस्त से ही प्याज कीमतों में लगातार उछाल आ रहा है. खरीफ के प्याज की कम बुवाई की वजह से भी इसकी कीमतों पर दबाव बना है.

अभी पिछले साल की रबी फसल का भंडार किया हुआ प्याज बाजार में बिक रहा है. खरीफ की नई फसल की आवक नवंबर से शुरू होने की उम्मीद है.

ये भी पढ़ें:


Conclusion:
Last Updated : Oct 3, 2019, 5:07 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.