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अर्थव्यवस्था में दिखने लगे सुधार के संकेत, बाजार मांग में हो रही वृद्धि

अक्टूबर में जीएसटी संग्रह ने एक बार फिर एक लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया. इसके अलावा पेट्रोल-डीजल की मांग, वाहनों की बिक्री, विनिर्माण पीएमआई आंकड़े, यूपीआई लेनदेन और बिजली खपत समेत तमाम संकेतक इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि अर्थव्यवस्था सुधार की ओर बढ़ रही है. आइए डालते हैं एक नजर इन सुधारों पर.

अर्थव्यवस्था में दिख रहा सुधार का संकेत, बाजार में हो रही मांग की वापसी
अर्थव्यवस्था में दिख रहा सुधार का संकेत, बाजार में हो रही मांग की वापसी
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Published : Nov 2, 2020, 4:12 PM IST

Updated : Nov 2, 2020, 4:49 PM IST

हैदराबाद: जीएसटी संग्रह के अक्टूबर माह के उत्साहजनक नतीजों के बाद वित्त सचिव अजय भूषण पाण्डेय ने कहा कि सरकार के कर संग्रह में तेजी आई है और सरकार द्वारा कोविड-19 के मद्देनजर दिए गए लक्षित प्रोत्साहनों के चलते आर्थिक संकेतकों में सुधार जारी है.

इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी इस बात का आश्वासन दे चुकी हैं कि साल के अंत तक जीडीपी विकास दर शून्य के लगभग पहुंच सकता है.

हालांकि केवल जीएसटी कलेक्शन ही नहीं पिछले कुछ दिनों में ऐसे और भी संकेत मिले हैं जो बाजार में मांग की वापसी और अर्थव्यवस्था में हो रहे सुधार की ओर संकेत करते हैं. आइए एक नजर डालते हैं इन्हीं सुधारों पर.

1. विनिर्माण पीएमआई के आंकड़ों में 13 साल की सबसे तेज वृद्धि

देश की विनिर्माण गतिविधियों में अक्टूबर में लगातार तीसरे महीने सुधार हुआ है. सोमवार को जारी एक मासिक सर्वे के अनुसार बिक्री में सुधार के बीच कंपनियों के उत्पादन में 13 साल की (अक्टूबर, 2007 के बाद) सबसे तेज वृद्धि हुई है.

आईएचएस मार्किट इंडिया का विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) अक्टूबर में बढ़कर 58.9 पर पहुंच गया, जो सितंबर में 56.8 था. यह क्षेत्र की सेहत में पिछले एक दशक से अधिक का सबसे अच्छा सुधार है. लगातार 32 माह तक वृद्धि दर्ज करने के बाद अप्रैल में इस सूचकांक में गिरावट आई थी.

2. त्यौहारी सीजन में बढ़ी वाहनों की बिक्री

नवरात्र, दशहरा के साथ बाजार में त्यौहारी मौसम की दस्तक के साथ अक्टूबर में वाहनों की बिक्री में बढ़त दर्ज की गयी.

ग्राहकों के बीच खरीदारी धारणा में सुधार और मांग बढ़ने से देश की दो प्रमुख कार कंपनी मारुति सुजुकी और हुंडई मोटर्स की बिक्री में इस दौरान दहाई अंक की वृद्धि दर्ज की गयी होंडा कार्स इंडिया, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और महिंद्रा एंड महिंद्रा की घरेलू बिक्री में भी अक्टूबर में बढ़त रही.

देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) की घरेलू बिक्री अक्टूबर 2020 में 19.8 प्रतिशत बढ़कर 1,72,862 इकाई पर पहुंच गई, जो अक्टूबर, 2019 में 1,44,277 इकाई थी. वहीं मारुति की प्रतिद्वंदी हुंडई मोटर इंडिया के लिए भी अक्टूबर माह सर्वश्रेष्ठ मासिक बिक्री वाला रहा. देश की दूसरी बड़ी कार कंपनी हुंडई मोटर ने पिछले महीने 56,605 कार की बिक्री की.

दोपहिया वाहन श्रेणी में देश की सबसे बड़ी कंपनी हीरो मोटोकॉर्प के लिए मासिक बिक्री के लिहाज से अक्टूबर सबसे अच्छा महीना रहा. कंपनी की बिक्री पिछले महीने 34.64 प्रतिशत बढ़कर 8,06,848 इकाई रही.

3. यूपीआई लेनदेन में रिकार्ड तेजी

यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के जरिए किए गए लेन-देन की संख्या अक्टूबर 2020 में 2 बिलियन का आंकड़ा पार कर गई.

नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने ट्वीट कर कहा, "कमाल! यूपीआई ने अक्टूबर 2020 में 2 बिलियन ट्रांजेक्शन का आंकड़ा पार कर लिया. यूपीआई की मात्रा अक्टूबर 2019 के 1.14 बिलियन ट्रांजैक्शन से 80 फीसदी बढ़कर पिछले महीने 2.07 बिलियन ट्रांजेक्शन हो गई. लेनदेन का मूल्य 101 प्रतिशत की उछाल के साथ 1,91,359.94 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,86,106.74 करोड़ रुपये हो गया."

