ETV Bharat / business

ट्रंप के बयान से लुढ़का तेल, घरेलू शेयर बाजारों की भी फीकी शुरुआत

रविवार को ट्रंप ने ट्वीट किया कि आगामी शुक्रवार से वह चीन से आयात किए जाने वाले 200 अरब डॉलर के सामान पर शुल्क दर 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर सकते हैं. इसके बाद बाजार में विशेषकर एशियाई बाजारों में अफरा-तफरी का माहौल देखा गया. शंघाई, तोक्यो और सियोल के बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गयी.

author img

By

Published : May 6, 2019, 1:17 PM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप।

नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस हफ्ते चीन के सामान पर शुल्क दर बढ़ाए जाने की धमकी के बाद चीन और एशियाई शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी गयी. इसका असर सोमवार को घरेलू बाजार की शुरुआत पर दिखा. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 400 अंक से ज्यादा गिरकर चल रहा है. साथ ही अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में दो फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई और ब्रेंट क्रूड का भाव फिर 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया.

रविवार को ट्रंप ने ट्वीट किया कि आगामी शुक्रवार से वह चीन से आयात किए जाने वाले 200 अरब डॉलर के सामान पर शुल्क दर 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर सकते हैं. इसके बाद बाजार में विशेषकर एशियाई बाजारों में अफरा-तफरी का माहौल देखा गया. शंघाई, तोक्यो और सियोल के बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गयी.

शुरुआती सत्र में सोमवार को 30 कंपनियों का सूचकांक बीएसई सेंसेक्स 453 अंक तक गिर गया. इसके बाद यह मामूली तौर पर सुधरा और पिछले बंद के मुकाबले 321.03 अंक यानी 0.82 प्रतिशत गिरकर यह 38,642.23 अंक पर चल रहा है. इसी तरह एनएसई निफ्टी 93.95 अंक यानी 0.80 प्रतिशत टूटकर 11,618.30 अंक पर चल रहा था.

ये भी पढ़ें : ट्रंप ने दी चीन को 200 बिलियन डॉलर के नए टैरिफ की धमकी

एनर्जी विश्लेषक बताते हैं कि अल्पावधि में तेल के दाम में और गिरावट आ सकती है, लेकिन फिर रिकवरी आ जाएगी क्योंकि ईरान और वेनेजुएला से तेल की आपूर्ति घटने से वैश्विक मांग के मुकाबले आपूर्ति का संकट बना रहेगा जिसका सपोर्ट हमेशा कच्चे तेल के भाव को मिलेगा.

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार आईसीई पर सोमवार को कच्चे तेल का जुलाई वायदा पिछले सत्र से 2.10 फीसदी की कमजोरी के साथ 69.36 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था. वहीं, डब्ल्यूटीआई का जून अनुबंध 2.29 फीसदी की गिरावट के साथ 60.52 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था.

बहरहाल, ट्रंप के बयान से अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापारिक वार्ता के बेपटरी होने से वैश्विक व्यापार प्रभावित होने की आशंका है जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास की पहले से ही सुस्त पड़ी रफ्तार और मंद हो जाएगी क्योंकि चीन और अमेरिकी दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्था होने के साथ-साथ दो बड़े व्यापारिक साझेदार भी हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करके रविवार को चीन से आयातित 200 अरब डॉलर की वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाकर 10 फीसदी से 25 फीसदी करने की चेतावनी दी.

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति ने रविवार को सिलसिलेवार ट्वीट करके कहा कि वह चीनी वस्तुओं के एक समूह पर आयात शुल्क शुक्रवार को 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी कर देंगे.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी चेतावनी दी है कि वह 325 अरब डॉलर की चीनी वस्तुओं पर भी 25 फीसदी का शुल्क लगाएंगे.

नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस हफ्ते चीन के सामान पर शुल्क दर बढ़ाए जाने की धमकी के बाद चीन और एशियाई शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी गयी. इसका असर सोमवार को घरेलू बाजार की शुरुआत पर दिखा. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 400 अंक से ज्यादा गिरकर चल रहा है. साथ ही अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में दो फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई और ब्रेंट क्रूड का भाव फिर 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया.

रविवार को ट्रंप ने ट्वीट किया कि आगामी शुक्रवार से वह चीन से आयात किए जाने वाले 200 अरब डॉलर के सामान पर शुल्क दर 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर सकते हैं. इसके बाद बाजार में विशेषकर एशियाई बाजारों में अफरा-तफरी का माहौल देखा गया. शंघाई, तोक्यो और सियोल के बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गयी.

शुरुआती सत्र में सोमवार को 30 कंपनियों का सूचकांक बीएसई सेंसेक्स 453 अंक तक गिर गया. इसके बाद यह मामूली तौर पर सुधरा और पिछले बंद के मुकाबले 321.03 अंक यानी 0.82 प्रतिशत गिरकर यह 38,642.23 अंक पर चल रहा है. इसी तरह एनएसई निफ्टी 93.95 अंक यानी 0.80 प्रतिशत टूटकर 11,618.30 अंक पर चल रहा था.

