चेन्नई: तमिलनाडु की सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के कारण उत्पन्न राजकोषीय चुनौतियों की समीक्षा करने तथा इस मोर्चे पर आने वाले समय में स्थिति बेहतर बनाने के सुझाव देने के लिये रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर सी. रंगराजन की अगुवाई में शनिवार को एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया.
एक सरकारी आदेश के अनुसार, इस समिति में वित्त सचिव एस कृष्णन भी शामिल होंगे. समिति तीन महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगी. इस समिति में कुल 21 सदस्य हैं.
यह समिति लॉकडाउन तथा लोगों के बीच पारस्परिक दूरी व सुरक्षा एवं बचाव के अन्य उपायों के कारण पड़े असर और आयी अतिरिक्त लागत के समेत कोरोना वायरस महामारी का राज्य की अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों पर तात्कालिक तथा मध्यम अवधि के प्रभाव का समग्र आकलन करेगी.
इसके अलावा, यह अल्प एवं मध्यम अवधि में अवसरों तथा खतरों का भी आकलन करेगी. समिति कोरोना वायरस महामारी के असर से उबरने के लिये अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण क्षेत्रों को लेकर आवश्यक कदमों का सुझाव भी देगी.
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यह समिति राज्य सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण क्षेत्रों की वृद्धि को समर्थन व बढ़ावा देने के लिये किये जाने वाले विशिष्ट सुधार उपायों की पहचान करने के अलावा राज्य सरकार की राजकोषीय स्थिति पर संकट के प्रभाव का आकलन करेगी.
समिति कर बढ़ाने, जीडीपी अनुपात बढ़ाने, राजस्व के स्रोतों में विविधता लाने और नये सिरे से व्यय को व्यवस्थित करने समेत आने वाले समय में राजकोषीय स्थिति में सुधार लाने के लिये सुझाव देगी.
(पीटीआई-भाषा)