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भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत, रफ्तार पकड़ रहा निजी निवेश : पनगढ़िया - private investment picking up

नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यस्था की बुनियाद मजबूत है और देश में आम धारणा के विपरीत, निजी निवेश तेजी पकड़ रहा है.

अरविंद पनगढ़िया
अरविंद पनगढ़िया
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Published : Oct 3, 2021, 4:48 PM IST

नई दिल्ली : भारतीय अर्थव्यस्था की बुनियाद मजबूत है और बीते वित्त वर्ष में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पहले ही महामारी-पूर्व के स्तर को पार कर चुका है. नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने रविवार को यह बात कही.

पनगढ़िया ने एक इंटरव्यू में इस बात पर भी जोर दिया कि देश को जल्द से जल्द और निर्णायक रूप से कोविड-19 महामारी को हराकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि टीकाकरण के मोर्चे पर भारत ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है.

पनगढ़िया ने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी और चौथी तिमाही में, वास्तविक जीडीपी पहले ही कोविड-19 से पूर्व के स्तर को पार कर चुकी है. ये तथ्य मुझे बताते हैं कि अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है.

बता दें, इस वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था में रिकॉर्ड 20.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई. विशेषज्ञों के विभिन्न अनुमानों के अनुसार, भारत अब इस वर्ष दुनिया की सबसे तेज वृद्धि हासिल करने की राह पर है.

कोलंबिया विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर पनगढ़िया ने कहा कि आम धारणा के विपरीत, भारत में निजी निवेश निश्चित रूप से पहले ही बढ़ चुका है.

उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2021 की तीसरी और चौथी तिमाही में, सकल स्थायी पूंजी निर्माण (जीएफसीएफ) सकल घरेलू उत्पाद का क्रमश: 33 प्रतिशत और 34.3 प्रतिशत था, जो एक साल पहले की इसी तिमाहियों ( कोविड-19 के दौरान) की तुलना में अधिक है.

यह भी पढ़ें- 2021-22 में 10 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी भारतीय अर्थव्यवस्था : एनसीएईआर की महानिदेशक

नई दिल्ली : भारतीय अर्थव्यस्था की बुनियाद मजबूत है और बीते वित्त वर्ष में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पहले ही महामारी-पूर्व के स्तर को पार कर चुका है. नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने रविवार को यह बात कही.

पनगढ़िया ने एक इंटरव्यू में इस बात पर भी जोर दिया कि देश को जल्द से जल्द और निर्णायक रूप से कोविड-19 महामारी को हराकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि टीकाकरण के मोर्चे पर भारत ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है.

पनगढ़िया ने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी और चौथी तिमाही में, वास्तविक जीडीपी पहले ही कोविड-19 से पूर्व के स्तर को पार कर चुकी है. ये तथ्य मुझे बताते हैं कि अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है.

बता दें, इस वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था में रिकॉर्ड 20.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई. विशेषज्ञों के विभिन्न अनुमानों के अनुसार, भारत अब इस वर्ष दुनिया की सबसे तेज वृद्धि हासिल करने की राह पर है.

कोलंबिया विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर पनगढ़िया ने कहा कि आम धारणा के विपरीत, भारत में निजी निवेश निश्चित रूप से पहले ही बढ़ चुका है.

उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2021 की तीसरी और चौथी तिमाही में, सकल स्थायी पूंजी निर्माण (जीएफसीएफ) सकल घरेलू उत्पाद का क्रमश: 33 प्रतिशत और 34.3 प्रतिशत था, जो एक साल पहले की इसी तिमाहियों ( कोविड-19 के दौरान) की तुलना में अधिक है.

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