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सरकार ने चिन्हित किए 12 क्षेत्र जिनमें भारत आत्म-निर्भर होने के साथ वैश्विक आपूर्तिकर्ता बन सकता है: गोयल

गोयल ने कहा कि इन 12 क्षेत्रों को आत्म-निर्भर बनाने के लिए इन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आत्म-निर्भर भारत बड़े पैमाने पर गुणवत्ता वाले उत्पादों का उत्पादन सुनिश्चित करेगा.

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Published : May 22, 2020, 12:12 AM IST

सरकार ने चिन्हित किए 12 क्षेत्र जिनमें भारत आत्म-निर्भर होने के साथ वैश्विक आपूर्तिकर्ता बन सकता है: गोयल
सरकार ने चिन्हित किए 12 क्षेत्र जिनमें भारत आत्म-निर्भर होने के साथ वैश्विक आपूर्तिकर्ता बन सकता है: गोयल

नई दिल्ली: सरकार ने 12 ऐसे क्षेत्र चिह्नित किये हैं जिनमें भारत आत्म-निर्भर होने के साथ ही वैश्विक आपूर्तिकर्ता भी बन सकता है. इन 12 क्षेत्रों में वाहन कलपुर्जा, परिधान, औद्योगिक मशीनरी और फर्नीचर शामिल हैं. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को यह बात कही.

गोयल ने कहा कि इन 12 क्षेत्रों को आत्म-निर्भर बनाने के लिए इन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आत्म-निर्भर भारत बड़े पैमाने पर गुणवत्ता वाले उत्पादों का उत्पादन सुनिश्चित करेगा. इससे देश की जरूरतों को पूरा करने के बाद अधिशेष उत्पादन का निर्यात किया जा सकेगा.

ये 12 क्षेत्र हैं:

  1. खाद्य प्रसंस्करण
  2. जैविक खेती
  3. लौहा
  4. एल्युमीनियम और तांबा
  5. कृषि रसायन
  6. इलेक्ट्रॉनिक्स
  7. औद्योगिक मशीनरी
  8. फर्नीचर
  9. चमड़ा और जूता-चप्पल
  10. वाहन कलपुर्जा
  11. परिधान
  12. मास्क, सैनिटाइजर और वेंटिलेटर

भाजपा नेता संबित पात्रा के साथ परिचर्चा के दौरान कोविड-19 संकट के निपटने को उनके मंत्रालय द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए गोयल ने कहा, "हमने कई ऐसे क्षेत्रो की पहचान की है जिनमें अन्य देशों की तुलना में भारत प्रतिस्पर्धी क्षमता के लिहाज से लाभ की स्थिति में है. हमने 12 ऐसे क्षेत्रों को चिह्नित किया है जिनमें भारत न केवल आत्म-निर्भर बन सकता है बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला की अगुवाई भी कर सकता है."

ये भी पढ़ें: कोरोना संकट में फंसा भारतीय आईटी उद्योग

उन्होंने कहा कि हम इन क्षेत्रों पर केंद्रित तरीके से अध्ययन करेंगे, जिससे इनका विनिर्माण देश में ही प्रतिस्पर्धी तरीके से हो सके. गोयल ने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि आत्म-निर्भर भारत का मतलब दुनिया से कटना नहीं है.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली: सरकार ने 12 ऐसे क्षेत्र चिह्नित किये हैं जिनमें भारत आत्म-निर्भर होने के साथ ही वैश्विक आपूर्तिकर्ता भी बन सकता है. इन 12 क्षेत्रों में वाहन कलपुर्जा, परिधान, औद्योगिक मशीनरी और फर्नीचर शामिल हैं. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को यह बात कही.

गोयल ने कहा कि इन 12 क्षेत्रों को आत्म-निर्भर बनाने के लिए इन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आत्म-निर्भर भारत बड़े पैमाने पर गुणवत्ता वाले उत्पादों का उत्पादन सुनिश्चित करेगा. इससे देश की जरूरतों को पूरा करने के बाद अधिशेष उत्पादन का निर्यात किया जा सकेगा.

ये 12 क्षेत्र हैं:

  1. खाद्य प्रसंस्करण
  2. जैविक खेती
  3. लौहा
  4. एल्युमीनियम और तांबा
  5. कृषि रसायन
  6. इलेक्ट्रॉनिक्स
  7. औद्योगिक मशीनरी
  8. फर्नीचर
  9. चमड़ा और जूता-चप्पल
  10. वाहन कलपुर्जा
  11. परिधान
  12. मास्क, सैनिटाइजर और वेंटिलेटर

भाजपा नेता संबित पात्रा के साथ परिचर्चा के दौरान कोविड-19 संकट के निपटने को उनके मंत्रालय द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए गोयल ने कहा, "हमने कई ऐसे क्षेत्रो की पहचान की है जिनमें अन्य देशों की तुलना में भारत प्रतिस्पर्धी क्षमता के लिहाज से लाभ की स्थिति में है. हमने 12 ऐसे क्षेत्रों को चिह्नित किया है जिनमें भारत न केवल आत्म-निर्भर बन सकता है बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला की अगुवाई भी कर सकता है."

ये भी पढ़ें: कोरोना संकट में फंसा भारतीय आईटी उद्योग

उन्होंने कहा कि हम इन क्षेत्रों पर केंद्रित तरीके से अध्ययन करेंगे, जिससे इनका विनिर्माण देश में ही प्रतिस्पर्धी तरीके से हो सके. गोयल ने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि आत्म-निर्भर भारत का मतलब दुनिया से कटना नहीं है.

(पीटीआई-भाषा)

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