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रुलाने को फिर तैयार प्याज, अगस्त में दोगुना हुआ दाम

दिल्ली की आजादपुर मंडी में बुधवार को प्याज की आवक 53 ट्रक (तकरीबन 1,200 टन) रही जबकि एक दिन पहले मंगलवार को 37 ट्रक (820 टन के करीब) थी. प्याज कारोबारियों के अनुसार, आजादपुर मंडी में 70 ट्रक से कम अगर प्याज की आवक रहती है तो आपूर्ति का टोटा बना रहता है.

रुलाने को फिर तैयार प्याज, अगस्त में दोगुना हुआ दाम
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Published : Aug 28, 2019, 7:22 PM IST

Updated : Sep 28, 2019, 3:36 PM IST

नई दिल्ली: प्याज फिर रुलाने को तैयार है क्योंकि देश की प्रमुख सब्जी मंडियों इसकी सप्लाई घटने से कीमतें लगातार लगातार बढ़ती जा रही है. देश की राजधानी दिल्ली में इस महीने प्याज का दाम दोगुना हो गया है. दिल्ली की आजादपुर मंडी में अच्छी क्वालिटी का प्याज 30 रुपये से ऊंचे भाव पर बिकने लगा है जबकि खुदरा बाजार में प्याज 50-60 रुपये प्रति किलो बिक रहा है.

आजादपुर मंडी में बुधवार को प्याज की आवक 53 ट्रक (तकरीबन 1,200 टन) रही जबकि एक दिन पहले मंगलवार को 37 ट्रक (820 टन के करीब) थी. प्याज कारोबारियों के अनुसार, आजादपुर मंडी में 70 ट्रक से कम अगर प्याज की आवक रहती है तो आपूर्ति का टोटा बना रहता है.

आजादपुर मंडी के कारोबारी और ऑनियन मर्चेट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट राजेंद्र शर्मा ने कहा कि अगस्त महीने में अब तक दिल्ली में प्याज की कीमत दोगुनी हो गई है.

उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हुई बारिश के बाद प्याज की कीमत अचानक बढ़ने के बाद अब आपूर्ति कम हो रही है क्योंकि स्टॉक में एक तो प्याज कम है दूसरा जिनके पास स्टॉक है, वे अधिक कीमत की उम्मीद लगाए बैठे हैं इसलिए आवक कम हो रही है.

ये भी पढ़ें: कृषि निर्यात क्लस्टर भारत के लिए आगे बढ़ने का मार्ग है

उधर, देश की सबसे बड़े उत्पादक क्षेत्र महाराष्ट्र के नासिक में भी प्याज की कीमत 27-28 रुपये प्रति किलो हो गई है. नासिक के एक बड़े प्याज कारोबारी व निर्यातक ने बताया कि देश के दूसरे प्रांतों में प्याज का स्टॉक कम है और नई फसल आने में अभी दो महीने ज्यादा देर है, इसलिए कीमतों में तेजी का रुख बना हुआ है. उन्होंने बताया कि नई फसल की आवक नवंबर से पहले नहीं होने वाली है.

मंडियों में प्याज की आवक घटने और दाम बढ़ने के बाद नेशनल एग्रीकल्चर को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (नैफेड) ने अपने स्टॉक से खुले बाजार में प्याज की बिक्री शुरू कर दी है.

आजादपुर मंडी सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को नैफेड से प्याज की आवक करीब 11 ट्रक रही.

शर्मा ने बताया कि मंडी में इस समय तीन कैटेगरी के प्याज आ रहे हैं जिनमें छोटे प्याज का भाव 10 रुपये किलो जबकि मध्यम कैटेगरी के प्याज का भाव 20-25 रुपये प्रति किलो और सबसे अच्छी क्वालिटी का प्याज 30 रुपये प्रति किलो से ऊंचे भाव पर बिक रहा है जोकि महीने के आरंभ में 15 रुपये प्रति किलो था.

हालांकि आजादपुर मंडी एग्री प्रोड्यूस मार्केटिंग कमेटी (एपीएमसी) के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को प्याज का भाव 10-28.75 रुपये प्रति किलो था. एपीएमसी के अनुसार, 16 अगस्त को आजादपुर मंडी में प्याज का भाव 7.50 रुपये से लेकर 20 रुपये प्रति किलो था.

एपीएमसी के आंकड़ों के अनुसार, आजादपुर मंडी में बुधवार को 969.4 टन प्याज की आवक रही जिसमें गुजरात से 35.5 टन, महाराष्ट्र से 671.2 टन, मध्यप्रदेश से 151.3 टन और राजस्थान से 11.4 टन प्याज की आवक रही.

शर्मा ने कहा कि बहरहाल मंडियों में प्याज की कीमत में अस्थिरता बनी रहेगी, क्योंकि निचले भाव पर स्टॉकिस्ट या बड़े किसान जिनके पास इस समय प्याज का स्टॉक पड़ा हुआ है, वे बेचने को तैयार नहीं है.

