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अमेरिका का 5 जून से भारत का जीएसपी लाभ वापस लेना दुर्भाग्यपूर्ण: मंत्रालय - US President Donald Trump

वाणिज्य मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि ये निर्णय एकतरफा, गैर-पारस्परिक और गैर-भेदभावपूर्ण है. भारत ने पारस्परिक रूप से स्वीकार्य तरीके से आगे बढ़ने के प्रयास में महत्वपूर्ण अमेरिकी अनुरोधों पर प्रस्ताव पेश किया था. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इसे अमेरिका द्वारा स्वीकृति नहीं मिली.

अमेरिका के साथ जीएसपी मुद्दे का समाधान नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण, बेहतर संबंधों के लिए का जारी रखेंगे: भारत
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Published : Jun 1, 2019, 3:24 PM IST

Updated : Jun 2, 2019, 5:53 PM IST

नई दिल्ली: वाणिज्य मंत्रालय ने अमेरिका द्वारा भारत को जेनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंसेज (जीएसपी) के तहत मिलने वाला लाभ पांच जून से खत्म करने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
जीएसपी लाभ विकसित देशों द्वारा विकासशील देशों को प्रदान किया जाता है.

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने कहा, "द्विपक्षीय व्यापार वार्ता के तहत भारत ने अमेरिका के महत्वपूर्ण आग्रह पर प्रस्ताव की पेशकश की है, ताकि परस्पर स्वीकार्य मार्ग की तलाश की जाए."

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मंत्रालय ने कहा, "यह दुर्भाग्यूपूर्ण है कि अमेरिका ने इस स्वीकार नहीं किया. अमेरिका और अन्य देशों की तरह भारत हमेशा इन मामलों में अपने राष्ट्रीय हित को बनाए रखेगा." इससे पहले मार्च में अमेरिका ने भारत को इसे वापस लेने के लिए 60 दिनों का नोटिस दिया था.

भारत को अमेरिका द्वारा कर कटौती में प्रदत्त जीएसपी रियायत की राशि सिर्फ 19 लाख डॉलर सालाना है.

नई दिल्ली: वाणिज्य मंत्रालय ने अमेरिका द्वारा भारत को जेनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंसेज (जीएसपी) के तहत मिलने वाला लाभ पांच जून से खत्म करने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
जीएसपी लाभ विकसित देशों द्वारा विकासशील देशों को प्रदान किया जाता है.

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने कहा, "द्विपक्षीय व्यापार वार्ता के तहत भारत ने अमेरिका के महत्वपूर्ण आग्रह पर प्रस्ताव की पेशकश की है, ताकि परस्पर स्वीकार्य मार्ग की तलाश की जाए."

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मंत्रालय ने कहा, "यह दुर्भाग्यूपूर्ण है कि अमेरिका ने इस स्वीकार नहीं किया. अमेरिका और अन्य देशों की तरह भारत हमेशा इन मामलों में अपने राष्ट्रीय हित को बनाए रखेगा." इससे पहले मार्च में अमेरिका ने भारत को इसे वापस लेने के लिए 60 दिनों का नोटिस दिया था.

भारत को अमेरिका द्वारा कर कटौती में प्रदत्त जीएसपी रियायत की राशि सिर्फ 19 लाख डॉलर सालाना है.

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अमेरिका के साथ जीएसपी मुद्दे का समाधान नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण, बेहतर संबंधों के लिए का जारी रखेंगे: भारत

नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि उनका प्रशासन 5 जून से भारतीय निर्यात के लिए 5.6 बिलियन डॉलर के मूल्य के लागू शुल्क को समाप्त कर देगा. अमेरिका के इस फैसले को भारत के वाणिज्य मंत्रालय ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. 

वाणिज्य मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि ये निर्णय एकतरफा, गैर-पारस्परिक और गैर-भेदभावपूर्ण है. भारत ने पारस्परिक रूप से स्वीकार्य तरीके से आगे बढ़ने के प्रयास में महत्वपूर्ण अमेरिकी अनुरोधों पर प्रस्ताव पेश किया था. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इसे अमेरिका द्वारा स्वीकृति नहीं मिली.

"भारत, अमेरिका और अन्य देशों की तरह, हमेशा इन मामलों में राष्ट्रीय हित को बनाए रखेगा. हमारे पास महत्वपूर्ण विकास अनिवार्यताएं और चिंताएं हैं और हमारे लोग जीवन जीने के बेहतर मानकों के लिए भी इच्छुक हैं." 

बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जीएसपी व्यापार कार्यक्रम के तहत भारत को प्राप्त लाभार्थी विकासशील देश का दर्जा खत्म कर दिया है. 


Conclusion:
Last Updated : Jun 2, 2019, 5:53 PM IST
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