ETV Bharat / business

जीएसटी संग्रह जून में 9 फीसदी गिरकर 90,917 करोड़ रुपये रहा - 917 करोड़ रुपये रहा

कोरोना वायरस महामारी के बीच केंद्र सरकार का गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) कलेक्शन जून 2020 में 90,917 करोड़ रुपये रहा. मई में सरकार को जीएसटी से 62,009 करोड़ रुपये और अप्रैल में 32,294 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह हुआ था.

जीएसटी कलेक्शन जून में 90,917 करोड़ रुपये रहा
जीएसटी कलेक्शन जून में 90,917 करोड़ रुपये रहा
author img

By

Published : Jul 1, 2020, 2:50 PM IST

Updated : Jul 1, 2020, 4:07 PM IST

नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले कुछ महीनों से आर्थिक गतिविधियों के सिकुड़ते रहने से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत आने वाले सरकारी राजस्व पर बुरा असर पड़ रहा है. यही वजह है कि यह जून में एक लाख करोड़ के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे गिरकर 90,917 करोड़ रुपये ही प्राप्त हो पाया है.

जून में प्राप्त हुआ संग्रह, पिछले वर्षों की संख्या का 91 प्रतिशत है. हालांकि, पिछले दो महीनों को देखें तो इसमें सुधार भी है, क्योंकि पिछले महीनों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लागू किए राष्ट्रव्यापी बंद के बाद आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ गई थीं और जीएसटी संग्रह अपने निम्न स्तर पर पहुंच गया था.

ये भी पढ़ें- जीएसटी के तीन साल: वन नेशन, वन टैक्स का सपना अब भी वास्तविकता से दूर

अप्रैल महीने में जीएसटी संग्रह केवल 32,294 करोड़ रुपये था, जो पिछले साल के इसी महीने के दौरान एकत्र किए गए राजस्व का 28 प्रतिशत था. इसके अलावा मई महीने के लिए जीएसटी संग्रह 62,009 करोड़ रुपये था, जो पिछले साल इसी महीने के दौरान एकत्र किए गए राजस्व का 62 प्रतिशत था.

तदनुसार, इस वित्तवर्ष की पहली तिमाही का जीएसटी संग्रह पिछले वर्ष की इसी तिमाही के दौरान वसूल किए गए राजस्व से 59 प्रतिशत कम है. लेकिन, बड़ी संख्या में करदाताओं के पास अभी भी मई 2020 के महीने के लिए अपना रिटर्न दाखिल करने का समय है, इसलिए सरकार को उम्मीद है कि अंतिम संख्या बढ़ जाएगी.

डेलॉयट इंडिया के पार्टनर एम.एस. मणि ने कहा, "व्यावसायिक गतिविधियों में ठहराव के कारण जीएसटी राजस्व में गिरावट की संभावना थी. ये राजस्व संख्या इंगित करती है कि एक पुनरुद्धार चल रहा है और आने वाले महीनों में संग्रह में सुधार होगा. यह वास्तविकता है कि पहली तिमाही में संग्रह पिछले साल की समान अवधि का 59 प्रतिशत है. पहली तिमाही के दौरान आर्थिक गतिविधियों में गिरावट का संकेत मिलने के साथ ही यह भी इशारा मिल रहा है कि कुछ क्षेत्रों में एक क्रमिक पुनरुद्धार चल रहा है."

एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, "जून, 2020 में एकत्र सकल जीएसटी राजस्व 90,917 करोड़ रुपये है, जिसमें सीजीएसटी 18,980 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 23,970 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 40,302 करोड़ रुपये (माल के आयात पर जमा किए गए 15,709 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 7,665 करोड़ (आयात पर एकत्र 607 करोड़ रुपये सहित) रुपये हैं."

सरकार ने सीजीएसटी को 13,325 करोड़ रुपये और आईजीएसटी से एसजीएसटी को 11,117 करोड़ रुपये नियमित निपटान के रूप में दिए हैं.

केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा जून, 2020 में नियमित निपटान के बाद अर्जित कुल राजस्व, सीजीएसटी के लिए 32,305 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 35,087 करोड़ रुपये है.

