नई दिल्ली: टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा है कि कोविड-19 के कारण वाहन क्षेत्र में अगले दो साल में एक बड़ा बदलाव आ सकता है. इसका कारण ग्राहकों के व्यवहार में परिवर्तन आने की संभावना है.
उन्होंने कहा कि ग्राहक खरीद निर्णय में स्वास्थ्य और सुरक्षा विशेषताओं को प्राथमिकता दे सकते हैं और व्यक्तिगत (बनाम सार्वजनिक और/या साझा) परिवहन यात्री वाहनों के लिये भविष्य की मांग को आकार दे सकते हैं. कंपनी का घरेलू कारोबार में बदलाव को लेकर जारी पहल पर 2019-20 में असर पड़ा.
कोविड-19 महामारी के फैलने के साथ अर्थव्यवस्था में नरमी से मांग में तीव्र गिरावट आयी है. चंद्रशेखर ने कंपनी की 2019-20 की सालाना रिपोर्ट में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा कि साल के दौरान वैश्विक वाहन उद्योग विभिन्न मसलों से प्रभावित हुआ.
उन्होंने कहा, "एक तरफ हमने ब्रेक्जिट के मामले में चीजें को स्पष्ट होते देखा, हालांकि दूसरी तरफ व्यापार तनाव बढ़ा, वैश्विक वृद्धि नरम हुई और नियामकीय व्यवस्था बढ़ाये जाने से हम जिस व्यापार माहौल में काम करते हैं, उसमें बुनियादी रूप से बदलाव आया. उसके बाद कोविड-19 महामारी का साल की अंतिम तिमाही में असर रहा. कोविड-19 ने दुनिया भर में एक नई वास्तविकता को सामने लाया."
चंद्रशेखरन ने कहा, "अगले दो साल की स्थिति को देखा जाए, हमारा अनुमान है कि कोाविड-19 के कारण एक व्यापक बदलाव देखने को मिल सकता है. ग्रााहकों के व्यवहार में विभिन्न तरीकों से बदलाव आएगा. एकीकृत डिजिटल प्रणाली की मांग के साथ स्वास्थ्य और सुरक्षा विशेषताओं को प्रत्येक खरीद निर्णय में प्राथमिकता दी जाएगी. यात्रा को 'कम' करना और व्यक्तिगत (बनाम सार्वजनिक और/या साझा) परिवहन यात्री वाहनों के लिये भविष्य की मांग को आकार दे सकते हैं."
उन्होंने यह भी कहा कि बेहतर पर्यावरण और जलवायु व्यापार मॉडल के मुख्य केंद्र में होगा. चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा समूह इन महत्वपूर्ण और बुनियादी बदलाव से उत्पन्न मांग अवसरों को पूरा करने के लिये बेहतर स्थिति में है.
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कंपनी के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले दो वित्त वर्षों से टाटा मोटर्स लि. (टीएमएल) ने अपने उत्पादों को नया रूप देने, संरकचनात्मक दक्षता में सुधार और आंतरिरक प्रक्रियाओं को दुरूस्त करने पर ध्यान दिया. इसके जरिये कंपनी की बाजार हिस्सेदारी सुधरी, लाभ बेहतर हुआ और नकद प्रवाह बढ़ा.
चंद्रशेखरन ने कहा, "पांच साल से घाटे के बाद वित्त वर्ष 2018-19 में हमारी शुद्ध आय 2,021 करोड़ रुपये रही. पांच साल नकारात्मक दायरे में रहने के बाद वित्त वर्ष 2017-18 और 2018-19 में टीएमएल ने सकारात्मक नकदी प्रवाह सृजित किया."
उन्होंने कहा, "हालांकि 2019-20 में हमारी बदलाव यात्रा बाधित हुई क्योंकि कोविड-19 महामारी फैलने के साथ अर्थव्यवस्था के धीमा होने से मांग तेजी से घटी है."
कंपनी की ब्रिटिश इकाई जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) के बारे में उन्होंने कहा कि मौजूदा व्यापार तनाव और कोविड-19 संकट का जेएलआर के वाहनों की बिक्री पर 2019-20 में असर पड़ा और इसमें सालाना आधार पर12 प्रतिशत की गिरावट आयी. बिक्री में सर्वाधिक गिरावट 2019-20 की चौथी तिमाही में हुई.
(पीटीआई-भाषा)