वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के 300 अरब डॉलर के सामानों पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत शुल्क लगाने की बृहस्पतिवार को घोषणा की. इसके बाद उन्होंने कहा कि अब चीन के लिये बदलने का समय आ गया है.
ट्रंप ने बृहस्पतिवार को एक के बाद एक ट्वीट करते हुए बताया कि नया शुल्क एक सितंबर से प्रभावी होगा. यह 250 अरब डॉलर के चीन के सामानों पर पहले से लगे 25 प्रतिशत शुल्क के अतिरिक्त है. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, "कई सालों से चीन सैकड़ों अरब डॉलर यहां से ले जा रहा है. हमने चीन का पुनर्निर्माण किया है. अत: अब समय है कि हम चीजों को बदले. यदि वे हमारे साथ व्यापार नहीं करना चाहते हैं, मेरे लिये यह ठीक ही रहेगा. इससे हमारा काफी पैसा बचेगा."
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उन्होंने कहा, "हमने अपने देश में बिक रहे 300 अरब डॉलर के चीन के सामानों पर शुल्क लगाया है. वे अपनी मुद्रा का अवमूल्यन करते हैं और यहां से पैसा ले जाते हैं."
ट्रंप ने कहा, "इसी कारण अब हम उनसे अरबों डॉलर वसूल रहे हैं. वास्तव में बिलकुल भी मुद्रास्फीति नहीं है. इससे हमारे उपभोक्ताओं पर कोई बोझ नहीं पड़ रहा है बल्कि चीन इसका भुगतान कर रहा है."
उन्होंने कहा, "अब क्या हुआ है कि बहुत सारी कंपनियां चीन से बाहर जा रही हैं, ताकि वे शुल्क से बच सकें. बुधवार के वाल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, चीन के लिये यह बुरा दौर है. पिछले 27 साल में सबसे बुरा. हालांकि मैं ऐसा नहीं चाहता."
अमेरिका के व्यापार मंत्री रॉबर्ट लाइटहाइजर और वित्त मंत्री स्टीवन म्नुचिन के शंघाई से लौटने के बाद ट्रंप ने यह घोषणा की. ट्रंप ने कहा, जब वे लौटे तो उन्होंने कहा कि बातचीत चल रही है और सितंबर की शुरुआत में पुन: बैठक होगी. मैंने कहा, "ठीक है. लेकिन इस बीच के समय में जब तक समझौता नहीं हो जाता है, हम उनसे शुल्क वसूलने वाले हैं."
ट्रंप ने चीन के 300 अरब डॉलर के सामानों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त कर लगाने की घोषणा की - ट्रंप
ट्रंप ने कहा, जब वे लौटे तो उन्होंने कहा कि बातचीत चल रही है और सितंबर की शुरुआत में पुन: बैठक होगी. मैंने कहा, "ठीक है. लेकिन इस बीच के समय में जब तक समझौता नहीं हो जाता है, हम उनसे शुल्क वसूलने वाले हैं."
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के 300 अरब डॉलर के सामानों पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत शुल्क लगाने की बृहस्पतिवार को घोषणा की. इसके बाद उन्होंने कहा कि अब चीन के लिये बदलने का समय आ गया है.
ट्रंप ने बृहस्पतिवार को एक के बाद एक ट्वीट करते हुए बताया कि नया शुल्क एक सितंबर से प्रभावी होगा. यह 250 अरब डॉलर के चीन के सामानों पर पहले से लगे 25 प्रतिशत शुल्क के अतिरिक्त है. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, "कई सालों से चीन सैकड़ों अरब डॉलर यहां से ले जा रहा है. हमने चीन का पुनर्निर्माण किया है. अत: अब समय है कि हम चीजों को बदले. यदि वे हमारे साथ व्यापार नहीं करना चाहते हैं, मेरे लिये यह ठीक ही रहेगा. इससे हमारा काफी पैसा बचेगा."
