नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2018-19 में देश का कच्चा तेल उत्पादन चार प्रतिशत से अधिक गिर गया. आधिकारिक आंकड़ों में गुरुवार को इसकी जानकारी दी गयी. ओएनजीसी और ऑयल इंडिया लिमिटेड के पुराने हो रहे तेल क्षेत्रों का उत्पादन लक्ष्य से कम रहने से यह गिरावट आयी.
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के ताजा आंकड़ों में बताया गया है कि वित्त वर्ष 2018-19 में देश का कच्चा तेल उत्पादन 342 लाख टन रहा जो कि वित्त वर्ष 2017-18 में 357 लाख टन रहा था.
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इस दौरान ओएनजीसी का उत्पादन 222.50 लाख टन से गिरकर 210 लाख टन पर आ गया. ऑयल इंडिया लिमिटेड का उत्पादन भी 2.50 प्रतिशत गिरकर 33 लाख टन तथा निजी क्षेत्र की कंपनियों का उत्पादन भी इस दौरान दो प्रतिशत गिरकर 98 लाख टन रहा.
ओएनजीसी के उत्पादन में मुख्यत: मुंबई और नीलम हीरा क्षेत्रों की तकनीकी दिक्कत तथा गुजरात के संथाल और बलोल क्षेत्रों के उत्पादन में कमी के कारण गिरावट आयी. मार्च महीने के दौरान देश का कुल कच्चा तेल उत्पादन पिछले साल के 30.40 लाख टन की तुलना में 28.50 लाख टन पर आ गया.
हालांकि इस दौरान प्राकृतिक गैस के उत्पादन में तेजी आयी है. वित्त वर्ष 2018-19 में प्राकृतिक गैस का उत्पादन 32.6 अरब घन मीटर (बीसीएम) से बढ़कर 32.9 बीसीएम पर पहुंच गया. ओएनजीसी का उत्पादन 5.30 प्रतिशत बढ़कर 24.67 बीसीएम पर पहुंच गया.
देश का कच्चा तेल उत्पादन 2018-19 में चार प्रतिशत गिरा
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के ताजा आंकड़ों में बताया गया है कि वित्त वर्ष 2018-19 में देश का कच्चा तेल उत्पादन 342 लाख टन रहा जो कि वित्त वर्ष 2017-18 में 357 लाख टन रहा था.
नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2018-19 में देश का कच्चा तेल उत्पादन चार प्रतिशत से अधिक गिर गया. आधिकारिक आंकड़ों में गुरुवार को इसकी जानकारी दी गयी. ओएनजीसी और ऑयल इंडिया लिमिटेड के पुराने हो रहे तेल क्षेत्रों का उत्पादन लक्ष्य से कम रहने से यह गिरावट आयी.
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के ताजा आंकड़ों में बताया गया है कि वित्त वर्ष 2018-19 में देश का कच्चा तेल उत्पादन 342 लाख टन रहा जो कि वित्त वर्ष 2017-18 में 357 लाख टन रहा था.
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इस दौरान ओएनजीसी का उत्पादन 222.50 लाख टन से गिरकर 210 लाख टन पर आ गया. ऑयल इंडिया लिमिटेड का उत्पादन भी 2.50 प्रतिशत गिरकर 33 लाख टन तथा निजी क्षेत्र की कंपनियों का उत्पादन भी इस दौरान दो प्रतिशत गिरकर 98 लाख टन रहा.
ओएनजीसी के उत्पादन में मुख्यत: मुंबई और नीलम हीरा क्षेत्रों की तकनीकी दिक्कत तथा गुजरात के संथाल और बलोल क्षेत्रों के उत्पादन में कमी के कारण गिरावट आयी. मार्च महीने के दौरान देश का कुल कच्चा तेल उत्पादन पिछले साल के 30.40 लाख टन की तुलना में 28.50 लाख टन पर आ गया.
हालांकि इस दौरान प्राकृतिक गैस के उत्पादन में तेजी आयी है. वित्त वर्ष 2018-19 में प्राकृतिक गैस का उत्पादन 32.6 अरब घन मीटर (बीसीएम) से बढ़कर 32.9 बीसीएम पर पहुंच गया. ओएनजीसी का उत्पादन 5.30 प्रतिशत बढ़कर 24.67 बीसीएम पर पहुंच गया.
देश का कच्चा तेल उत्पादन 2018-19 में चार प्रतिशत गिरा
नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2018-19 में देश का कच्चा तेल उत्पादन चार प्रतिशत से अधिक गिर गया. आधिकारिक आंकड़ों में गुरुवार को इसकी जानकारी दी गयी. ओएनजीसी और ऑयल इंडिया लिमिटेड के पुराने हो रहे तेल क्षेत्रों का उत्पादन लक्ष्य से कम रहने से यह गिरावट आयी.
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के ताजा आंकड़ों में बताया गया है कि वित्त वर्ष 2018-19 में देश का कच्चा तेल उत्पादन 342 लाख टन रहा जो कि वित्त वर्ष 2017-18 में 357 लाख टन रहा था.
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इस दौरान ओएनजीसी का उत्पादन 222.50 लाख टन से गिरकर 210 लाख टन पर आ गया. ऑयल इंडिया लिमिटेड का उत्पादन भी 2.50 प्रतिशत गिरकर 33 लाख टन तथा निजी क्षेत्र की कंपनियों का उत्पादन भी इस दौरान दो प्रतिशत गिरकर 98 लाख टन रहा.
ओएनजीसी के उत्पादन में मुख्यत: मुंबई और नीलम हीरा क्षेत्रों की तकनीकी दिक्कत तथा गुजरात के संथाल और बलोल क्षेत्रों के उत्पादन में कमी के कारण गिरावट आयी. मार्च महीने के दौरान देश का कुल कच्चा तेल उत्पादन पिछले साल के 30.40 लाख टन की तुलना में 28.50 लाख टन पर आ गया.
हालांकि इस दौरान प्राकृतिक गैस के उत्पादन में तेजी आयी है. वित्त वर्ष 2018-19 में प्राकृतिक गैस का उत्पादन 32.6 अरब घन मीटर (बीसीएम) से बढ़कर 32.9 बीसीएम पर पहुंच गया. ओएनजीसी का उत्पादन 5.30 प्रतिशत बढ़कर 24.67 बीसीएम पर पहुंच गया.
Conclusion: