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कोविड-19 के टीके में देरी हुई तो भारत की जीडीपी घट सकती है 7.5 प्रतिशत तक: रिपोर्ट - कोविड 19

वैश्विक ब्रोकिंग कंपनी बैंक ऑफ अमेरिका सिक्युरिटीज के मुताबिक यदि टीका आने में लंबा समय लगा तो भारतीय अर्थव्यवस्था 2020-21 में 7.5 प्रतिशत तक सिकुड़ने का अनुमान है.

कोविड-19 के टीके में देरी हुई तो भारत की जीडीपी घट सकती है 7.5 प्रतिशत तक: रिपोर्ट
कोविड-19 के टीके में देरी हुई तो भारत की जीडीपी घट सकती है 7.5 प्रतिशत तक: रिपोर्ट
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Published : Jul 13, 2020, 5:35 PM IST

मुंबई: कोविड-19 का टीका आने में यदि लंबा समय लगता है तो इसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर ज्यादा पड़ सकता है.

वैश्विक ब्रोकिंग कंपनी बैंक ऑफ अमेरिका सिक्युरिटीज के मुताबिक यदि टीका आने में लंबा समय लगा तो भारतीय अर्थव्यवस्था 2020-21 में 7.5 प्रतिशत तक सिकुड़ने का अनुमान है.

हालांकि, परिस्थितियां यदि उम्मीद के मुताबिक रहती हैं तो तब ब्रोकिंग कंपनी ने भारतीय अर्थव्यवस्था में चार प्रतिशत गिरावट का अनुमान लगाया गया है.

कंपनी के अर्थशास्त्रियों ने एक हफ्ते के भीतर ही देश की वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि को लेकर अपने अनुमान को संशोधित किया है.

रिपोर्ट के मुताबिक देश में आर्थिक गतिविधियों में आयी गिरावट के चलते यदि उम्मीद के अनुरूप स्थिति रहती है तब भी अर्थव्यवस्था चार प्रतिशत सिकुड़ने का अनुमान है.

हालांकि, इससे पहले कई विश्लेषकों ने भारतीय अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष के दौरान पांच प्रतिशत तक गिरावट आने का अनुमान व्यक्त किया है.

ये भी पढ़ें: हाई स्पीड 4जी योजना: क्या एयरटेल, वोडाफोन ने नेट न्यूट्रैलिटी नियमों का उल्लंघन किया है?

रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वायरस का टीका खोजा जाने को लेकर वैश्विक और घरेलू दोनों जगहों पर कई स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन टीका तैयार होने को लेकर अभी तक किसी समयसीमा की घोषणा नहीं की गई है.

रिपोर्ट में कहा गया है, "यदि वैश्विक अर्थव्यवस्था को कोविड-19 के टीके का इंतजार एक साल तक करना पड़ता है तो देश की वास्तविक जीडीपी 7.5 प्रतिशत तक गिर सकती है."

विशेषज्ञों ने अनुमान जताया कि देश में आर्थिेक हालात को बेहतर बनाने के लिए 2020-21 में भारतीय रिजर्व बैंक नीतिगत दरों में दो प्रतिशत की और कटौती कर सकता है.

(पीटीआई-भाषा)

मुंबई: कोविड-19 का टीका आने में यदि लंबा समय लगता है तो इसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर ज्यादा पड़ सकता है.

वैश्विक ब्रोकिंग कंपनी बैंक ऑफ अमेरिका सिक्युरिटीज के मुताबिक यदि टीका आने में लंबा समय लगा तो भारतीय अर्थव्यवस्था 2020-21 में 7.5 प्रतिशत तक सिकुड़ने का अनुमान है.

हालांकि, परिस्थितियां यदि उम्मीद के मुताबिक रहती हैं तो तब ब्रोकिंग कंपनी ने भारतीय अर्थव्यवस्था में चार प्रतिशत गिरावट का अनुमान लगाया गया है.

कंपनी के अर्थशास्त्रियों ने एक हफ्ते के भीतर ही देश की वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि को लेकर अपने अनुमान को संशोधित किया है.

रिपोर्ट के मुताबिक देश में आर्थिक गतिविधियों में आयी गिरावट के चलते यदि उम्मीद के अनुरूप स्थिति रहती है तब भी अर्थव्यवस्था चार प्रतिशत सिकुड़ने का अनुमान है.

हालांकि, इससे पहले कई विश्लेषकों ने भारतीय अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष के दौरान पांच प्रतिशत तक गिरावट आने का अनुमान व्यक्त किया है.

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रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वायरस का टीका खोजा जाने को लेकर वैश्विक और घरेलू दोनों जगहों पर कई स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन टीका तैयार होने को लेकर अभी तक किसी समयसीमा की घोषणा नहीं की गई है.

रिपोर्ट में कहा गया है, "यदि वैश्विक अर्थव्यवस्था को कोविड-19 के टीके का इंतजार एक साल तक करना पड़ता है तो देश की वास्तविक जीडीपी 7.5 प्रतिशत तक गिर सकती है."

विशेषज्ञों ने अनुमान जताया कि देश में आर्थिेक हालात को बेहतर बनाने के लिए 2020-21 में भारतीय रिजर्व बैंक नीतिगत दरों में दो प्रतिशत की और कटौती कर सकता है.

(पीटीआई-भाषा)

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