4. बिजली की खपत में इजाफा

देश में बिजली की खपत इस साल अक्टूबर में 13.38 प्रतिशत बढ़कर करीबी 111 अरब यूनिट हो गई. इसकी बड़ी वजह औद्योगिक एवं वाणिज्यिक गतिविधियों की ओर से बिजली की मांग बढ़ना है.

बिजली मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में देश की बिजली खपत 110.94 अरब यूनिट रही. पिछले साल अक्टूबर में यह आंकड़ा 97.84 अरब यूनिट था.

पिछले महीने में शुरू के 15 दिन में बिजली की खपत 11.45 प्रतिशत बढ़कर 55.37 अरब यूनिट थी. अक्टूबर 2019 की इसी अवधि में देश की बिजली खपत 49.67 अरब यूनिट थी.

5. पेट्रोल, डीजल की मांग कोविड से पहले के स्तर पर लौटी

देश में पेट्रोल और डीजल की मांग कोविड से पहले के स्तर पर पहुंच गई है और अक्टूबर में इन उत्पादों की बिक्री 6.6 प्रतिशत का इजाफा हुआ.

उद्योग के शुरुआती आंकड़ों के अनुसार कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए मार्च के अंत में लॉकडाउन लगाए जाने के बाद से यह डीजल की बिक्री में पहली वार्षिक बढ़ोतरी है.

उद्योग के आंकड़ों के मुताबिक त्योहारी मौसम के शुरू होते ही डीजल की मांग सामान्य स्तर पर आ गई. आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में डीजल की बिक्री बढ़कर 61.7 लाख टन हो गई, जो एक साल पहले अक्टूबर में 57.9 लाख टन थी.

6. एक लाख करोड़ के पार जीएसटी संग्रह

अक्टूबर में सकल जीएसटी (वस्‍तु एवं सेवा कर) राजस्‍व संग्रह 1,05,155 करोड़ रुपये रहा. जिसमें सीजीएसटी 19,193 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 25,411 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 52,540 करोड़ रुपये (माल के आयात पर संग्रहित 23,375 करोड़ रुपये सहित) और उपकर (सेस) 8,011 करोड़ रुपये (माल के आयात पर संग्रहित 932 करोड़ रुपये सहित) है.

वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह चालू वित्त वर्ष के दौरान पहली बार बीते महीने अक्टूबर में एक लाख करोड़ के पार चला गया. बीते अक्टूबर 2020 में सकल जीएसटी संग्रह 1,05,155 करोड़ रुपये रहा.

अक्टूबर में जीएसटी राजस्व में जुलाई, अगस्त और सितंबर 2020 की तुलना में क्रमश: 14, 8 और 5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जो स्पष्ट रूप से अर्थव्यवस्था में सुधार के वक्र तथा इसके साथ, राजस्व में सुधार को भी दर्शाता है.

ये भी पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट ने विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर केंद्र से मांगी रिपोर्ट

हैदराबाद: जीएसटी संग्रह के अक्टूबर माह के उत्साहजनक नतीजों के बाद वित्त सचिव अजय भूषण पाण्डेय ने कहा कि सरकार के कर संग्रह में तेजी आई है और सरकार द्वारा कोविड-19 के मद्देनजर दिए गए लक्षित प्रोत्साहनों के चलते आर्थिक संकेतकों में सुधार जारी है.

इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी इस बात का आश्वासन दे चुकी हैं कि साल के अंत तक जीडीपी विकास दर शून्य के लगभग पहुंच सकता है.

हालांकि केवल जीएसटी कलेक्शन ही नहीं पिछले कुछ दिनों में ऐसे और भी संकेत मिले हैं जो बाजार में मांग की वापसी और अर्थव्यवस्था में हो रहे सुधार की ओर संकेत करते हैं. आइए एक नजर डालते हैं इन्हीं सुधारों पर.

1. विनिर्माण पीएमआई के आंकड़ों में 13 साल की सबसे तेज वृद्धि

देश की विनिर्माण गतिविधियों में अक्टूबर में लगातार तीसरे महीने सुधार हुआ है. सोमवार को जारी एक मासिक सर्वे के अनुसार बिक्री में सुधार के बीच कंपनियों के उत्पादन में 13 साल की (अक्टूबर, 2007 के बाद) सबसे तेज वृद्धि हुई है.

आईएचएस मार्किट इंडिया का विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) अक्टूबर में बढ़कर 58.9 पर पहुंच गया, जो सितंबर में 56.8 था. यह क्षेत्र की सेहत में पिछले एक दशक से अधिक का सबसे अच्छा सुधार है. लगातार 32 माह तक वृद्धि दर्ज करने के बाद अप्रैल में इस सूचकांक में गिरावट आई थी.

2. त्यौहारी सीजन में बढ़ी वाहनों की बिक्री

नवरात्र, दशहरा के साथ बाजार में त्यौहारी मौसम की दस्तक के साथ अक्टूबर में वाहनों की बिक्री में बढ़त दर्ज की गयी.

