ETV Bharat / business

अमेरिकी वित्तीय संस्था ने भारतीय स्टार्टअप को 1.5 करोड़ डॉलर का कर्ज दिया

यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (डीएफसी) ने एक बयान में कहा कि वित्त पोषण से बेंगलूरु स्थिति स्टार्टअप ‘वर्तना’ को दीर्घावधि पूंजी जुटाने में मदद मिलेगी.डीएफसी ने कहा कि ये वित्तपोषण विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे कोरोना वायरस महामारी के कारण पैदा हुए व्यवधानों से संभलने में विद्यालयों को मदद मिलेगी.

अमेरिकी वित्तीय संस्था ने भारतीय स्टार्टअप को 1.5 करोड़ डॉलर का कर्ज दिया
अमेरिकी वित्तीय संस्था ने भारतीय स्टार्टअप को 1.5 करोड़ डॉलर का कर्ज दिया
author img

By

Published : May 5, 2020, 5:18 PM IST

वाशिंगटन: एक अमेरिकी वित्तीय संगठन ने एक भारतीय शिक्षा स्टार्टअप को 1.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर का कर्ज देने पर सहमति व्यक्त की है. इस धनराशि का इस्तेमाल भारत में निन्म आय वर्ग के छात्रों को शिक्षा देने वाले विद्यालयों को सहायता देने के लिए किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों को अच्छी शिक्षा मिल सके.

यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (डीएफसी) ने एक बयान में कहा कि वित्त पोषण से बेंगलूरु स्थिति स्टार्टअप ‘वर्तना’ को दीर्घावधि पूंजी जुटाने में मदद मिलेगी.डीएफसी ने कहा कि ये वित्तपोषण विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे कोरोना वायरस महामारी के कारण पैदा हुए व्यवधानों से संभलने में विद्यालयों को मदद मिलेगी.

ये भी पढ़ें- जानिए आखिर क्यों खुली है शराब दुकानें और राज्यों को इससे कैसे होगा फायदा

बयान में कहा गया कि कर्ज दने के अलावा वर्थना स्कूलों को डिजिटल शिक्षण उपकरण और शिक्षण विधियों को लागू करने में मदद कर रहा है ताकि छात्र महामारी के दौरान दूरस्थ शिक्षा के जरिए पढ़ाई जारी रख सकें.

वर्तना की स्थापना 2012 में ब्रजेश मिश्रा और स्टीव हार्डग्रे ने की थी और यह 3,500 से अधिक विद्यालयों को सहायता उपलब्ध कराता है. ये विद्यालय मुख्य रूप से देश की कम आबादी वाले शहरों में स्थित हैं.

(पीटीआई-भाषा)

वाशिंगटन: एक अमेरिकी वित्तीय संगठन ने एक भारतीय शिक्षा स्टार्टअप को 1.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर का कर्ज देने पर सहमति व्यक्त की है. इस धनराशि का इस्तेमाल भारत में निन्म आय वर्ग के छात्रों को शिक्षा देने वाले विद्यालयों को सहायता देने के लिए किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों को अच्छी शिक्षा मिल सके.

यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (डीएफसी) ने एक बयान में कहा कि वित्त पोषण से बेंगलूरु स्थिति स्टार्टअप ‘वर्तना’ को दीर्घावधि पूंजी जुटाने में मदद मिलेगी.डीएफसी ने कहा कि ये वित्तपोषण विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे कोरोना वायरस महामारी के कारण पैदा हुए व्यवधानों से संभलने में विद्यालयों को मदद मिलेगी.

ये भी पढ़ें- जानिए आखिर क्यों खुली है शराब दुकानें और राज्यों को इससे कैसे होगा फायदा

बयान में कहा गया कि कर्ज दने के अलावा वर्थना स्कूलों को डिजिटल शिक्षण उपकरण और शिक्षण विधियों को लागू करने में मदद कर रहा है ताकि छात्र महामारी के दौरान दूरस्थ शिक्षा के जरिए पढ़ाई जारी रख सकें.

वर्तना की स्थापना 2012 में ब्रजेश मिश्रा और स्टीव हार्डग्रे ने की थी और यह 3,500 से अधिक विद्यालयों को सहायता उपलब्ध कराता है. ये विद्यालय मुख्य रूप से देश की कम आबादी वाले शहरों में स्थित हैं.

(पीटीआई-भाषा)

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.