ETV Bharat / business

वोडाफोन आइडिया 2020 से पहले 5 जी स्पेक्ट्रम की नीलामी नहीं चाहती - भारती एयरटेल

वोडाफोन आइडिया के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) विशान्त वोरा ने कहा कि अच्छा होगा कि स्पेक्ट्रम की नीलामी 2020 के बाद की जाए. पिछले साल आइडिया और वोडाफोन ने अपने भारतीय परिचालन का विलय किया था. इससे देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी अस्तित्व में आई थी.

कांसेप्ट इमेज
author img

By

Published : Feb 21, 2019, 11:24 AM IST

नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी 2020 से पहले किए जाने के पक्ष में नहीं है. कंपनी ने कहा कि उद्योग को अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी के लिए भारत से जुड़े बदलाव करने के लिए समय चाहिए.

वोडाफोन आइडिया के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) विशान्त वोरा ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि पिछले साल इस बड़े विलय के बाद दो दूरसंचार नेटवर्क का एकीकरण सही राह पर है और इसके जून, 2020 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है.

ये भी पढ़ें-दिसंबर में जियो, बीएसएनएल के ग्राहक बढ़े, वोडाफोन आइडिया के सबसे अधिक घटे

चीन के वेंडरों के दूरसंचार उपकरणों के इस्तेमाल पर छिड़ी बहस पर वोरा ने कहा कि भारत सरकार ने इस तरह के उपकरणों के इस्तेमाल पर रुख नहीं बनाया है. उन्होंने कहा कि कंपनी इस बारे में भारत के नियमों का अनुपालन करेगी. उन्होंने कहा कि जहां तक भारत के रुख का सवाल है हमारी सरकार ने आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और अमेरिका जैसे देशों की तरह अपना रवैया स्पष्ट नहीं किया है. निश्चित रूप से भारत सरकार जो भी फैसला करेगी हम उसका अनुपालन करेंगे.

पिछले साल आइडिया और वोडाफोन ने अपने भारतीय परिचालन का विलय किया था. इससे देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी अस्तित्व में आई थी, जो प्रतिद्वंद्वी कंपनियों रिलायंस जियो और भारती एयरटेल से प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होगी. विलय के बाद बनी इस इकाई में ब्रिटेन की दूरसंचार कंपनी वोडाफोन की 45.1 प्रतिशत हिस्सेदारी है. कुमार मंगलम बिड़ला की अगुवाई वाले आदित्य बिड़ला समूह के पास 26 प्रतिशत तथा आइडिया के शेयरधारकों के पास 28.9 प्रतिशत हिस्सेदारी है.

यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी इसी साल 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के पक्ष में है, वोरा ने कहा कि कंपनी के पास मौजूदा स्पेक्ट्रम से ही करीब 5जी सेवाएं देने की क्षमता है. हालांकि, उन्होंने कहा कि यह अच्छा होगा कि स्पेक्ट्रम की नीलामी 2020 के बाद की जाए.

(भाषा)

undefined

नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी 2020 से पहले किए जाने के पक्ष में नहीं है. कंपनी ने कहा कि उद्योग को अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी के लिए भारत से जुड़े बदलाव करने के लिए समय चाहिए.

वोडाफोन आइडिया के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) विशान्त वोरा ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि पिछले साल इस बड़े विलय के बाद दो दूरसंचार नेटवर्क का एकीकरण सही राह पर है और इसके जून, 2020 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है.

ये भी पढ़ें-दिसंबर में जियो, बीएसएनएल के ग्राहक बढ़े, वोडाफोन आइडिया के सबसे अधिक घटे

चीन के वेंडरों के दूरसंचार उपकरणों के इस्तेमाल पर छिड़ी बहस पर वोरा ने कहा कि भारत सरकार ने इस तरह के उपकरणों के इस्तेमाल पर रुख नहीं बनाया है. उन्होंने कहा कि कंपनी इस बारे में भारत के नियमों का अनुपालन करेगी. उन्होंने कहा कि जहां तक भारत के रुख का सवाल है हमारी सरकार ने आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और अमेरिका जैसे देशों की तरह अपना रवैया स्पष्ट नहीं किया है. निश्चित रूप से भारत सरकार जो भी फैसला करेगी हम उसका अनुपालन करेंगे.

पिछले साल आइडिया और वोडाफोन ने अपने भारतीय परिचालन का विलय किया था. इससे देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी अस्तित्व में आई थी, जो प्रतिद्वंद्वी कंपनियों रिलायंस जियो और भारती एयरटेल से प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होगी. विलय के बाद बनी इस इकाई में ब्रिटेन की दूरसंचार कंपनी वोडाफोन की 45.1 प्रतिशत हिस्सेदारी है. कुमार मंगलम बिड़ला की अगुवाई वाले आदित्य बिड़ला समूह के पास 26 प्रतिशत तथा आइडिया के शेयरधारकों के पास 28.9 प्रतिशत हिस्सेदारी है.

यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी इसी साल 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के पक्ष में है, वोरा ने कहा कि कंपनी के पास मौजूदा स्पेक्ट्रम से ही करीब 5जी सेवाएं देने की क्षमता है. हालांकि, उन्होंने कहा कि यह अच्छा होगा कि स्पेक्ट्रम की नीलामी 2020 के बाद की जाए.

(भाषा)

undefined
Intro:Body:

वोडाफोन आइडिया 2020 से पहले 5 जी स्पेक्ट्रम की नीलामी नहीं चाहती

नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी 2020 से पहले किए जाने के पक्ष में नहीं है. कंपनी ने कहा कि उद्योग को अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी के लिए भारत से जुड़े बदलाव करने के लिए समय चाहिए. 

वोडाफोन आइडिया के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) विशान्त वोरा ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि पिछले साल इस बड़े विलय के बाद दो दूरसंचार नेटवर्क का एकीकरण सही राह पर है और इसके जून, 2020 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है. 

चीन के वेंडरों के दूरसंचार उपकरणों के इस्तेमाल पर छिड़ी बहस पर वोरा ने कहा कि भारत सरकार ने इस तरह के उपकरणों के इस्तेमाल पर रुख नहीं बनाया है. उन्होंने कहा कि कंपनी इस बारे में भारत के नियमों का अनुपालन करेगी. उन्होंने कहा कि जहां तक भारत के रुख का सवाल है हमारी सरकार ने आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और अमेरिका जैसे देशों की तरह अपना रवैया स्पष्ट नहीं किया है. निश्चित रूप से भारत सरकार जो भी फैसला करेगी हम उसका अनुपालन करेंगे. 

पिछले साल आइडिया और वोडाफोन ने अपने भारतीय परिचालन का विलय किया था. इससे देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी अस्तित्व में आई थी, जो प्रतिद्वंद्वी कंपनियों रिलायंस जियो और भारती एयरटेल से प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होगी. विलय के बाद बनी इस इकाई में ब्रिटेन की दूरसंचार कंपनी वोडाफोन की 45.1 प्रतिशत हिस्सेदारी है. कुमार मंगलम बिड़ला की अगुवाई वाले आदित्य बिड़ला समूह के पास 26 प्रतिशत तथा आइडिया के शेयरधारकों के पास 28.9 प्रतिशत हिस्सेदारी है. 

यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी इसी साल 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के पक्ष में है, वोरा ने कहा कि कंपनी के पास मौजूदा स्पेक्ट्रम से ही करीब 5जी सेवाएं देने की क्षमता है. हालांकि, उन्होंने कहा कि यह अच्छा होगा कि स्पेक्ट्रम की नीलामी 2020 के बाद की जाए.

(भाषा) 


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.