नई दिल्ली: देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में 2.2 प्रतिशत घटकर 4,019 करोड़ रुपये रह गया. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 4,110 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था.
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बेंगलुरु की कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी आय 9.8 प्रतिशत बढ़कर 22,629 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 20,609 करोड़ रुपये थी. इन्फोसिस ने चालू वित्त वर्ष के अपनी आमदनी के नीचे के अनुमान को संशोधित किया है.
इन्फोसिस का अनुमान है कि स्थिर मुद्रा में उसकी आमदनी में 9-10 प्रतिशत का इजाफा होगा. पहले कंपनी ने इसमें 8.5 से 10 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया था.
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इन्फोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने कहा कि कई मोर्चों...राजस्व वृद्धि, डिजिटल वृद्धि, परिचालन मार्जिन, परिचालन दक्षता, बड़े करार पर दस्तखत और कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर पर हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा है.
टीसीएस का दूसरी तिमाही का शुद्ध लाभ 8,042 करोड़ रुपये
वहीं, एक दिन पहले देश की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने बताया था कि का चालू वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 1.8 प्रतिशत बढ़कर 8,042 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 7,901 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था.
इन्फोसिस ने 160% अंतरिम लाभांश की घोषणा की
वैश्विक सॉफ्टवेयर दिग्गज, इंफोसिस ने कंपनी के संस्थापकों, प्रमोटरों और कर्मचारियों सहित अपने निवेशकों के लिए वित्त वर्ष 2019-20 में पांच रुपये फेस वैल्यू के प्रति शेयर पर आठ रुपये का या 160 प्रतिशत अंतरिम लाभांश शुक्रवार को घोषित किया.
कंपनी ने बीएसई में अपनी एक नियामकीय फाइलिंग में कहा, "निदेशक मंडल ने पांच रुपये फेस वैल्यू के शेयर पर प्रति शेयर आठ रुपये या 160 प्रतिशत के अंतरिम लाभांश की सिफारिश की है."
इंफोसिस ने एक साल पहले वित्त वर्ष 2018-19 के पूर्वाद्ध के लिए सात रुपये प्रति शेयर या 140 प्रतिशत का अंतरिम लाभांश दिया था.