इस साल मई में द्वारा जारी हॉर्टिकल्पचर उत्पादों के दूसरे अग्रिम उत्पादन के अनुसार, वर्ष 2018-19 में देश में प्याज का उत्पादन 232.84 लाख टन था जबकि एक साल पहले 2017-18 में 232.62 लाख टन था.

गौरतलब है कि प्याज की कीमतों को नियंत्रण में रखने को लेकर कुछ महीने पहले सरकार ने निर्यात पर दी जा रही 10 प्रतिशत सब्सिडी को बंद करने का फैसला किया था.

नई दिल्ली: प्याज फिर रुलाने को तैयार है क्योंकि देश की प्रमुख सब्जी मंडियों इसकी सप्लाई घटने से कीमतें लगातार लगातार बढ़ती जा रही है. देश की राजधानी दिल्ली में इस महीने प्याज का दाम दोगुना हो गया है. दिल्ली की आजादपुर मंडी में अच्छी क्वालिटी का प्याज 30 रुपये से ऊंचे भाव पर बिकने लगा है जबकि खुदरा बाजार में प्याज 50-60 रुपये प्रति किलो बिक रहा है.

आजादपुर मंडी में बुधवार को प्याज की आवक 53 ट्रक (तकरीबन 1,200 टन) रही जबकि एक दिन पहले मंगलवार को 37 ट्रक (820 टन के करीब) थी. प्याज कारोबारियों के अनुसार, आजादपुर मंडी में 70 ट्रक से कम अगर प्याज की आवक रहती है तो आपूर्ति का टोटा बना रहता है.

आजादपुर मंडी के कारोबारी और ऑनियन मर्चेट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट राजेंद्र शर्मा ने कहा कि अगस्त महीने में अब तक दिल्ली में प्याज की कीमत दोगुनी हो गई है.

उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हुई बारिश के बाद प्याज की कीमत अचानक बढ़ने के बाद अब आपूर्ति कम हो रही है क्योंकि स्टॉक में एक तो प्याज कम है दूसरा जिनके पास स्टॉक है, वे अधिक कीमत की उम्मीद लगाए बैठे हैं इसलिए आवक कम हो रही है.

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उधर, देश की सबसे बड़े उत्पादक क्षेत्र महाराष्ट्र के नासिक में भी प्याज की कीमत 27-28 रुपये प्रति किलो हो गई है. नासिक के एक बड़े प्याज कारोबारी व निर्यातक ने बताया कि देश के दूसरे प्रांतों में प्याज का स्टॉक कम है और नई फसल आने में अभी दो महीने ज्यादा देर है, इसलिए कीमतों में तेजी का रुख बना हुआ है. उन्होंने बताया कि नई फसल की आवक नवंबर से पहले नहीं होने वाली है.

मंडियों में प्याज की आवक घटने और दाम बढ़ने के बाद नेशनल एग्रीकल्चर को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (नैफेड) ने अपने स्टॉक से खुले बाजार में प्याज की बिक्री शुरू कर दी है.

आजादपुर मंडी सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को नैफेड से प्याज की आवक करीब 11 ट्रक रही.

शर्मा ने बताया कि मंडी में इस समय तीन कैटेगरी के प्याज आ रहे हैं जिनमें छोटे प्याज का भाव 10 रुपये किलो जबकि मध्यम कैटेगरी के प्याज का भाव 20-25 रुपये प्रति किलो और सबसे अच्छी क्वालिटी का प्याज 30 रुपये प्रति किलो से ऊंचे भाव पर बिक रहा है जोकि महीने के आरंभ में 15 रुपये प्रति किलो था.

हालांकि आजादपुर मंडी एग्री प्रोड्यूस मार्केटिंग कमेटी (एपीएमसी) के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को प्याज का भाव 10-28.75 रुपये प्रति किलो था. एपीएमसी के अनुसार, 16 अगस्त को आजादपुर मंडी में प्याज का भाव 7.50 रुपये से लेकर 20 रुपये प्रति किलो था.

एपीएमसी के आंकड़ों के अनुसार, आजादपुर मंडी में बुधवार को 969.4 टन प्याज की आवक रही जिसमें गुजरात से 35.5 टन, महाराष्ट्र से 671.2 टन, मध्यप्रदेश से 151.3 टन और राजस्थान से 11.4 टन प्याज की आवक रही.

शर्मा ने कहा कि बहरहाल मंडियों में प्याज की कीमत में अस्थिरता बनी रहेगी, क्योंकि निचले भाव पर स्टॉकिस्ट या बड़े किसान जिनके पास इस समय प्याज का स्टॉक पड़ा हुआ है, वे बेचने को तैयार नहीं है.

इस साल मई में द्वारा जारी हॉर्टिकल्पचर उत्पादों के दूसरे अग्रिम उत्पादन के अनुसार, वर्ष 2018-19 में देश में प्याज का उत्पादन 232.84 लाख टन था जबकि एक साल पहले 2017-18 में 232.62 लाख टन था.

