कोच्चि: देश का समुद्री खाद्य उत्पादों (सीफूड) का निर्यात बीते वित्त वर्ष 2019-20 में 12,89,651 टन रहा. मूल्य के हिसाब से बीते वित्त वर्ष में समुद्री खाद्य उत्पादों का निर्यात 46,662.85 करोड़ रुपये या 6.68 अरब डॉलर रहा. समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एमपीईडीए) ने सोमवार को यह जानकारी दी.
आंकड़ों के अनुसार मात्रा के हिसाब से बीते वित्त वर्ष में फ्रोजन झींगे का निर्यात सबसे अधिक रहा. उसके बाद मछली का स्थान रहा. भारतीय सीफूड के सबसे बड़े आयातकों में अमेरिका और चीन शामिल हैं. एमपीईडीए ने बयान में कहा कि 2019-20 में रुपये में निर्यात 0.16 प्रतिशत अधिक रहा.
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हालांकि, मात्रा और अमेरिकी डॉलर मूल्य में इसमें क्रमश: 7.39 प्रतिशत और 0.74 प्रतिशत की गिरावट आई. भारत ने 2018-19 में 13,92,559 टन समुद्री खाद्य उत्पादों का निर्यात किया था. मूल्य के हिसाब से यह 46,589.37 करोड़ रुपये (672.85 करोड़ डॉलर) रहा था.
एमपीईडीए के चेयरमैन के एस श्रीनिवास ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से प्रमुख निर्यात बाजारों की मांग घटने के बावजूद भारत ने 12,89,651 टन सीफूड का निर्यात किया है.
उन्होंने कहा कि महामारी की वजह से हमारे काफी ऑर्डर रद्द हुए, भुगतान में कटौती और विलंब हुआ और कार्गो की आवाजाही प्रभावित हुई. उन्होंने कहा कि हम सात अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य से चूक गए हैं. हालांकि, इससे बहुत पीछे नहीं रहे. श्रीनिवास ने कहा कि अब वैश्विक बाजारों में लॉकडाउन हट गया है, जिससे निर्यात में तेजी आएगी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)