नई दिल्ली: चीन की प्रौद्योगिकी और स्मार्ट फोन विनिर्माता कंपनी शियोमी ने अपना ऐप आधारित आनलाइन ऋण बाजार मंच "मी क्रेडिट" भारतीय बाजार में मंगलवार को पेश किया है. इसके जरिए व्यक्ति आवेदन करके इससे जुड़ी वित्तीय सेवा कंपनियों से कुछ मिनट में एक लाख रूपए तक का व्यक्तिगत कर्ज प्राप्त कर सकते हैं.
कंपनी ने भारत में आनलाइन ऋण बाजार की विशाल संभावनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि अभी इस मंच से पांच कंपनियां जुड़ी हुई हैं. यह कंपनी का देश में दूसरा वित्तीय सेवा समाधान है. इससे पहले कंपनी मी पे पेश किया था.
शियोमी के उपाध्यक्ष और शियोमी इंडिया के प्रबंध निदेशक मनु जैन ने दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि "मी क्रेडिट एक विशेष रूप से तैयार किया गया आनलाइन ऋण बाजार है. इस पर पर्सनल लोन के अच्छे से अच्छे प्रस्ताव मिल सकते हैं... इस मंच से कोई एक लाख रूपए तक के कर्ज के सौदे किए जा सकते हैं.
कर्ज मंजूरी प्रक्रिया में मात्र कुछ मिनट का समय लगता है. इस मंच से अभी आदित्य बिड़ला फाइनांस लि., मनी व्यू, अर्लीसैलरी, जेस्टमनी और क्रेडिट विद्या, ये पांच गैर बैंकिंग और फिनटेक कंपनियां जुड़ी हुई हैं.
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भारत में इस तरह के मंच की संभावनाओं के बारे में उन्होंने कहा कि देश में आनलाइन कर्ज के लेनदेन का बाजार 2023 तक 70 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है.
कंपनी ने सिबिल (क्रेडिट इन्फॉमेशन ब्यूरो इंडिया लि.) की एक रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए कहा है कि भारत में इस समय 1.9 करोड़ ग्राहकों के चार लाख करोड़ रुपये के बकाया ऋण चल रहे है. हर खाते में दो लाख रुपये का कर्ज बकाया है. यह आन लाइन ऋण बाजार की संभावनाएं दर्शाता है.
शियोमी के अधिकारियों ने बताया कि मी क्रेडिट से तीन से लेकर 18 माह तक के पर्सनल लोन हासिल किए जा सकते हैं. ये कर्ज व्यक्ति की सिबिल रेटिंग के आधार पर मंजूर किए जाते हैं. इसमें बीमारी, खरीदारी, शादी ब्याह, भ्रमण और पढ़ाई जैसे तमाम व्यक्तिगत काम के लिए कर्ज की सुविधा ली जा सकती है.
जैन ने कहा कि कर्ज के लेनदेन का यह शत प्रतिशत डिजिटल अनुभव है.