मुंबई : जेट एयरवेज के कर्मचारियों और अधिकारियों ने एयरलाइन की अंतरिम प्रबंधन समिति में उन्हें भी प्रतिनिधित्व दिये जाने की मांग की है. यह समिति बैंकों की अगुवाई वाले प्रबंधन के तहत एयरलाइन का कामकाज देखेगी. जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के एयरलाइन के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने के बाद इस समिति की घोषणा की गई.
एयरलाइन के भविष्य को लेकर कई सप्ताह की अटकलों और अनिश्चितताओं के बाद एयरलाइन के बोर्ड ने सोमवार को एसबीआई की अगुवाई में बैंकों के गठजोड़ की समाधान योजना को मंजूरी दे दी. बैंकों को एयरलाइन से 8,200 करोड़ रुपये की वसूली करनी है. निपटान योजना के तहत बैंक एयरलाइन को 1,500 करोड़ रुपये का आपात वित्तपोषण भी उपलब्ध करायेंगे.
आल इंडिया जेट एयरवेज आफिसर्स एंड स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष किरण पावास्कर ने एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार को पत्र लिखकर कहा, "यह उचित होगा कि हमारे में से दो प्रतिनिधि शामिल किए जाएं, जिससे कंपनी के प्रति हमारी चिंता को समझा जा सके. इससे कंपनी के नए शेयरधारकों का भी भरोसा कायम होगा."
(भाषा)
पढ़ें : जानिए ! आपके स्वास्थ्य बीमा कवर करने वाले महत्वपूर्ण इंश्योंरेंस राइडर को