जून के दौरान, माल के आयात से राजस्व 71 प्रतिशत रहा और घरेलू लेनदेन (सेवाओं के आयात सहित) से राजस्व पिछले साल इसी महीने के दौरान इन स्रोतों से राजस्व का 97 प्रतिशत रहा है.

(आईएएनएस)

नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले कुछ महीनों से आर्थिक गतिविधियों के सिकुड़ते रहने से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत आने वाले सरकारी राजस्व पर बुरा असर पड़ रहा है. यही वजह है कि यह जून में एक लाख करोड़ के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे गिरकर 90,917 करोड़ रुपये ही प्राप्त हो पाया है.

जून में प्राप्त हुआ संग्रह, पिछले वर्षों की संख्या का 91 प्रतिशत है. हालांकि, पिछले दो महीनों को देखें तो इसमें सुधार भी है, क्योंकि पिछले महीनों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लागू किए राष्ट्रव्यापी बंद के बाद आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ गई थीं और जीएसटी संग्रह अपने निम्न स्तर पर पहुंच गया था.

ये भी पढ़ें- जीएसटी के तीन साल: वन नेशन, वन टैक्स का सपना अब भी वास्तविकता से दूर

अप्रैल महीने में जीएसटी संग्रह केवल 32,294 करोड़ रुपये था, जो पिछले साल के इसी महीने के दौरान एकत्र किए गए राजस्व का 28 प्रतिशत था. इसके अलावा मई महीने के लिए जीएसटी संग्रह 62,009 करोड़ रुपये था, जो पिछले साल इसी महीने के दौरान एकत्र किए गए राजस्व का 62 प्रतिशत था.

तदनुसार, इस वित्तवर्ष की पहली तिमाही का जीएसटी संग्रह पिछले वर्ष की इसी तिमाही के दौरान वसूल किए गए राजस्व से 59 प्रतिशत कम है. लेकिन, बड़ी संख्या में करदाताओं के पास अभी भी मई 2020 के महीने के लिए अपना रिटर्न दाखिल करने का समय है, इसलिए सरकार को उम्मीद है कि अंतिम संख्या बढ़ जाएगी.

डेलॉयट इंडिया के पार्टनर एम.एस. मणि ने कहा, "व्यावसायिक गतिविधियों में ठहराव के कारण जीएसटी राजस्व में गिरावट की संभावना थी. ये राजस्व संख्या इंगित करती है कि एक पुनरुद्धार चल रहा है और आने वाले महीनों में संग्रह में सुधार होगा. यह वास्तविकता है कि पहली तिमाही में संग्रह पिछले साल की समान अवधि का 59 प्रतिशत है. पहली तिमाही के दौरान आर्थिक गतिविधियों में गिरावट का संकेत मिलने के साथ ही यह भी इशारा मिल रहा है कि कुछ क्षेत्रों में एक क्रमिक पुनरुद्धार चल रहा है."

एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, "जून, 2020 में एकत्र सकल जीएसटी राजस्व 90,917 करोड़ रुपये है, जिसमें सीजीएसटी 18,980 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 23,970 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 40,302 करोड़ रुपये (माल के आयात पर जमा किए गए 15,709 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 7,665 करोड़ (आयात पर एकत्र 607 करोड़ रुपये सहित) रुपये हैं."

सरकार ने सीजीएसटी को 13,325 करोड़ रुपये और आईजीएसटी से एसजीएसटी को 11,117 करोड़ रुपये नियमित निपटान के रूप में दिए हैं.

केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा जून, 2020 में नियमित निपटान के बाद अर्जित कुल राजस्व, सीजीएसटी के लिए 32,305 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 35,087 करोड़ रुपये है.

जून के दौरान, माल के आयात से राजस्व 71 प्रतिशत रहा और घरेलू लेनदेन (सेवाओं के आयात सहित) से राजस्व पिछले साल इसी महीने के दौरान इन स्रोतों से राजस्व का 97 प्रतिशत रहा है.

(आईएएनएस)

Last Updated : Jul 1, 2020, 4:07 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.