सूत्रों ने बताया कि इस निवेश के बाद भी कंपनी के संस्थापक नरेश गोयल कंपनी के प्रवर्तक बने रहेंगे. हालांकि, उनके पास मौजूदा 51 प्रतिशत की बहुलांश हिस्सेदारी के आधे से कम की ही हिस्सेदारी बचेगी. एक विशेषज्ञ ने बताया कि कंपनी के ऋण पुनर्गठन पर अंतिम निर्णय और कंपनी में बदलाव की प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है. ऐसे में एतिहाद एयरवेज, जेट एयरवेज को कर्ज देने वाली प्रमुख खेवनहार बन सकती है.
ये भी पढ़ें- आईएल एंड एफएस संकट: डूब सकता है 15 लाख लोगों का पीएफ-पेंशन खाते में जमा पैसा
मौजूदा समय में अबु धाबी की एतिहाद की जेट एयरवेज में 24 प्रतिशत हिस्सेदारी है. कंपनी के जेट में करीब 1,400 करोड़ रुपये के निवेश करने की संभावना है. जेट एयरवेज के निदेशक मंडल ने 14 फरवरी को एक बैठक में बैंकों की अगुवाई में अस्थायी समाधान योजना को मंजूरी दी थी. जबकि कंपनी के कर्जदाता उसमें बहुलांश शेयरधारक बन जाएंगे.
(भाषा)
![undefined](https://s3.amazonaws.com/saranyu-test/etv-bharath-assests/images/ad.png)