गौरतलब है कि प्याज की कीमतों को नियंत्रण में रखने को लेकर कुछ महीने पहले सरकार ने निर्यात पर दी जा रही 10 प्रतिशत सब्सिडी को बंद करने का फैसला किया था.

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नई दिल्ली: प्याज फिर रुलाने को तैयार है क्योंकि देश की प्रमुख सब्जी मंडियों इसकी सप्लाई घटने से कीमतें लगातार लगातार बढ़ती जा रही है. देश की राजधानी दिल्ली में इस महीने प्याज का दाम दोगुना हो गया है. दिल्ली की आजादपुर मंडी में अच्छी क्वालिटी का प्याज 30 रुपये से ऊंचे भाव पर बिकने लगा है जबकि खुदरा बाजार में प्याज 50-60 रुपये प्रति किलो बिक रहा है.

आजादपुर मंडी में बुधवार को प्याज की आवक 53 ट्रक (तकरीबन 1,200 टन) रही जबकि एक दिन पहले मंगलवार को 37 ट्रक (820 टन के करीब) थी. प्याज कारोबारियों के अनुसार, आजादपुर मंडी में 70 ट्रक से कम अगर प्याज की आवक रहती है तो आपूर्ति का टोटा बना रहता है.

आजादपुर मंडी के कारोबारी और ऑनियन मर्चेट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट राजेंद्र शर्मा ने कहा कि अगस्त महीने में अब तक दिल्ली में प्याज की कीमत दोगुनी हो गई है.

उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हुई बारिश के बाद प्याज की कीमत अचानक बढ़ने के बाद अब आपूर्ति कम हो रही है क्योंकि स्टॉक में एक तो प्याज कम है दूसरा जिनके पास स्टॉक है, वे अधिक कीमत की उम्मीद लगाए बैठे हैं इसलिए आवक कम हो रही है.

उधर, देश की सबसे बड़े उत्पादक क्षेत्र महाराष्ट्र के नासिक में भी प्याज की कीमत 27-28 रुपये प्रति किलो हो गई है. नासिक के एक बड़े प्याज कारोबारी व निर्यातक ने बताया कि देश के दूसरे प्रांतों में प्याज का स्टॉक कम है और नई फसल आने में अभी दो महीने ज्यादा देर है, इसलिए कीमतों में तेजी का रुख बना हुआ है. उन्होंने बताया कि नई फसल की आवक नवंबर से पहले नहीं होने वाली है.

मंडियों में प्याज की आवक घटने और दाम बढ़ने के बाद नेशनल एग्रीकल्चर को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (नैफेड) ने अपने स्टॉक से खुले बाजार में प्याज की बिक्री शुरू कर दी है.

आजादपुर मंडी सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को नैफेड से प्याज की आवक करीब 11 ट्रक रही.

शर्मा ने बताया कि मंडी में इस समय तीन कैटेगरी के प्याज आ रहे हैं जिनमें छोटे प्याज का भाव 10 रुपये किलो जबकि मध्यम कैटेगरी के प्याज का भाव 20-25 रुपये प्रति किलो और सबसे अच्छी क्वालिटी का प्याज 30 रुपये प्रति किलो से ऊंचे भाव पर बिक रहा है जोकि महीने के आरंभ में 15 रुपये प्रति किलो था.

हालांकि आजादपुर मंडी एग्री प्रोड्यूस मार्केटिंग कमेटी (एपीएमसी) के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को प्याज का भाव 10-28.75 रुपये प्रति किलो था. एपीएमसी के अनुसार, 16 अगस्त को आजादपुर मंडी में प्याज का भाव 7.50 रुपये से लेकर 20 रुपये प्रति किलो था.

एपीएमसी के आंकड़ों के अनुसार, आजादपुर मंडी में बुधवार को 969.4 टन प्याज की आवक रही जिसमें गुजरात से 35.5 टन, महाराष्ट्र से 671.2 टन, मध्यप्रदेश से 151.3 टन और राजस्थान से 11.4 टन प्याज की आवक रही.

शर्मा ने कहा कि बहरहाल मंडियों में प्याज की कीमत में अस्थिरता बनी रहेगी, क्योंकि निचले भाव पर स्टॉकिस्ट या बड़े किसान जिनके पास इस समय प्याज का स्टॉक पड़ा हुआ है, वे बेचने को तैयार नहीं है.

इस साल मई में द्वारा जारी हॉर्टिकल्पचर उत्पादों के दूसरे अग्रिम उत्पादन के अनुसार, वर्ष 2018-19 में देश में प्याज का उत्पादन 232.84 लाख टन था जबकि एक साल पहले 2017-18 में 232.62 लाख टन था.

गौरतलब है कि प्याज की कीमतों को नियंत्रण में रखने को लेकर कुछ महीने पहले सरकार ने निर्यात पर दी जा रही 10 प्रतिशत सब्सिडी को बंद करने का फैसला किया था.

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Last Updated : Sep 28, 2019, 3:36 PM IST
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