ग्राहकों के बीच खरीदारी धारणा में सुधार और मांग बढ़ने से देश की दो प्रमुख कार कंपनी मारुति सुजुकी और हुंडई मोटर्स की बिक्री में इस दौरान दहाई अंक की वृद्धि दर्ज की गयी होंडा कार्स इंडिया, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और महिंद्रा एंड महिंद्रा की घरेलू बिक्री में भी अक्टूबर में बढ़त रही.

देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) की घरेलू बिक्री अक्टूबर 2020 में 19.8 प्रतिशत बढ़कर 1,72,862 इकाई पर पहुंच गई, जो अक्टूबर, 2019 में 1,44,277 इकाई थी. वहीं मारुति की प्रतिद्वंदी हुंडई मोटर इंडिया के लिए भी अक्टूबर माह सर्वश्रेष्ठ मासिक बिक्री वाला रहा. देश की दूसरी बड़ी कार कंपनी हुंडई मोटर ने पिछले महीने 56,605 कार की बिक्री की.

दोपहिया वाहन श्रेणी में देश की सबसे बड़ी कंपनी हीरो मोटोकॉर्प के लिए मासिक बिक्री के लिहाज से अक्टूबर सबसे अच्छा महीना रहा. कंपनी की बिक्री पिछले महीने 34.64 प्रतिशत बढ़कर 8,06,848 इकाई रही.

3. यूपीआई लेनदेन में रिकार्ड तेजी

यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के जरिए किए गए लेन-देन की संख्या अक्टूबर 2020 में 2 बिलियन का आंकड़ा पार कर गई.

नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने ट्वीट कर कहा, "कमाल! यूपीआई ने अक्टूबर 2020 में 2 बिलियन ट्रांजेक्शन का आंकड़ा पार कर लिया. यूपीआई की मात्रा अक्टूबर 2019 के 1.14 बिलियन ट्रांजैक्शन से 80 फीसदी बढ़कर पिछले महीने 2.07 बिलियन ट्रांजेक्शन हो गई. लेनदेन का मूल्य 101 प्रतिशत की उछाल के साथ 1,91,359.94 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,86,106.74 करोड़ रुपये हो गया."

4. बिजली की खपत में इजाफा

देश में बिजली की खपत इस साल अक्टूबर में 13.38 प्रतिशत बढ़कर करीबी 111 अरब यूनिट हो गई. इसकी बड़ी वजह औद्योगिक एवं वाणिज्यिक गतिविधियों की ओर से बिजली की मांग बढ़ना है.

बिजली मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में देश की बिजली खपत 110.94 अरब यूनिट रही. पिछले साल अक्टूबर में यह आंकड़ा 97.84 अरब यूनिट था.

पिछले महीने में शुरू के 15 दिन में बिजली की खपत 11.45 प्रतिशत बढ़कर 55.37 अरब यूनिट थी. अक्टूबर 2019 की इसी अवधि में देश की बिजली खपत 49.67 अरब यूनिट थी.

5. पेट्रोल, डीजल की मांग कोविड से पहले के स्तर पर लौटी

देश में पेट्रोल और डीजल की मांग कोविड से पहले के स्तर पर पहुंच गई है और अक्टूबर में इन उत्पादों की बिक्री 6.6 प्रतिशत का इजाफा हुआ.

उद्योग के शुरुआती आंकड़ों के अनुसार कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए मार्च के अंत में लॉकडाउन लगाए जाने के बाद से यह डीजल की बिक्री में पहली वार्षिक बढ़ोतरी है.

उद्योग के आंकड़ों के मुताबिक त्योहारी मौसम के शुरू होते ही डीजल की मांग सामान्य स्तर पर आ गई. आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में डीजल की बिक्री बढ़कर 61.7 लाख टन हो गई, जो एक साल पहले अक्टूबर में 57.9 लाख टन थी.

6. एक लाख करोड़ के पार जीएसटी संग्रह

अक्टूबर में सकल जीएसटी (वस्‍तु एवं सेवा कर) राजस्‍व संग्रह 1,05,155 करोड़ रुपये रहा. जिसमें सीजीएसटी 19,193 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 25,411 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 52,540 करोड़ रुपये (माल के आयात पर संग्रहित 23,375 करोड़ रुपये सहित) और उपकर (सेस) 8,011 करोड़ रुपये (माल के आयात पर संग्रहित 932 करोड़ रुपये सहित) है.

वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह चालू वित्त वर्ष के दौरान पहली बार बीते महीने अक्टूबर में एक लाख करोड़ के पार चला गया. बीते अक्टूबर 2020 में सकल जीएसटी संग्रह 1,05,155 करोड़ रुपये रहा.

अक्टूबर में जीएसटी राजस्व में जुलाई, अगस्त और सितंबर 2020 की तुलना में क्रमश: 14, 8 और 5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जो स्पष्ट रूप से अर्थव्यवस्था में सुधार के वक्र तथा इसके साथ, राजस्व में सुधार को भी दर्शाता है.

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Last Updated : Nov 2, 2020, 4:49 PM IST
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