नई दिल्ली : देशभर में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की सिलसिला लगातार सातवें दिन जारी रहा. कच्चा तेल की अंतरराष्ट्रीय दरों में वृद्धि के बीच देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में सोमवार को लगातार सातवें दिन बढ़ोतरी हुई. इससे देश में ईंधन की खुदरा कीमतें नये उच्च स्तर पर पहुंच गयीं.
दिल्ली में पेट्रोल 89 रुपये पर पहुंचा, जबकि राजस्थान में यह शतक मारने की दहलीज पर जा पहुंचा है. सरकारी तेल विपणन कंपनियों की कीमत अधिसूचना के अनुसार, सोमवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 88.99 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में अब तक की सबसे ऊंची दर 95.46 रुपये प्रति लीटर हो गयी.
पिछले छह महीने में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में लगभग 17 डॉलर का इजाफा हुआ है. वहीं पेट्रोल की कीमतों में 7.38 रुपये प्रति लीटर और डीजल 6.73 रुपये प्रति लीटर मंहगा हो गया.
15 सितंबर, 2020 को न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) पर वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) के अनुबंध के आधार पर कच्चे तेल की कीमत 43.15 डॉलर प्रति बैरल था, जो कि 15 फरवरी 2021 को 60.45 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.
पेट्रोल की कीमतें 15 सितंबर, 2020 को 81.61 रुपये प्रति लीटर थी, जो कि 15 फरवरी को बढ़कर 88.99 रुपये पर पहुंच गई. वहीं डीजल भी 15 सितंबर, 2020 के 72.62 रुपये के मुकाबले 15 फरवरी, 2021 को 79.35 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा था.
कैसे होती है तेल के कीमतों की गणना
इंडियन ऑयल द्वारा 1 फरवरी को जारी किए गए प्रेस विज्ञप्ति के आधार पर, पेट्रोल की आधार कीमत 29.34 रुपये पर 0.37 रुपये का भाड़ा लगता है. इसके अलावा इसमें सीमा शुल्क के 32.98 रुपये और डीलर के कमीशन का 3.69 रुपये और जुड़ता हैे. इसके बाद इसमें 30 फीसदी की दर से वैट भी जुड़ेगा, जिसकी कीमत होगी 19.92 रुपये. इस तरह 29.34 रुपये की आधार कीमत पर उपलब्ध पेट्रोल 86.30 रुपये की कीमत पर आम आदमी के लिए उपलब्ध होगा.
ये भी पढ़ें : सिलेंडर के साथ प्रेस कॉंफ्रेंस में पहुंची कांग्रेस प्रवक्ता, दाम घटाने की मांग की