मुंबई: आयकर रिटर्न भरने वालों की संख्या में 2018-19 में सात लाख यानी करीब एक प्रतिशत की कमी आई है. सरकार के कर आधार बढ़ाने पर जोर के बावजूद यह गिरावट दर्ज की गयी.
ब्रोकरेज कंपनी कोटक सिक्योरिटीज ने आधिकारिक आंकड़ों के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में बुधवार को कहा कि 2018-19 में 6.68 करोड़ रिटर्न भरे गये जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह संख्या 6.75 करोड़ थी.
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उल्लेखनीय है कि सरकार नोटबंदी के कदम के फायदे के रूप में कर रिटर्न भरने वालों की संख्या में वृद्धि को गिनाती रही है. रिपोर्ट में कहा गया है कि नोटबंदी के बाद यह उम्मीद थी कि कर दायरा निरंतर बढ़ेगा. ऐसे में कर रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में कमी हैरान करने वाली है.
टैक्स रिटर्न भरने वालों की संख्या 2018-19 में एक प्रतिशत घटी
ब्रोकरेज कंपनी कोटक सिक्योरिटीज ने आधिकारिक आंकड़ों के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में बुधवार को कहा कि 2018-19 में 6.68 करोड़ रिटर्न भरे गये जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह संख्या 6.75 करोड़ थी.
मुंबई: आयकर रिटर्न भरने वालों की संख्या में 2018-19 में सात लाख यानी करीब एक प्रतिशत की कमी आई है. सरकार के कर आधार बढ़ाने पर जोर के बावजूद यह गिरावट दर्ज की गयी.
ब्रोकरेज कंपनी कोटक सिक्योरिटीज ने आधिकारिक आंकड़ों के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में बुधवार को कहा कि 2018-19 में 6.68 करोड़ रिटर्न भरे गये जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह संख्या 6.75 करोड़ थी.
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उल्लेखनीय है कि सरकार नोटबंदी के कदम के फायदे के रूप में कर रिटर्न भरने वालों की संख्या में वृद्धि को गिनाती रही है. रिपोर्ट में कहा गया है कि नोटबंदी के बाद यह उम्मीद थी कि कर दायरा निरंतर बढ़ेगा. ऐसे में कर रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में कमी हैरान करने वाली है.
टैक्स रिटर्न भरने वालों की संख्या 2018-19 में एक प्रतिशत घटी
मुंबई: आयकर रिटर्न भरने वालों की संख्या में 2018-19 में सात लाख यानी करीब एक प्रतिशत की कमी आई है. सरकार के कर आधार बढ़ाने पर जोर के बावजूद यह गिरावट दर्ज की गयी.
ब्रोकरेज कंपनी कोटक सिक्योरिटीज ने आधिकारिक आंकड़ों के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में बुधवार को कहा कि 2018-19 में 6.68 करोड़ रिटर्न भरे गये जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह संख्या 6.75 करोड़ थी.
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