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उन्होंने कहा, "हमने अपने देश में बिक रहे 300 अरब डॉलर के चीन के सामानों पर शुल्क लगाया है. वे अपनी मुद्रा का अवमूल्यन करते हैं और यहां से पैसा ले जाते हैं."
ट्रंप ने कहा, "इसी कारण अब हम उनसे अरबों डॉलर वसूल रहे हैं. वास्तव में बिलकुल भी मुद्रास्फीति नहीं है. इससे हमारे उपभोक्ताओं पर कोई बोझ नहीं पड़ रहा है बल्कि चीन इसका भुगतान कर रहा है."
उन्होंने कहा, "अब क्या हुआ है कि बहुत सारी कंपनियां चीन से बाहर जा रही हैं, ताकि वे शुल्क से बच सकें. बुधवार के वाल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, चीन के लिये यह बुरा दौर है. पिछले 27 साल में सबसे बुरा. हालांकि मैं ऐसा नहीं चाहता."
अमेरिका के व्यापार मंत्री रॉबर्ट लाइटहाइजर और वित्त मंत्री स्टीवन म्नुचिन के शंघाई से लौटने के बाद ट्रंप ने यह घोषणा की. ट्रंप ने कहा, जब वे लौटे तो उन्होंने कहा कि बातचीत चल रही है और सितंबर की शुरुआत में पुन: बैठक होगी. मैंने कहा, "ठीक है. लेकिन इस बीच के समय में जब तक समझौता नहीं हो जाता है, हम उनसे शुल्क वसूलने वाले हैं."
ट्रंप ने चीन के 300 अरब डॉलर के सामानों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त कर लगाने की घोषणा की
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के 300 अरब डॉलर के सामानों पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत शुल्क लगाने की बृहस्पतिवार को घोषणा की. इसके बाद उन्होंने कहा कि अब चीन के लिये बदलने का समय आ गया है.
ट्रंप ने बृहस्पतिवार को एक के बाद एक ट्वीट करते हुए बताया कि नया शुल्क एक सितंबर से प्रभावी होगा. यह 250 अरब डॉलर के चीन के सामानों पर पहले से लगे 25 प्रतिशत शुल्क के अतिरिक्त है. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, "कई सालों से चीन सैकड़ों अरब डॉलर यहां से ले जा रहा है. हमने चीन का पुनर्निर्माण किया है. अत: अब समय है कि हम चीजों को बदले. यदि वे हमारे साथ व्यापार नहीं करना चाहते हैं, मेरे लिये यह ठीक ही रहेगा. इससे हमारा काफी पैसा बचेगा."
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उन्होंने कहा, "हमने अपने देश में बिक रहे 300 अरब डॉलर के चीन के सामानों पर शुल्क लगाया है. वे अपनी मुद्रा का अवमूल्यन करते हैं और यहां से पैसा ले जाते हैं."
ट्रंप ने कहा, "इसी कारण अब हम उनसे अरबों डॉलर वसूल रहे हैं. वास्तव में बिलकुल भी मुद्रास्फीति नहीं है. इससे हमारे उपभोक्ताओं पर कोई बोझ नहीं पड़ रहा है बल्कि चीन इसका भुगतान कर रहा है."
उन्होंने कहा, "अब क्या हुआ है कि बहुत सारी कंपनियां चीन से बाहर जा रही हैं, ताकि वे शुल्क से बच सकें. बुधवार के वाल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, चीन के लिये यह बुरा दौर है. पिछले 27 साल में सबसे बुरा. हालांकि मैं ऐसा नहीं चाहता."
अमेरिका के व्यापार मंत्री रॉबर्ट लाइटहाइजर और वित्त मंत्री स्टीवन म्नुचिन के शंघाई से लौटने के बाद ट्रंप ने यह घोषणा की. ट्रंप ने कहा, जब वे लौटे तो उन्होंने कहा कि बातचीत चल रही है और सितंबर की शुरुआत में पुन: बैठक होगी. मैंने कहा, "ठीक है. लेकिन इस बीच के समय में जब तक समझौता नहीं हो जाता है, हम उनसे शुल्क वसूलने वाले हैं."
Conclusion: