लंदन: देश छोड़कर भाग चुके शराब कारोबारी विजय माल्या ने रविवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में एक साक्षात्कार में उनकी (माल्या) 14,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त होने की बात स्वीकार की है. माल्या ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान उनसे पूरी वसूली कर लिये जाने और भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा उनका 'पोस्टर बॉय' की तरह इस्तेमाल किये जाने के उनके दावे की पुष्टि करता है.
माल्या ने ट्विटर पर जारी बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने खुद यह स्वीकार किया कि वसूली गई संपत्ति उसकी (माल्या की) 9,000 करोड़ रुपये की कथित देनदारी से अधिक है. माल्या पर बैंकों के साथ धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं. वह ब्रिटेन में है और भारतीय एजेंसियों की ओर से प्रत्यर्पण मामले का सामना कर रहे हैं.
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माल्या ने कहा, "मुझे पोस्टर बॉय की तरह इस्तेमाल किया गया, मेरे इस बयान की पुष्टि स्वयं प्रधानमंत्री का यह वक्तव्य करता है कि उनकी सरकार ने मुझसे उससे ज्यादा वसूल कर लिया है जितना कि कथित तौर पर मुझपर बैंकों का बकाया बताया गया."
उन्होंने कहा कि "इस तथ्य को नजरअंदाज कर दिया गया कि मैं 1992 से ही ब्रिटेन का निवासी हूं, क्योंकि मुझे भगोड़ा कहना भाजपा को उसके लिहाज से सही लगता है." माल्या की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी के एक हालिया साक्षात्कार के बाद आयी है. मोदी ने कहा था कि माल्या ने जितने रुपये की धोखाधड़ी की, उससे ज्यादा की वसूली कर ली गयी और यह भारत की एक बड़ी जीत है.
मोदी ने कहा साक्षात्कार में कहा, "यदि आप विजय माल्या के मामले में देखें तो उन पर बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये बकाया था लेकिन सरकार ने उसकी दुनियाभर में 14,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है. अब उनकी परेशानी है कि हम उनसे दोगुना वसूल कर रहे हैं."
इस बयान पर टिप्पणी करते हूए माल्या ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी का साक्षात्कार मैंने देखा जिसमें उन्होंने मेरा नाम लिया और कहा कि भले ही मेरे ऊपर बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये का बकाया था लेकिन उनकी सरकार ने मेरी 14,000 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की हैं. अब जबकि सरकार के शीर्ष नेतृत्व ने पूरी वसूली होने की पुष्टि कर दी है तो फिर भाजपा के प्रवक्ता अभी भी उनके नाम की रट लगाये बैठे हैं." गौरतलब है कि माल्या पर उनकी अब बंद हो चुकी एयरलाइंस कंपनी किंगफिशर को लेकर बैंकों के साथ धोखाधड़ी का आरोप है.