ETV Bharat / business

कोरोना वायरस संकट: जी20 नेताओं ने वायरस से निपटने के लिये 5 हजार अरब डॉलर देने का वादा किया

बैठक के बाद जी20 देशों के नेताओं ने संयुक्त बयान में कहा, "हम इस साझा खतरे के प्रति संयुक्त मोर्चा बनाने के लिये पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. हम इस महामारी के सामाजिक, आर्थिक और वित्तीय असर को कम करने के लिये लक्षित राजकोषीय नीतियों, आर्थिक उपायों, गारंदी शुदा योजनाओं के माध्यम से वैश्विक अर्थव्यवस्था में पांच हजार अरब डॉलर डाल रहे हैं."

कोरोना वायरस संकट: जी20 नेताओं ने वायरस से निपटने के लिये 5 हजार अरब डॉलर देने का वादा किया
कोरोना वायरस संकट: जी20 नेताओं ने वायरस से निपटने के लिये 5 हजार अरब डॉलर देने का वादा किया
author img

By

Published : Mar 27, 2020, 12:35 AM IST

नई दिल्ली: जी20 देशों के नेताओं ने कोरोना वायरस से फैली वैश्विक महामारी के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए इससे लड़ने के लिये विश्व की अर्थव्यवस्था में पांच हजार अरब डॉलर खर्च करने का बृहस्पतिवार को ऐलान किया.

चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस संक्रमण लगभग पूरे विश्व को अपने चपेट में ले चुका है. इसके कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था आर्थिक मंदी की दहलीज पर पहुंच गयी है. इसी के मद्देनजर सऊदी अरब के सुल्तान किंग सलमान की अध्यक्षता में जी20 देशों की आपातकालीन बैठक हुई.

कोरोना वायरस संकट: जी20 नेताओं ने वायरस से निपटने के लिये 5 हजार अरब डॉलर देने का वादा किया
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग वीडियो कांफ्रेंस के जरिये शामिल हुए.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्विटर पर बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 देशों की इस बैठक को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये संबोधित किया. उन्होंने बताया, "प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस से फैली महामारी से लड़ने के लिये जी20 नेताओं से ठोस योजना बनाने का आह्वान किया. उन्होंने वैश्विक समृद्धि व सहयोग दृष्टिकोण के केंद्र में संपूर्ण मानव जाति को रखने पर जोर दिया."

प्रधानमंत्री मोदी ने चिकित्सकीय शोध एवं विकास के फायदों को खुले और मुक्त रूप से साझा करने की जरूरत पर भी बल दिया. प्रधानमंत्री ने विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसी संस्थाओं में सुधार की भी बातें की. यह आपातकालीन बैठक ऐसे समय में हुई है जब कोरोना वायरस के संक्रमण से दुनिया भर में 21 हजार से अधिक मौतें हो चुकी हैं. इस मुद्दे पर सुस्ती बरतने को लेकर जी20 की आलोचना हो रही थी. इसके अलावा सऊदी अरब और रूस के बीच विवाद के कारण कच्चा तेल की कीमतें भी 30 डॉलर के स्तर से नीचे चली गई हैं.

बैठक के बाद जी20 देशों के नेताओं ने संयुक्त बयान में कहा, "हम इस साझा खतरे के प्रति संयुक्त मोर्चा बनाने के लिये पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. हम इस महामारी के सामाजिक, आर्थिक और वित्तीय असर को कम करने के लिये लक्षित राजकोषीय नीतियों, आर्थिक उपायों, गारंदी शुदा योजनाओं के माध्यम से वैश्विक अर्थव्यवस्था में पांच हजार अरब डॉलर डाल रहे हैं."

जी20 देशों के नेताओं ने विकासशील देशों को इस महामारी से लड़ने में मदद करने के लिये वित्तीय पैकेज को लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष जैसे संस्थानों के साथ मिलकर काम करने की भी बात कही.

