नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न चुनौतियों से पार पाने के लिये नव विकास बैंक (एनडीबी) से आपात सुविधा कोष बढ़ाकर 10 अरब डॉलर करने को कहा.
एनडीबी के संचालक मंडल (बोर्ड ऑफ गवर्नर) की वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिये पांचवीं सालाना बैठक में कोरोना वायरस महामारी पर चर्चा के दौरान सीतारमण ने ब्रिक्स देशों को कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिये तुरंत 5 अरब डॉलर की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने को लेकर इस बहुपक्षीय एजेंसी की सराहना की. इसमें भारत को मिली एक अरब डॉलर की आपात सहायता शमिल हैं.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार उन्होंने कहा, "मुझे यह जानकर खुशी है कि बैंक के पास संकट संबंधी सहायता के लिये आपात सुविधा बढ़ाकर 10 अरब डॉलर करने की क्षमता है. इसीलिए सदस्य देशें की मांग पर यह सुविधा बढ़ायी जानी चाहिए."
सीतरमण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोविड-19 आपात कोष बनाने तथा भारत के महत्वपूर्ण दवा जरूरतमंद देशों को उपलब्ध कराने की पहल का उल्लेख किया. ब्राजील के वित्त मंत्री ने जरूरी दवाओं के रूप में समय पर मदद के लिये भारत को धन्यवाद दिया. सीतारमण ने एनडीबी से सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने में ब्रिक्स देशों की मदद के लिये अनूठे उपाय करने का आग्रह किया.
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नव विकास बैंक का गठन ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अ्रफीका) ने 2014 में किया. बैंक के गठन का मकसद सदस्य देशों और अन्य उभरते देशों में बुनियादी ढांचा और सतत विकास परियोजनाओं के लिये संसाधन जुटाना है. एनडीबी ने अबतक भारत की 418.3 करोड़ डॉलर की 14 परियोजनाओं को मंजूरी दी है.
(पीटीआई-भाषा)