ये भी पढ़ें : ट्रंप ने दी चीन को 200 बिलियन डॉलर के नए टैरिफ की धमकी

एनर्जी विश्लेषक बताते हैं कि अल्पावधि में तेल के दाम में और गिरावट आ सकती है, लेकिन फिर रिकवरी आ जाएगी क्योंकि ईरान और वेनेजुएला से तेल की आपूर्ति घटने से वैश्विक मांग के मुकाबले आपूर्ति का संकट बना रहेगा जिसका सपोर्ट हमेशा कच्चे तेल के भाव को मिलेगा.

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार आईसीई पर सोमवार को कच्चे तेल का जुलाई वायदा पिछले सत्र से 2.10 फीसदी की कमजोरी के साथ 69.36 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था. वहीं, डब्ल्यूटीआई का जून अनुबंध 2.29 फीसदी की गिरावट के साथ 60.52 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था.

बहरहाल, ट्रंप के बयान से अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापारिक वार्ता के बेपटरी होने से वैश्विक व्यापार प्रभावित होने की आशंका है जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास की पहले से ही सुस्त पड़ी रफ्तार और मंद हो जाएगी क्योंकि चीन और अमेरिकी दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्था होने के साथ-साथ दो बड़े व्यापारिक साझेदार भी हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करके रविवार को चीन से आयातित 200 अरब डॉलर की वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाकर 10 फीसदी से 25 फीसदी करने की चेतावनी दी.

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति ने रविवार को सिलसिलेवार ट्वीट करके कहा कि वह चीनी वस्तुओं के एक समूह पर आयात शुल्क शुक्रवार को 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी कर देंगे.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी चेतावनी दी है कि वह 325 अरब डॉलर की चीनी वस्तुओं पर भी 25 फीसदी का शुल्क लगाएंगे.

Intro:Body:

नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस हफ्ते चीन के सामान पर शुल्क दर बढ़ाए जाने की धमकी के बाद चीन और एशियाई शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी गयी. इसका असर सोमवार को घरेलू बाजार की शुरुआत पर दिखा. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 400 अंक से ज्यादा गिरकर चल रहा है. साथ ही अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में दो फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई और ब्रेंट क्रूड का भाव फिर 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया.

रविवार को ट्रंप ने ट्वीट किया कि आगामी शुक्रवार से वह चीन से आयात किए जाने वाले 200 अरब डॉलर के सामान पर शुल्क दर 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर सकते हैं. इसके बाद बाजार में विशेषकर एशियाई बाजारों में अफरा-तफरी का माहौल देखा गया. शंघाई, तोक्यो और सियोल के बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गयी.

शुरुआती सत्र में सोमवार को 30 कंपनियों का सूचकांक बीएसई सेंसेक्स 453 अंक तक गिर गया. इसके बाद यह मामूली तौर पर सुधरा और पिछले बंद के मुकाबले 321.03 अंक यानी 0.82 प्रतिशत गिरकर यह 38,642.23 अंक पर चल रहा है. इसी तरह एनएसई निफ्टी 93.95 अंक यानी 0.80 प्रतिशत टूटकर 11,618.30 अंक पर चल रहा था.

एनर्जी विश्लेषक बताते हैं कि अल्पावधि में तेल के दाम में और गिरावट आ सकती है, लेकिन फिर रिकवरी आ जाएगी क्योंकि ईरान और वेनेजुएला से तेल की आपूर्ति घटने से वैश्विक मांग के मुकाबले आपूर्ति का संकट बना रहेगा जिसका सपोर्ट हमेशा कच्चे तेल के भाव को मिलेगा.

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार आईसीई पर सोमवार को कच्चे तेल का जुलाई वायदा पिछले सत्र से 2.10 फीसदी की कमजोरी के साथ 69.36 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था. वहीं, डब्ल्यूटीआई का जून अनुबंध 2.29 फीसदी की गिरावट के साथ 60.52 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था.

बहरहाल, ट्रंप के बयान से अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापारिक वार्ता के बेपटरी होने से वैश्विक व्यापार प्रभावित होने की आशंका है जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास की पहले से ही सुस्त पड़ी रफ्तार और मंद हो जाएगी क्योंकि चीन और अमेरिकी दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्था होने के साथ-साथ दो बड़े व्यापारिक साझेदार भी हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करके रविवार को चीन से आयातित 200 अरब डॉलर की वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाकर 10 फीसदी से 25 फीसदी करने की चेतावनी दी.

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति ने रविवार को सिलसिलेवार ट्वीट करके कहा कि वह चीनी वस्तुओं के एक समूह पर आयात शुल्क शुक्रवार को 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी कर देंगे.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी चेतावनी दी है कि वह 325 अरब डॉलर की चीनी वस्तुओं पर भी 25 फीसदी का शुल्क लगाएंगे.


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.