नई दिल्ली: फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो के एक हालिया ट्वीट ने उन कयासों को तेज कर दिया है कि यह एक ऐसी सेवा शुरू कर सकता है जहां लोग घर का बना खाना ऑर्डर कर सकते हैं.
इसमें उम्र के अनुसार टिफिन सेवा शामिल हो सकती है, जो अभी भी देश के कई हिस्सों में लोकप्रिय है. खासकर छात्रों, नौकरीपेशा और निजी छात्रावास में रहने वाले लोगों के बीच यह सेवा काफी लोकप्रिय है.
ये भी पढ़ें- राजकोषीय घाटे को तीन प्रतिशत तक लाना सरकार का कानूनी कर्तव्य: सीतारमण
जोमैटो ने ट्वीट किया, "दोस्तों कभी-कभी घर का खाना भी खा लेना चाहिए."
इस ट्वीट के बाद संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल ने ट्वीट किया, "ये किसने किया? ट्वीट अच्छा था."
जोमैटो की प्रतिद्वंदी स्वीगी पहले ही गुरुग्राम में अपने 1000 से अधिक उपभोक्ताओं को नए एप 'स्वीगी डेली' के जरिए खाना परोस रही है. यह लोगों को टिफिन सर्विस और घरेलू बावर्चियों द्वारा घर पर बने खाने का ऑर्डर करने की सुविधा देता है.
नए स्वीगी एप में एक दिन, एक सप्ताह या एक महीने के लिए सब्सक्रिप्शन कराने के बाद खाना ऑर्डर हो पाता है.
जोमैटो का ट्वीट इस बात का संकेत हो सकता है कि वह भी स्वीगी की तरह घर पर बने खाने की सेवा शुरू कर सकता है. उनके ट्वीट पर एक यूजर ने ट्वीट किया, "तो बुलाओ ना भाई घर पर."
वहीं एक अन्य ने लिखा, "फूड डिलीवरी के लिए नए उत्पाद की लॉन्चिंग?"
पिछले साल जोमैटो के फूड डिलीवरी एजेंट को तमिलनाडु के मदुरै में ग्राहक के भोजन को खाते हुए देखा गया था, जिसके बाद जोमैटो को विवादों का सामना करना पड़ा था.
स्वीगी की तरह घर पर बने खाने की सेवा शुरू कर सकता है जोमैटो - नौकरीपेशा
जोमैटो का ट्वीट इस बात का संकेत हो सकता है कि वह भी स्वीगी की तरह घर पर बने खाने की सेवा शुरू कर सकता है. नए स्वीगी एप में एक दिन, एक सप्ताह या एक महीने के लिए सब्सक्रिप्शन कराने के बाद खाना ऑर्डर हो पाता है.
![स्वीगी की तरह घर पर बने खाने की सेवा शुरू कर सकता है जोमैटो](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-3779741-thumbnail-3x2-pic.jpg?imwidth=3840)
नई दिल्ली: फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो के एक हालिया ट्वीट ने उन कयासों को तेज कर दिया है कि यह एक ऐसी सेवा शुरू कर सकता है जहां लोग घर का बना खाना ऑर्डर कर सकते हैं.
इसमें उम्र के अनुसार टिफिन सेवा शामिल हो सकती है, जो अभी भी देश के कई हिस्सों में लोकप्रिय है. खासकर छात्रों, नौकरीपेशा और निजी छात्रावास में रहने वाले लोगों के बीच यह सेवा काफी लोकप्रिय है.
ये भी पढ़ें- राजकोषीय घाटे को तीन प्रतिशत तक लाना सरकार का कानूनी कर्तव्य: सीतारमण
जोमैटो ने ट्वीट किया, "दोस्तों कभी-कभी घर का खाना भी खा लेना चाहिए."
इस ट्वीट के बाद संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल ने ट्वीट किया, "ये किसने किया? ट्वीट अच्छा था."
जोमैटो की प्रतिद्वंदी स्वीगी पहले ही गुरुग्राम में अपने 1000 से अधिक उपभोक्ताओं को नए एप 'स्वीगी डेली' के जरिए खाना परोस रही है. यह लोगों को टिफिन सर्विस और घरेलू बावर्चियों द्वारा घर पर बने खाने का ऑर्डर करने की सुविधा देता है.
नए स्वीगी एप में एक दिन, एक सप्ताह या एक महीने के लिए सब्सक्रिप्शन कराने के बाद खाना ऑर्डर हो पाता है.
जोमैटो का ट्वीट इस बात का संकेत हो सकता है कि वह भी स्वीगी की तरह घर पर बने खाने की सेवा शुरू कर सकता है. उनके ट्वीट पर एक यूजर ने ट्वीट किया, "तो बुलाओ ना भाई घर पर."
वहीं एक अन्य ने लिखा, "फूड डिलीवरी के लिए नए उत्पाद की लॉन्चिंग?"
पिछले साल जोमैटो के फूड डिलीवरी एजेंट को तमिलनाडु के मदुरै में ग्राहक के भोजन को खाते हुए देखा गया था, जिसके बाद जोमैटो को विवादों का सामना करना पड़ा था.
स्वीगी की तरह घर पर बने खाने की सेवा शुरू कर सकता है जोमैटो
नई दिल्ली: फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो के एक हालिया ट्वीट ने उन कयासों को तेज कर दिया है कि यह एक ऐसी सेवा शुरू कर सकता है जहां लोग घर का बना खाना ऑर्डर कर सकते हैं.
इसमें उम्र के अनुसार टिफिन सेवा शामिल हो सकती है, जो अभी भी देश के कई हिस्सों में लोकप्रिय है. खासकर छात्रों, नौकरीपेशा और निजी छात्रावास में रहने वाले लोगों के बीच यह सेवा काफी लोकप्रिय है.
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इस ट्वीट के बाद संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल ने ट्वीट किया, "ये किसने किया? ट्वीट अच्छा था."
जोमैटो की प्रतिद्वंदी स्वीगी पहले ही गुरुग्राम में अपने 1000 से अधिक उपभोक्ताओं को नए एप 'स्वीगी डेली' के जरिए खाना परोस रही है. यह लोगों को टिफिन सर्विस और घरेलू बावर्चियों द्वारा घर पर बने खाने का ऑर्डर करने की सुविधा देता है.
नए स्वीगी एप में एक दिन, एक सप्ताह या एक महीने के लिए सब्सक्रिप्शन कराने के बाद खाना ऑर्डर हो पाता है.
जोमैटो का ट्वीट इस बात का संकेत हो सकता है कि वह भी स्वीगी की तरह घर पर बने खाने की सेवा शुरू कर सकता है. उनके ट्वीट पर एक यूजर ने ट्वीट किया, "तो बुलाओ ना भाई घर पर."
वहीं एक अन्य ने लिखा, "फूड डिलीवरी के लिए नए उत्पाद की लॉन्चिंग?"
पिछले साल जोमैटो के फूड डिलीवरी एजेंट को तमिलनाडु के मदुरै में ग्राहक के भोजन को खाते हुए देखा गया था, जिसके बाद जोमैटो को विवादों का सामना करना पड़ा था.
Conclusion: