नई दिल्ली: बिग डेटा, एनालिटिक्स, कृत्रिम मेधा और इंटरनेट ऑफ थिंग्स का इस्तेमाल बढ़ने से भारत के क्लाउड बाजार के 2022 तक तीन गुना से अधिक बढ़कर 7.1 अरब डॉलर तक पहुंच जाने की संभावना है.
नैस्कॉम की ओर से मंगलवार को जारी एक रपट में यह दावा किया गया है. 'क्लाउड-नेक्स्ट वेव ऑफ ग्रोथ इन इंडिया' शीर्षक रपट में अनुमान लगाया है कि 2018 में सूचना-प्रौद्योगिकी पर किये गए कुल खर्च में से छह प्रतिशत क्लाउड पर किये जा रहे हैं.
नैस्कॉम ने गूगल क्लाउड और डिलॉइट टच तोहमात्सु इंडिया एलएलपी के साथ मिलकर यह रपट तैयार किया है.