नई दिल्ली: टाटा मोटर्स ने शुक्रवार को कहा कि वह विभिन्न राज्य परिवहन निगमों को 255 इलेक्ट्रिक बसों की आपूर्ति इस साल जुलाई तक पूरी कर देगी. कंपनी ने बैटरी आपूर्ति संबंधी बाधाओं के कारण इसमें देरी की बात स्वीकार की.
कंपनी ने कहा कि उसने पहले ही फेम-1 निविदा में जीत के तहत इलेक्ट्रिक बसों की पहली खेप की आपूर्ति विभिन्न परिवहन निगमों को कर चुकी है. टाटा मोटर्स ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसने कुल 22 बसों की आपूर्ति की है तथा 72 बसें लखनऊ, कोलकाता, इंदौर, गुवाहाटी तथा जम्मू भेजी जा रही हैं.
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कंपनी ने उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया जिसमें आपूर्ति में देरी के कारण उसे काली सूची में डालने की बात कही गयी है. कंपनी ने कहा, "हम सभी राज्य परिवहन निगमों के साथ नियमित संपर्क में हैं और निरीक्षण की विभिन्न प्रक्रियाओं से गुजरे हैं."
आपूर्ति में देरी की बात स्वीकार करते हुए कंपनी ने कहा, "बैटरी की आपूर्ति में विलम्ब के कारण कुछ देरी हुई है. इन बैटरियों को अन्य बाजारों से आयात किया गया है और हम संबंधित मसलों को प्राथमिक आधार पर समाधान कर रहे हैं."
कंपनी ने आगे कहा कि वह सभी ग्राहकों के साथ निरंतर चर्चा में है और प्राधिकरण को चुनौतियों के बारे में अवगत कराया है. उसने कहा, "आपूर्ति की समयसीमा के बारे में विभिन्न स्तरों पर जानकारी दी गयी. उसी के मुताबिक आपूर्ति की योजना बनायी गयी है. इसीलिए सरकार द्वारा काली सूची में डाले जाने का कोई सवाल ही नहीं है."