सुल्तान सलमान ने बैठक में कहा, "यह हमारी जिम्मेदारी है कि विकासशील देशों और अल्पविकसित देशों को इस संकट से उबारने के लिये बुनियादी संरचना बेहतर बनाने व क्षमता निर्माण करने में उनकी मदद करें."

अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने बुधवार को जारी पूर्वानुमान में कहा कि इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्था में 0.5 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है. मूडीज ने इस साल अमेरिका की अर्थव्यवस्था में दो प्रतिशत और यूरोप की अर्थव्यवस्था में 2.2 प्रतिशत की गिरावट आने की भी आशंका व्यक्त की.

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग कोरोना वायरस के संक्रमण के खिलाफ लड़ाई को लेकर जी20 की आपातकालीन बैठक बुलाने पर जोर दे रहे थे. हालांकि, इस बैठक से एक दिन पहले बुधवार को विकसित देशों के समूह जी7 की वार्ता में अमेरिका ने चीन के ऊपर सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें फैलाने में शामिल होने तथा महामारी को लेकर गलत सूचनाएं फैलाने में शामिल होने का आरोप लगाया.

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि इस वायरस का संक्रमण चीन के वुहान से शुरू हुआ है, लेकिन चीन सोशल मीडिया पर अभियान चलाने में संलिप्त है जिसमें अमेरिका को इसका जिम्मेदार बताया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जी7 देशों के राजनयिक उनसे इस बात पर सहमत हुए कि चीन भ्रामक सूचनाएं फैलाने में शामिल है.

चिनफिंग ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से अपने संबोधन में कहा कि इस महामारी के खिलाफ पूर्णस्तरीय वैश्विक युद्ध की आवश्यकता है. उन्होंने वैश्विक अर्थव्यवस्था को मंदी से बचाने के लिये व्यापार के अवरोधों को दूर करने तथा शुल्क में कटौती करने का भी प्रस्ताव दिया.

जी20 बैठक में सुल्तान सलमान ने कच्चा तेल की कीमतों को लेकर समन्वयित कदम उठाने की जरूरत पर भी बल दिया. हालांकि, रूस ने कहा कि इस बैठक में कच्चा तेल चर्चा का विषय नहीं था. इस बैठक में जी20 के सदस्य देशों के अलावा संक्रमण से प्रभावित अन्य देश जैसे स्पेन, जॉर्डन, सिंगापुर और स्विट्जरलैंड तथा संयुक्त राष्ट्र और विश्वबैंक जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी हिस्सा लिया.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली: जी20 देशों के नेताओं ने कोरोना वायरस से फैली वैश्विक महामारी के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए इससे लड़ने के लिये विश्व की अर्थव्यवस्था में पांच हजार अरब डॉलर खर्च करने का बृहस्पतिवार को ऐलान किया.

चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस संक्रमण लगभग पूरे विश्व को अपने चपेट में ले चुका है. इसके कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था आर्थिक मंदी की दहलीज पर पहुंच गयी है. इसी के मद्देनजर सऊदी अरब के सुल्तान किंग सलमान की अध्यक्षता में जी20 देशों की आपातकालीन बैठक हुई.

कोरोना वायरस संकट: जी20 नेताओं ने वायरस से निपटने के लिये 5 हजार अरब डॉलर देने का वादा किया
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग वीडियो कांफ्रेंस के जरिये शामिल हुए.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्विटर पर बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 देशों की इस बैठक को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये संबोधित किया. उन्होंने बताया, "प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस से फैली महामारी से लड़ने के लिये जी20 नेताओं से ठोस योजना बनाने का आह्वान किया. उन्होंने वैश्विक समृद्धि व सहयोग दृष्टिकोण के केंद्र में संपूर्ण मानव जाति को रखने पर जोर दिया."

