मुंबई: मुनाफावसूली के चलते गुरुवार को महंगी धातुओं के दाम में लगातार पांच दिनों से जारी तेजी पर ब्रेक लग गया. घरेलू वायदा बाजार में सोने का भाव रिकॉर्ड ऊंचाई से फिसलकर 38,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के नीचे आ गया है. वहीं, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव पिछले सत्र के मुकाबले 15 डॉलर प्रति औंस तक लुढ़क गया.
कमोडिटी बाजार विशेषज्ञ बताते हैं कि सोने और चांदी के भाव में पिछले सत्र में जबरदस्त तेजी देखी गई जिसके बाद लोगों ने मुनाफावसूली करना शुरू कर दिया, जिससे कीमतों में गिरावट आई है.
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने के अक्टूबर वायदा अनुबंध में 444.00 रुपये यानी 1.16% फीसदी की कमजोरी के साथ 37774.00 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है. पिछले सत्र में सोने का भाव एमसीएक्स पर 38,488 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला था जो कि अब तक का रिकॉर्ड स्तर है.
वहीं, दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना बृहस्पतिवार को 550 रुपये के उछाल के साथ 38,000 रुपये के पार 38,470 रुपये प्रति 10 ग्राम के अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया. अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध के बीच निवेशक सुरक्षित निवेश के विकल्प के तौर पर सोने की ओर झुक रहे हैं. घरेलू आर्थिक चिंताओं के बढ़ने से भी भारतीय निवेशकों का सोने के प्रति आकर्षण बढ़ा हुआ है।
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चांदी के सितंबर अनुबंध में एमसीएक्स पर 459.00 रुपये यानी 1.05 फीसदी की गिरावट के साथ 43320.00 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रहा है. पिछले सत्र में चांदी का भाव एमसीएक्स पर 43,840 रुपये प्रति किलो तक उछला था.
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने के दिसंबर अनुबंध में गुरुवार को 9.05 डॉलर यानी 0.60 फीसदी की गिरावट के साथ 1,5.10.55 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है. इससे पहले सोने का भाव 1,503.75 डॉलर प्रति औंस तक गिरा.
पिछले सत्र में सोना 1,522.70 डॉलर के ऊंचे स्तर को छूने के बाद 1,519.60 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ था. इस प्रकार पिछले सत्र के मुकाबले सोने के दाम में 15 डॉलर से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई.
कॉमेक्स पर चांदी के सितंबर अनुबंध में 0.75 फीसदी की कमजोरी के साथ 17.06 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है.
कमोडिटी बाजार विशेषज्ञ और एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट (इनर्जी व करेंसी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने बताया कि सोने और चांदी में गिरावट की मुख्य वजह ऊंचे भाव पर मुनाफावसूली है, हालांकि शेयर बाजारों में आई तेजी से भी महंगी धातुओं के प्रति निवेश रुझान में कमी आई है.
उन्होंने बताया, "भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रमुख ब्याज दरों में कटौती के बाद घरेलू शेयर बाजार में तेजी आई है. साथ ही, वैश्विक शेयर बाजारों में भी शॉर्ट कवरिंग के कारण आई तेजी से महंगी धातुओं के प्रति निवेशकों के रुझान में नरमी आई है. लिहाजा सोने और चांदी में गिरावट आई है."
उधर, घरेलू मुद्रा रुपये की गिरावट भी थम गई है. डॉलर के मुकाबले रुपया तीन पैसे की मजबूती के साथ 70.86 रुपये प्रति डॉलर पर बना हुआ था जबकि पिछले सत्र में रुपया आठ पैसे की कमजोरी के साथ 70.89 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. उन्होंने कहा कि रुपये में मजबूती से भी सोने के भाव में नरमी आई है.