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थोक मुद्रास्फीति अगस्त महीने में 1.08 प्रतिशत पर अपरिवर्तित - खाद्य एवं ईंधन

सरकार के सोमवार को जारी आंकड़े के अनुसार थोक मूल्य सचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई दर जुलाई में भी 1.08 प्रतिशत थी. हालांकि, एक साल पहले अगस्त 2018 में यह 4.62 प्रतिशत थी.

थोक मुद्रास्फीति अगस्त महीने में 1.08 प्रतिशत पर अपरिवर्तित
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Published : Sep 16, 2019, 12:36 PM IST

Updated : Sep 30, 2019, 7:38 PM IST

नई दिल्ली: खाने- पीने का सामान महंगा होने के बावजूद थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अगस्त महीने में बिना किसी बदलाव के 1.08 प्रतिशत पर स्थिर रही.

सरकार के सोमवार को जारी आंकड़े के अनुसार थोक मूल्य सचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई दर जुलाई में भी 1.08 प्रतिशत थी. हालांकि, एक साल पहले अगस्त 2018 में यह 4.62 प्रतिशत थी.

खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर अगस्त महीने में बढ़कर 7.67 प्रतिशत पहुंच गयी जो इस साल जुलाई में 6.15 प्रतिशत थी.

ये भी पढ़ें: एशिया की सबसे बड़ी प्लाईवुड इंडस्ट्री पर आर्थिक मंदी की मार, 150 यूनिट बंद

मुख्य रूप से सब्जी और अंडा, मांस जैसे अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ने से खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर बढ़ी है.

सब्जियों की महंगाई दर भी आलोच्य महीने में बढ़कर 13.07 प्रतिशत पर पहुंच गयी जो इससे पूर्व इसी वर्ष जुलाई में 10.67 प्रतिशत थी.

अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति अगस्त महीने में बढ़कर 6.60 प्रतिशत पर आ गयी जो जुलाई में 3.16 प्रतिशत थी.

हालांकि, ईंधन और बिजली की महंगाई दर में 4 प्रतिशत की गिरावट आयी.

नई दिल्ली: खाने- पीने का सामान महंगा होने के बावजूद थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अगस्त महीने में बिना किसी बदलाव के 1.08 प्रतिशत पर स्थिर रही.

सरकार के सोमवार को जारी आंकड़े के अनुसार थोक मूल्य सचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई दर जुलाई में भी 1.08 प्रतिशत थी. हालांकि, एक साल पहले अगस्त 2018 में यह 4.62 प्रतिशत थी.

खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर अगस्त महीने में बढ़कर 7.67 प्रतिशत पहुंच गयी जो इस साल जुलाई में 6.15 प्रतिशत थी.

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मुख्य रूप से सब्जी और अंडा, मांस जैसे अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ने से खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर बढ़ी है.

सब्जियों की महंगाई दर भी आलोच्य महीने में बढ़कर 13.07 प्रतिशत पर पहुंच गयी जो इससे पूर्व इसी वर्ष जुलाई में 10.67 प्रतिशत थी.

अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति अगस्त महीने में बढ़कर 6.60 प्रतिशत पर आ गयी जो जुलाई में 3.16 प्रतिशत थी.

हालांकि, ईंधन और बिजली की महंगाई दर में 4 प्रतिशत की गिरावट आयी.

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नई दिल्ली: अधिकारिक थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) अगस्त माह में सभी श्रेणियों में 0.2 फीसदी बढ़कर जुलाई के 121.2 (अनंतिम) के मुकाबले 121.4 (अनंतिम) हो गया.

मासिक डब्ल्यूपीआई आधारित वार्षिक मुद्रास्फीति दर अगस्त में पिछले माह जुलाई की तुलना में अपरिवर्तित 1.08 फीसदी रहा. पिछले वर्ष समान अवधि में यह 4.62 फीसदी था.

पिछले महीने की बढ़ती कीमतों के चलते खाद्य लेखों में मुद्रास्फीति दर 1.4 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 153.7 से बढ़कर 155.9 हो गई.

प्राकृतिक गैस (3%) और कच्चे पेट्रोलियम (1%) की अधिक कीमत के कारण 'क्रूड पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस' समूह का सूचकांक पिछले महीने के लिए 86.9 (अनंतिम) से 1.4 प्रतिशत बढ़कर 88.1 (अनंतिम) हो गया.

डब्ल्यूपीआई के आधार पर मुद्रास्फीति की गणना की जाती है. डब्ल्यूपीआई कुछ चुनी हुई वस्तुओं के सामूहिक औसत मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है. डब्ल्यूपीआई कुल तीन मुख्य भागों (प्राथमिक वस्तुएं, विनिर्मित उत्पाद और ईंधन व बिजली) के तहत 697 वस्तुओं के मूल्यों को गिना जाता है.

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Last Updated : Sep 30, 2019, 7:38 PM IST
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