प्रधानमंत्री मोदी ने चिकित्सकीय शोध एवं विकास के फायदों को खुले और मुक्त रूप से साझा करने की जरूरत पर भी बल दिया. प्रधानमंत्री ने विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसी संस्थाओं में सुधार की भी बातें की. यह आपातकालीन बैठक ऐसे समय में हुई है जब कोरोना वायरस के संक्रमण से दुनिया भर में 21 हजार से अधिक मौतें हो चुकी हैं. इस मुद्दे पर सुस्ती बरतने को लेकर जी20 की आलोचना हो रही थी. इसके अलावा सऊदी अरब और रूस के बीच विवाद के कारण कच्चा तेल की कीमतें भी 30 डॉलर के स्तर से नीचे चली गई हैं.

बैठक के बाद जी20 देशों के नेताओं ने संयुक्त बयान में कहा, "हम इस साझा खतरे के प्रति संयुक्त मोर्चा बनाने के लिये पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. हम इस महामारी के सामाजिक, आर्थिक और वित्तीय असर को कम करने के लिये लक्षित राजकोषीय नीतियों, आर्थिक उपायों, गारंदी शुदा योजनाओं के माध्यम से वैश्विक अर्थव्यवस्था में पांच हजार अरब डॉलर डाल रहे हैं."

जी20 देशों के नेताओं ने विकासशील देशों को इस महामारी से लड़ने में मदद करने के लिये वित्तीय पैकेज को लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष जैसे संस्थानों के साथ मिलकर काम करने की भी बात कही.

सुल्तान सलमान ने बैठक में कहा, "यह हमारी जिम्मेदारी है कि विकासशील देशों और अल्पविकसित देशों को इस संकट से उबारने के लिये बुनियादी संरचना बेहतर बनाने व क्षमता निर्माण करने में उनकी मदद करें."

अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने बुधवार को जारी पूर्वानुमान में कहा कि इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्था में 0.5 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है. मूडीज ने इस साल अमेरिका की अर्थव्यवस्था में दो प्रतिशत और यूरोप की अर्थव्यवस्था में 2.2 प्रतिशत की गिरावट आने की भी आशंका व्यक्त की.

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग कोरोना वायरस के संक्रमण के खिलाफ लड़ाई को लेकर जी20 की आपातकालीन बैठक बुलाने पर जोर दे रहे थे. हालांकि, इस बैठक से एक दिन पहले बुधवार को विकसित देशों के समूह जी7 की वार्ता में अमेरिका ने चीन के ऊपर सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें फैलाने में शामिल होने तथा महामारी को लेकर गलत सूचनाएं फैलाने में शामिल होने का आरोप लगाया.

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि इस वायरस का संक्रमण चीन के वुहान से शुरू हुआ है, लेकिन चीन सोशल मीडिया पर अभियान चलाने में संलिप्त है जिसमें अमेरिका को इसका जिम्मेदार बताया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जी7 देशों के राजनयिक उनसे इस बात पर सहमत हुए कि चीन भ्रामक सूचनाएं फैलाने में शामिल है.

चिनफिंग ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से अपने संबोधन में कहा कि इस महामारी के खिलाफ पूर्णस्तरीय वैश्विक युद्ध की आवश्यकता है. उन्होंने वैश्विक अर्थव्यवस्था को मंदी से बचाने के लिये व्यापार के अवरोधों को दूर करने तथा शुल्क में कटौती करने का भी प्रस्ताव दिया.

जी20 बैठक में सुल्तान सलमान ने कच्चा तेल की कीमतों को लेकर समन्वयित कदम उठाने की जरूरत पर भी बल दिया. हालांकि, रूस ने कहा कि इस बैठक में कच्चा तेल चर्चा का विषय नहीं था. इस बैठक में जी20 के सदस्य देशों के अलावा संक्रमण से प्रभावित अन्य देश जैसे स्पेन, जॉर्डन, सिंगापुर और स्विट्जरलैंड तथा संयुक्त राष्ट्र और विश्वबैंक जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी हिस्सा लिया.

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.