नई दिल्ली: भारत का अप्रैल-अक्टूबर अवधि के लिए बजटीय राजकोषीय घाटा बजट अनुमानों का 102.4 प्रतिशत या 7.20 लाख करोड़ रुपये हो गया है.
सरकार ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए 7.03 लाख करोड़ रुपये राजकोषीय घाटा का लक्ष्य रखा था.
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महालेखा नियंत्रक (सीजीए) के आंकड़े के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान राजकोषीय घाटा उस वर्ष के लक्ष्य का 103.9 प्रतिशत था.
केंद्र सरकार का कुल व्यय 16.54 लाख करोड़ रुपये (बजट अनुमान का 59.4 प्रतिशत), जबकि कुल आमद 9.34 लाख करोड़ रुपये (बजट अनुमान का 44.9 प्रतिशत) है.
इसके अलावा समीक्षाधीन अवधि के कुल व्यय में राजस्व मद में 14.53 लाख करोड़ रुपये, जबकि पूंजीगत व्यय मद में 2.01 लाख करोड़ रुपये है.
कुल आमद में 6.83 लाख करोड़ रुपये शुद्ध कर राजस्व से और 2.24 लाख करोड़ रुपये गैर कर राजस्व से शामिल हैं.