नई दिल्ली: भारत में वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) बाजार के 2020 में बढ़कर 31 अरब डॉलर पर पहुंचने की संभावाना है. नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने गुरुवार को यह बात कही. उद्योग संगठन एसोचैम की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कांत ने कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ते वित्तीय प्रौद्योगिकी बाजारों में से एक है.
वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक), बैंकिंग एवं वित्तीय सेवाओं के लिए समर्थन देने में उपयोग की जाने वाली तकनीक है. उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में एकमात्र ऐसा देश है, जहां एक अरब से ज्यादा मोबाइल कनेक्शन और बायोमैट्रिक हैं. वित्तीय प्रौद्योगिकी की पैठ के लिए इतना बड़ा आधार काफी है.
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कांत ने कहा, "भारत का वित्तीय प्रौद्योगिकी तंत्र दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा वित्तीय प्रौद्योगिकी तंत्र है. पिछले तीन-चार सालों में इसमें 6 अरब डॉलर का निवेश हो चुका है. 2020 में देश के वित्तीय प्रौद्योगिकी बाजार के बढ़कर 31 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है."
उन्होंने कहा कि सरकार ने देश में फिनटेक स्टार्टअप कंपनियों को बढ़ावा देने में अहम निभाई है. कांत ने कहा कि चीन में सारे आंकड़े (डेटा) अलीबाबा के पास है. इसी तरह अमेरिका में डेटा गूगल के पास है. भारत में डेटा का दायित्व सरकार के पास है.