नई दिल्ली: केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने नई दिल्ली में सऊदी अरब के ऊर्जा, उद्योग और खनिज संसाधन मंत्री खालिद एल-फलीह से मुलाकात की. बैठक के दौरान भारत और सऊदी अरब के बीच हाइड्रोकार्बन के क्षेत्र में सहयोग को ओर मजबूत करने पर विचार विमर्श हुआ.
इस निर्णय से दोनों देशों के बीच सामरिक भागीदारी को सशक्त आधार मिलेगा. इस अवसर पर श्री अल-फलीह ने दविपक्षीय हाईड्रोकार्बन सहयोग में बढ़ते हुए सहयोग का लाभ उठाने पर जोर दिया.
![भारत की सऊदी के पेट्रोलियम मंत्री से कच्चे तेल के दाम को उचित स्तर पर रखने की मांग](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/3951337_pic11.jpg)
उन्होंने इसके कारण भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभावो पर भी ध्यान दिलाया. धर्मेन्द्र प्रधान ने उपभोक्ता और तेल उत्पादक देशों के व्यापक हित में जिम्मेदारी और तर्कसंगत रूप से तेल के दाम तय करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया.
बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रधान ने भारत और सऊदी अरब के बीच दीर्धकालीन ऊर्जा भागीदारी पर ध्यान दिलाते हुए सऊदी अरब की सरकारी तेल कपंनी आर्मको को भारत के सामरिक पेट्रोलियम आरक्षित कार्यक्रम में भागीदारी करने का प्रस्ताव फिर से दिया.
दोनो मंत्रियों ने बैठक में भारत में वेस्ट कोस्ट रिफाईनरी सहित तेल और गैस क्षेत्र में सऊदी अरब के निवेश की प्रगति की समीक्षा भी की.