नई दिल्ली: चीनी उत्पादों के बहिष्कार और भारतीय वस्तुओं की खरीद के लिए अपने अभियान को आगे बढ़ाते हुए, अखिल भारतीय व्यापारियों के परिसंघ (कैट) ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से देश में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीके से बेचे जाने वाले सभी उत्पादों के लिए 'मूल देश' का उल्लेख अनिवार्य करने का आग्रह किया.
व्यापारियों के संघ ने उत्पादों में मूल्यवर्धन के उल्लेख का भी आग्रह किया है.
कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने एक पत्र में कहा, "उपरोक्त विवरण नहीं रखने वाले उत्पादों को देश में नहीं बेचा जाना चाहिए और इस प्रावधान के उल्लंघन की स्थिति में पैकेजिंग में घोषित निर्माता, आयातक या बाज़ारिया को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए."
खंडेलवाल के अनुसार मूल्यवर्धन की अवधारणा में उत्पादों की संरचना के बारे में विवरण होगा कि क्या उत्पाद "100 प्रतिशत मेड इन इंडिया" है या भारत में आयात या असेंबल किया जाता है.
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सरकार द्वारा ई-मार्केटप्लेस (जेम) पर सभी नए उत्पादों को पंजीकृत करने के दौरान विक्रेताओं के लिए 'देश की उत्पत्ति' का उल्लेख करना अनिवार्य करने के बाद यह मांग आई है.
इसके अलावा, उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) भी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर बेचे जाने वाले उत्पादों के लिए 'मूल देश' का उल्लेख करने पर विचार कर रहा है और इस मुद्दे पर ई-कॉमर्स खिलाड़ियों से बात की है.
(आईएएनएस)